1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

जर्मन इतिहास में पहला ग्रीन मुख्यमंत्री

२८ मार्च २०११

चुनाव में हार जीत होती है, कभी कभी अप्रत्याशित रूप से. लेकिन जर्मनी के बाडेन व्युर्टेमबर्ग और राइनलैंड पैलेटिनेट प्रदेशों में हुए चुनाव के नतीजों से उभरी तस्वीर से ऐसे परिवर्तन होंगे, जिन्हें बेशक ऐतिहासिक कहा जाएगा.

पहले ग्रीन मुख्यमंत्री क्रेचमान्नतस्वीर: dapd

बाडेन व्युर्टेमबर्ग एक ऐसा प्रदेश है, जहां हमेशा सीडीयू के नेतृत्व में प्रादेशिक सरकार बनती रही है. इस बार चुनाव के बाद वह सबसे बड़ी पार्टी तो है, लेकिन उसके वोट काफी घट गए हैं व संभावित साझेदार एफडीपी के साथ वह बहुमत से काफी दूर है. ग्रीन पार्टी और एसपीडी को संयुक्त रूप से स्पष्ट बहुमत मिल चुका है, और पहली बार किसी प्रदेश में ग्रीन पार्टी को एसपीडी से ज्यादा मत मिले हैं.

चुनाव परिणाम आने के बाद एसपीडी के प्रादेशिक नेता नील्स श्मिड ने स्पष्ट कर दिया है कि वह संभावित मोर्चे की बड़ी पार्टी ग्रीन के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. यानी ग्रीन पार्टी के 62 वर्षीय नेता विनफ्रीड क्रेचमान्न जर्मन इतिहास में पहले ग्रीन मुख्यमंत्री बनेंगे.

चुनाव में सीडीयू को पिछले चुनाव के 44.2 फीसदी के बदले 39 फीसदी, एसपीडी को 25.2 फीसदी के बदले 23.1 फीसदी व एफडीपी को 10.7 फीसदी के बदले सिर्फ 5.3 फीसदी मत मिले हैं. ग्रीन पार्टी के मत दोगुने से भी अधिक हो गए हैं. उसे इस बार पिछले चुनाव के 11.7 के स्थान पर 24.2 फीसदी मत मिले हैं.

राइनलैंड पैलेटिनेट में तस्वीर नहीं बदली

राइनलैंड पैलेटिनेट प्रदेश को अनुदारवादी माना जाता है, लेकिन यहां एसपीडी के नेता कुर्ट बेक पिछले 15 साल से मुख्यमंत्री हैं. पिछले चुनाव में एसपीडी को अकेले ही बहुमत मिला था. इस बार उसके मतों में लगभग 10 फीसदी की कमी आई है, यानी 45.6 फीसदी के स्थान पर 35.7 फीसदी मत मिले हैं. मुख्यमंत्री पद के लिए महिला उम्मीदवार युलिया क्लोएकनर के नेतृत्व में सीडीयू 32.8 के स्थान पर 35.2 फीसदी मत हासिल करते हुए आगे तो बढ़ा है, लेकिन बहुमत के करीब नहीं पहुंच पाया है. एसपीडी को ग्रीन पार्टी के साथ मोर्चा बनाना पड़ेगा. इस प्रदेश में ग्रीन पार्टी के मत तीन गुने, यानी 4.6 फीसदी के स्थान पर 15.4 फीसदी हो चुके हैं. एफडीपी 8 फीसदी के बदले 4.2 फीसदी पर लुढ़ककर विधान सभा से बाहर हो गई है.

कुर्ट बेक की गद्दी बच गईतस्वीर: dapd

राष्ट्रीय राजनीति पर असर

इन चुनावों के बाद संसद के दूसरे सदन बुंडेसराट में सत्तारूढ़ मोर्चे की स्थिति और कमजोर होगी. संभावित मुख्यमंत्री विनफ्रीड क्रेचमार ने कहा है कि बाडेन व्युर्टेमबर्ग में चारों परमाणु बिजलीघर जल्द से जल्द बंद किए जाएंगे. इस प्रदेश में श्टुटगार्ट रेलवे स्टेशन का विस्तार एक अहम मुद्दा था. रविवार को दसियों हजार लोग श्टुटगार्ट स्टेशन के सामने इकट्ठा होकर ग्रीन पार्टी की जीत का जश्न मना रहे थे. धक्कामुक्की में निर्माण स्थल के बाड़े टूट गए. ग्रीन पार्टी स्टेशन के विस्तार का विरोधी है, एसपीडी उसके पक्ष में है. दोनों की सरकार का क्या रुख होगा? माना जा रहा है कि वे इस सवाल पर एक जनमतसंग्रह पर सहमत होंगे. चुनाव का असर देश की समग्र परमाणु ऊर्जा नीति पर पड़ेगा, असर पड़ेगा बर्लिन के प्रादेशिक चुनाव पर, जहां ग्रीन पार्टी के मौके अच्छे माने जा रहे हैं. साथ ही, एफडीपी के अध्यक्ष गीदो वेस्टरवेले की गद्दी भी डांवाडोल होने लगी है. मई में पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन होने वाला है.

रिपोर्ट: उज्ज्वल भट्टाचार्य

संपादन: वी कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें