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जर्मन चांसलर मैर्केल का भारत दौरा आज से

३१ मई २०११

भारत और जर्मनी की सरकारों के बीच पहली बार कैबिनेट स्तर पर बातचीत हो रही है. मंगलवार को जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल के भारत पहुंचने पर यह बातचीत शुरू होगी. मैर्केल भारतीय प्रधानमंत्री के न्योते पर भारत जा रही हैं.

Bundeskanzlerin Angela Merkel (CDU) und Wirtschaftsminister Philipp Roesler (FDP), aufgenommen am Montag (16.05.11) in Berlin waehrend einer Presseunterrichtung zum Spitzengespraech "Mobilitaet von morgen". Merkel hat direkte Subventionen fuer den Kauf von Elektroautos abgelehnt. Das Regierungsprogramm Elektromobilitaet, das das Bundeskabinett am Mittwoch (18.05.11) verabschieden will, sieht daher eine Foerderung von einer Milliarde Euro bis 2013 vor allem bei Forschung und Entwicklung vor. Elektroautos sollen aber fuer zehn Jahre von der Kraftfahrzeugsteuer befreit werden. Diese Foerderung habe zum Ziel, dass Deutschland Leitmarkt bei E-Autos werde, argumentierte die Kanzlerin. "Einfache Kaufanreize sind darauf nicht die richtige Antwort", sagte sie am Montag in Berlin bei der Entgegennahme des zweiten Berichts der Nationalen Plattform Elektromobilitaet. (zu dapd-Text) Foto: Clemens Bilan/dapd
तस्वीर: dapd

भारत एशिया का पहला और दुनिया के चंद उन देशों में है जिनके साथ जर्मनी साझा कैबिनेट बैठक कर रहा है. इस कदम को भारत के जर्मनी के एक लंबे समय से भरोसेमंद साझीदार और तेजी से आगे बढ़ती आर्थिक ताकत के रूप में सम्मान के तौर पर देखा जा रहा है.

दूसरे विश्व युद्ध के बाद पश्चिमी देशों के कब्जे से छूटकर जब जर्मनी संघीय गणतंत्र बना तो भारत उसे मान्यता देने वाले सबसे पहले देशों में से था. मैर्केल अपनी यात्रा पर दोनों देशों के बीच सफल कूटनीतिक रिश्तों के 60 साल पूरे होने के मौके को भी मनाएंगी.

भारत में जर्मनी का साल

60 साल पूरे होने के इस मौके पर भारत में जर्मनी का साल मनाया जा रहा है. अंगेला मैर्केल इस मौके पर होने वाले एक संगीत समारोह में मंगलवार शाम को शरीक होंगी.

तस्वीर: dapd

भारत और जर्मनी की साझा कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चांसलर अंगेला मैर्केल करेंगे. इसमें जर्मनी के पांच मंत्रियों के अलावा कई अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे. मंत्रियों में विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले, रक्षा मंत्री थोमास दे मेजियेरे, गृह मंत्री हांस पेटर फ्रीडरिष, परिवहन और निर्माण मंत्री पेटर रामजावर और शिक्षा और अनुसंधान मंत्री आनेटे शावन शामिल हैं.

व्यापार मुख्य एजेंडा

दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और गाढ़ा करना इस बैठक का मुख्य एजेंडा होगा. दोनों तरफ का नेतृत्व एक दूसरे के यहां निवेश के ज्यादा से ज्यादा मौके तलाशने पर बात करेगा. आर्थिक सहयोग भारत और जर्मनी के संबंधों का मुख्य आधार रहा है और भविष्य में इसकी अहमियत और बढ़ने का संकेत मैर्केल के साथ जा रहे प्रतिनिधिमंडल को देखकर मिलता है. इसमें जर्मनी के मुख्य औद्योगिक क्षेत्रों की सबसे बड़ी कंपनियों के 19 बड़े अधिकारी शामिल हैं. इनमें नागरिक और रक्षा क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं.

यूरोपीय संघ में जर्मनी भारत का सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है. हाल के सालों में दोनों देशों के व्यापार में खासा इजाफा हुआ है. 2010 में दोनों के बीच वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार में 17.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 15.44 अरब यूरो तक पहुंच गया. हालांकि भारत का व्यापार घाटा बढ़ा है क्योंकि 2009 के मुकाबले उसके आयात में 14.32 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जबकि निर्यात में सिर्फ 6.19 फीसदी की. जर्मनी भारत में आठवां सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ईशा भाटिया

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