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जर्मनी में मुस्लिमों से मिलते पोप

२३ सितम्बर २०११

कभी जर्मनी में इस्लाम धर्म पर विवादित बयान देने वाले पोप बेनेडिक्ट 16वें इस बार जर्मनी आए तो मुसलमानों से मिले और कहा कि सभी धर्मों का एक साथ रहना कोई मुश्किल का काम नहीं, बशर्ते आम कानून का पालन किया जाए.

धर्मों के बीच संवाद के इच्छुक पोपतस्वीर: dapd

जर्मनी में लगभग 40 लाख मुसलमान रहते हैं. बर्लिन में उनके प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हुए पोप बेनेडिक्ट 16वें ने कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद पश्चिम जर्मनी में ऐसा कानून बनाया गया, जो सभी धर्मों के लिए उपयुक्त है.

चांसलर अंगेला मैर्केल ने पिछले साल कहा था कि मुसलमानों को यह बात समझ लेनी चाहिए कि जर्मनी में शरीया कानून जैसी कोई चीज नहीं लागू हो सकती. मैर्केल रूढ़ीवादी सीडीयू पार्टी की नेता हैं, जो हाल के दिनों में जर्मनी में ईसाई धर्म की जड़ें गहरी करने की कोशिश कर रही हैं.

पोप चार दिन के जर्मनी दौरे पर हैंतस्वीर: dapd

पोप ने शुक्रवार को कहा कि समाज में रहने वाले सभी समुदायों को बुनियादी बातों पर सहमत होना जरूरी है. उन्होंने कहा, "संविधान में इस मूल बात का उल्लेख किया गया है, जिसका पालन करना हर नागरिक का कर्तव्य है, चाहे वह किसी भी समुदाय से क्यों न जुड़ा हो."

बर्लिन में मुसलमानों से बातचीत के बाद कैथोलिक धर्म के सर्वोच्च नेता पोप पूर्वी जर्मन शहर एरफुर्ट के लिए रवाना हो गए, जहां उन्हें प्रोटेस्टैंट ईसाइयों के नुमाइंदों से मिलना है. वह उस जगह पर भी जाएंगे, जहां 16वीं सदी में कभी मार्टिन लूथर रहा करते थे. लूथर ने ही ईसाई धर्म में प्रोटेस्टैंट संप्रदाय की शुरुआत की थी.

जर्मनी के मुसलमानों ने इस बात पर खुशी जताई कि पोप ने इस बात की पुष्टि की है कि मुसलमान अब जर्मन समाज के अंग बन चुके हैं. हालांकि उनका यह भी कहना था कि जर्मनी के मुसलमानों को जर्मन कानून और संविधान मानने में कभी एतराज नहीं रहा है.

तुर्की मस्जिद एसोसिएशन के बेकिर अलबोगा ने कहा, "जर्मनी के मुसलमान रहते हुए हमने हमेशा से कहा है कि हम जर्मन संविधान को मिल जुल कर रहने वाले एक अच्छे जीवन के बुनियाद के तौर पर देखते हैं."

जर्मनी में सेंट्रल काउंसिल ऑफ मुस्लिम के अध्यक्ष अयमान माजयेक का कहना है, "मुझे लगता है कि पोप मुसलमानों के साथ बातचीत के एक नए युग की शुरुआत करना चाहते हैं."

तस्वीर: dapd

अलगोबा ने कहा कि पोप का छोटा सा बयान उनके 2006 के विवादित बयान से भी विपरीत रहा, जो अच्छी बात है. जर्मनी के 2006 के दौरे में पोप ने रेगेन्सबर्ग में 14वीं सदी के एक ईसाई सम्राट का उल्लेख करते हुए मुस्लिम धर्म के खिलाफ कड़ा बयान दिया था. उसके बाद पूरी दुनिया में पोप और वेटिकन सिटी के खिलाफ प्रदर्शन हुए और बाद में पोप को माफी भी मांगनी पड़ी.

अलगोबा ने कहा, "मुसलमानों से मिलने के लिए पोप ने अब एक नया रास्ता चुना है. मुझे लगता है कि भविष्य में अच्छे संबंध के लिए यह जरूरी है." जर्मनी के बायर्न राज्य में पैदा हुए 84 साल के पोप चार दिनों के जर्मनी दौरे पर हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ए कुमार

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