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जर्मनी में पांच महीने बाद खुलने लगे हैं स्कूल

ओंकार सिंह जनौटी
१० अगस्त २०२०

कोरोना महामारी के चलते मार्च में जर्मनी में स्कूल बंद कर दिए गए थे. अब फिर से क्लासरूम पढ़ाई शुरू की जा रही हैं. जानिए स्कूलों को खोलने के पीछे कैसी तैयारियां की गई हैं.

Deutschland Coronavirus Schulstart
तस्वीर: picture-alliance/dpa/R. Michael

जर्मनी के कुछ प्रांतों में करीब 3,63,000 छात्रों के लिए 10 अगस्त को स्कूल खुल गए. देश के 792 स्कूलों में सोमवार से ज्यादा से ज्यादा क्लासरूम पढ़ाई की तैयारी शुरू हो गई. जिन प्रांतों में स्कूल खुले हैं उनमें से एक श्लेसविष होल्स्टाइन की शिक्षा मंत्री कारीन प्रीन के मुताबिक स्कूलों को कोरोना से लड़ने के लिए अच्छी तरह तैयार किया गया है.

शिक्षा मंत्रालय स्कूलों के लिए एक प्लान पहले ही तैयार कर चुका था. प्लान के मुताबिक, हाथ धोना, क्लासरूमों को हवादार बनाए रखना और फिक्स ग्रुप में रहते हुए पढ़ाई करना अनिवार्य है. सातवीं क्लास और उससे ऊपर के छात्रों को सलाह दी गई है कि वे स्कूल के गलियारों में मास्क लगाकर मुंह और नाक कवर रखें. खेल कूद संबंधी गतिविधियां सिर्फ खुली जगह पर ही होंगी.

प्लान के तहत अभिभावकों के लिए इंफॉर्मेनशन लेटर भेजे गए हैं. इन चिट्ठियों में अभिभावकों से अपील की गई है कि वे जुकाम या फ्लू के लक्षण दिखने पर बच्चे को बिल्कुल स्कूल न भेजें. कफ या नाक बहने पर भी बच्चे को 48 घंटे तक घर पर रखने का सुझाव दिया गया है. अगर 48 घंटे बाद बच्चे में बुखार या कफ का कोई संकेत नजर न आए तो ही उसे स्कूल और किंडरगार्टन भेजा जाए. अभिभावकों को यह लिखकर देना होगा कि बीते 48 घंटे में बच्चे में बुखार या जुकाम का कोई संकेत नहीं मिला.

मास्क लगाकर चले स्कूलतस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Büttner

विदेशों के रिस्क जोन से आ रहे बच्चों के लिए क्वारंटीन अनिवार्य है. इसके साथ ही माता पिता को एक फॉर्म भी भरना होगा.

स्कूल खोलना जल्दबाजी!

सोमवार को देश के बहुत से स्कूलों में छात्रों के साथ साथ टीचर भी वापस लौटे. हालांकि जर्मन मीडिया के मुताबिक 1,600 टीचर मेडिकल सर्टिफिकेट देकर छुट्टी पर हैं, क्योंकि वे रिस्क ग्रुप में हैं. जर्मनी में कोरोना महामारी की दूसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है. करीब ढाई महीने बाद अगस्त में फिर से एक दिन में संक्रमण के एक हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं. ऐसे हालात के बीच कुछ लोग स्कूल खोलने के फैसले को जल्दबाजी करार दे रहे हैं.

हालांकि दूसरी तरफ विशेषज्ञों का कहना है कि आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों से आने वाले बच्चे बीते पांच महीनों की ऑनलाइन पढ़ाई में काफी पिछड़ चुके हैं. ऐसे स्कूलों को और ज्यादा समय तक बंद रखने वे बच्चे पढ़ाई के मौकों से और दूर हो जाएंगे.

स्कूल में भी हाथ धोना जरूरीतस्वीर: picture-alliance/dpa/G. Fischer

फिलहाल जर्मनी के कई प्रांतों में गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं. सड़कों और परिवहन के दूसरे साधनों तथा होटलों आदि पर बोझ न बढ़े इसके लिए अलग अलग प्रांतों में स्कूलों की छुट्टियां अलग अलग तारीखों के बीच रखी जाती हैं. अगस्त के आखिर तक पूरे देश में छुट्टियां खत्म हो जाएंगी.

कोरोना की दूसरी लहर का डर

कोरोना वायरस से प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए जर्मनी की तारीफ होती रही है. यूरोप में ब्रिटेन (46,659), इटली (35,205), फ्रांस (30,327) और स्पेन (28,503) की तुलना में जर्मनी में अब तक कोविड-19 के चलते 9,203 लोगों की मौत हुई है.

जर्मनी में अप्रैल के बाद से कोरोना के मामले लगातार कम होते रहे. लेकिन जुलाई के आखिर में संक्रमण के मामलों में तेजी आती दिख रही है. इसलिए देश भर में एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं और जोखिम वाले इलाकों से आने वाले लोगों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है.

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