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जर्मन विदेश मंत्री का अहम रूस दौरा

९ मार्च २०१७

जर्मनी के विदेश मंत्री जिगमार गाब्रिएल अपने रूस दौरे में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन, सीरिया और नाटो समेत कई अहम मसले उठाएंगे. उससे पहले रूसी विदेश मंत्री से मिल कर किया हथियारों की होड़ खत्म करने का आह्वान.

Russland Deutschland Gabriel bei Lawrow in Moskau
तस्वीर: Reuters/S. Karpukhin

करीब छह हफ्ते पहले ही जर्मनी के विदेश मंत्री का पद संभालने वाले एसपीडी नेता जिगमार गाब्रिएल पहली बार गुरुवार को देर शाम रूसी राष्ट्रपति पुतिन से इस हैसियत से मिलेंगे. लेकिन वे पहले भी तीन बार पुतिन से जर्मनी के वित्त मंत्री के तौर पर मुलाकात कर चुके हैं. इससे पहले मॉस्को पहुंचे गाब्रिएल ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भेंट की और इसके बाद दुनिया भर में छिड़ी हथियारों की रेस को रोकने के कदम उठाने का आह्वान किया. उन्होंने साफ किया कि जर्मनी इस बारे में बहुत गंभीर है.

हाल ही में विकिलीक्स के हवाले से पता चला है कि अमेरिकी गुप्तचर एजेंसी सीआईए ने अपने डिजीटल जासूसी के ऑपरेशनों के लिए फ्रैंकफर्ट का इस्तेमाल किया और कई इनक्रिप्टेड संदेशों को हैक किया था. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए जर्मन विदेश मंत्री ने कहा कि जर्मनी को ऐसे साइबर हमलों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.

विवादास्पद मुद्दों पर चर्चा

रूस में भेंट के दौरान रूस-जर्मन मित्रता, यूक्रेन, सीरिया और नाटो जैसे कई संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा होनी है. विदेश मंत्री ने इंटरफैक्स के पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शीतकाल जैसे हालात की वापसी को किसी भी कीमत पर रोकना होगा. उनका मकसद है कि पूर्वी यूक्रेन में शांति स्थापित करने की दिशा में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में जो प्रगति हुई थी, उसे आगे बढ़ाया जाए. वे इस इलाके में रूस-समर्थक अलगाववादियों और यूक्रेनी सेनाओं के बीच हाल ही में खत्म हुए युद्धविराम को फिर से कायम कराने की भी कोशिश करेंगे.

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल की नीति रही है कि अगर रूस मिंस्क समझौते का सम्मान करेगा तभी उस पर लगे प्रतिबंध हटाए जाएंगे. इसके अलावा सीरिया में पिछले छह साल से जारी संघर्ष और जेनेवा शांति वार्ता को लेकर भी गाब्रिएल और लावरोव के बीच बातचीत होने की उम्मीद है.

नाटो-रूस काउंसिल

यूरोपीय संघ में शामिल बाल्टिक और पूर्वी यूरोपीय देशों ने रूस के आक्रामक रुख के बढ़ने पर चिंता जतायी थी. इसी कारण नाटो ने इस इलाके में करीब 4,000 टुकड़ियां तैनात कर रखी हैं. इस इलाके में तनाव को कम करने के लिए भी गाब्रिएल नाटो-रूस काउंसिल (NRC) से नियमित वार्ताएं रखने की अपील कर सकते हैं. क्रेमलिन में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के पहले गाब्रिएल ने जर्मन राजदूत के निवास पर कुछ रूसी नागरिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की. इनमें लेखक, संपादक और ग्रीनपीस रूस के प्रतिनिधि भी शामिल थे.

आरपी/एके (डीपीए,एएफपी)

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