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जर्मन प्रेस भी हार से भौंचक्की और उदास

८ जुलाई २०१०

फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद आम जर्मन नागरिक ही नहीं, जर्मन प्रेस भी उदास है. जर्मनी के वर्ल्ड कप से बाहर होते ही अखबारों ने भी अपनी संवेदना निकालनी शुरू कर दी और लगभग सभी अखबार इसी खबर पर आ गए.

रोया जर्मनीतस्वीर: AP

जर्मनी का बेहद लोकप्रिय अखबार बिल्ड कहता है, "इट्स फिनिश्ड, इट्स ओवर. वी आर आउट." (यह खत्म हो गया. यह पूरा हो गया. हम बाहर हो गए.) अखबार ने लिखा है कि पूरे देश में आंसुओं की धारा बह निकली है. लेकिन इसने सख्त रुख अपनाते हुए यह भी लिखा है, "इसे स्वीकार करने में चाहे जितनी मुश्किल हो, लेकिन जर्मनी सिर्फ हार का हक रखता था."

बिल्ड ने लिखा है, "हमारे लड़कों ने सब कुछ करने कीकोशिश की. लेकिन दुर्भाग्य से हमें सही मौके नहीं मिले. हमें मानना पड़ेगा कि स्पैनिश हमसे बहुत अच्छे थे."

इंग्लैंड से जीतने के बाद खबरों से खुशी झलक रही थीतस्वीर: AP

हैमबर्ग के स्थानीय अखबार हैम्बर्गर आबेंडब्लाट ने लिखा, "1-0. जर्मनी रो रहा है. स्पेन आगे जा रहा है." डी त्साइट नाम के अखबार ने अपनी वेबसाइट पर लिखा, "परिकथा खत्म हुई."

परंपरावादी अखबार फ्रैंकफर्टर अलगेमाइने ने लिखा है कि जर्मनी के सपनों की यात्रा समाप्त हो गई. मशहूर पत्रिका डेयर श्पीगल ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है, "स्पेन ने फाइनल में पहुंचने के जर्मनी के सपने को तोड़ दिया."

ज्यूड डॉयचे त्साइटुंग ने भी कोच योआखिम लोएव के खिलाड़ियों पर सवाल उठाए हैं. अखबार लिखता है, "जर्मनी ने स्पेनी खिलाड़ियों के लिए बहुत सम्मान दिखाया और उन्हें पीछे नहीं धकेल पाए."

जर्मनी में फैंसतस्वीर: AP

लेकिन बर्लिन के लोकप्रिय टैबलॉयड बीसेट ने इस हार में भी कुछ बेहतर देखने की कोशिश की है. अखबार ने लिखा है कि युवा टीम ने इस वर्ल्ड कप में उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है. इसने अपनी वेबसाइट पर लिखा, "अफसोस है लड़कों. लेकिन यह फिर आएगा. यह निश्चित तौर पर एक महान वर्ल्ड कप रहा."

रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल

संपादनः एम गोपालकृष्णन

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