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जर्मन शिक्षा मंत्री की डॉक्टरेट गई

६ फ़रवरी २०१३

डुसेलडॉर्फ यूनिवर्सिटी ने जर्मनी की शिक्षा मंत्री अनेटे शावान की डॉक्टरेट डिग्री वापस ले ली है. फैकल्टी परिषद ने फैसला किया है कि उन्होंने अपने शोध प्रबंध में जानबूझकर नकल की.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

यह घोषणा मंगलवार को दर्शन शास्त्र की फैकल्टी परिषद की कई घंटों तक चली बैठक के बाद डीन ब्रूनो ब्लेकमन ने की. ब्लेकमन ने कहा कि शावान ने "व्यवस्थित रूप से और जानबूझकर वैचारिक सोच को शामिल किया जो उनकी अपनी नहीं थी." यूनिवर्सिटी के डीन ने कहा कि 1980 में डॉक्टरेट डिग्री के लिए दिए गए शोधप्रबंध "व्यक्ति और विवेक" में "व्यापक पैमाने पर बिना क्रेडिट दिए दूसरों का टेक्स्ट लिया गया है." इसलिए फैकल्टी परिषद ने इसे इरादतन धोखाधरी और बौद्धिक चोरी का मामला माना है.

तस्वीर: Getty Images

छोटी मोटी गलती

अनेटे शावान का कहना है कि उन्होंने अपने शोध प्रबंध में शायद छोटी-मोटी गलती की है, लेकिन न तो दूसरों की सामग्री चुराई है और न ही धोखाधड़ी की है. तीन दशक पहले उनके शोध प्रबंध को अत्यंत अच्छा बताया गया था, लेकिन अब शोध प्रबंध की ठीक से जांच के बाद डुसेलडॉर्फ की हाइनरिष हाइने यूनिवर्सिटी के फैकल्टी परिषद की राय अलग है. 15 सदस्यों वाली परिषद ने अपना फैसला भारी बहुमत से लिया.

शिक्षा मंत्री शावान इस समय सरकारी दौरे पर दक्षिण अफ्रीका में हैं और उनकी डॉक्टरेट की डिग्री को अमान्य करने के यूनिवर्सिटी के फैसले के बाद वे बिना किसी डिग्री की हो गई हैं. अब तक वे राजनीतिक दबाव को ठुकराती रही हैं और उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार करती रही हैं. उनके वकीलों ने कहा है कि वे यूनिवर्सिटी के फैसले के खिलाफ अदालत में अपील करेंगी. उनकी सीडीयू पार्टी के साथियों ने इस कदम के लिए समझ दिखाई है और उनका समर्थन किया है. पार्टी संसदीय दल के उप प्रमुख मिषाएल क्रेचमन ने एक सफल शिक्षा मंत्री के खिलाफ राजनीति प्रेरित अभियान की बात कही है.

इस्तीफे का दबाव

सत्ताधारी मोर्चे की एफडीपी पार्टी के शिक्षानीति प्रवक्ता पैट्रिक माइनहार्ट ने कहा है कि अदालत के फैसले तक उन्हें निर्दोष समझा जाना चाहिए. विपक्षी एसपीडी के अध्यक्ष जिगमार गाब्रिएल मे शावान के साथ सहानुभूति दिखाई है तो पार्टी महासचिव आंद्रेया नालेस ने शिक्षा मंत्री को इस फैसले के बाद पद के लिए अयोग्य बताया है. ऐसे में यह साफ नहीं है कि 57 वर्षीया शावान शिक्षा और शोध मंत्री बनी रह सकती हैं या नहीं. विपक्ष उनके इस्तीफे को जरूरी मानता है.

तस्वीर: Reuters

ग्रीन पार्टी की राष्ट्रीय मैनेजर स्टेफी लेमके ने कहा, "मैं कल्पना नहीं कर सकती कि ऐसे कलंक के साथ कोई शिक्षा मंत्री कैसे जर्मनी में पद पर रह सकती है." संसद में वामपंथी डी लिंके पार्टी की शोध नीति पर प्रवक्ता पेट्रा जिटे पद की गरिमा को क्षति पहुंचने का खतरा देखती हैं. "फ्राउ शावान को खुद सबक लेना चाहिए और शिक्षा व शोध मंत्री के पद को पहुंचने वाली क्षति को रोकना चाहिए." एसपीडी प्रमुख जिगमार गाब्रिएल ने कहा है कि नतीजे के बारे में शावान को खुद सोचना होगा.

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल के लिए संसदीय चुनावों से नौ महीने पहले शावान का इस्तीफा भारी चोट होगी. शिक्षा मंत्री चांसलर मैर्केल की बहुत करीबी और कैबिनेट में उनका अहम सहारा मानी जाती हैं. वे दो साल पहले भी डॉक्टरेट में धोखाधड़ी के चलते एक और मंत्री को को चुकी हैं. उस समय युवा रक्षा मंत्री कार्ल थियोडोर सू गुटेनबर्ग ने उनके शोध प्रबंध में लंबे लंबे पैराग्राफ की चोरी साबित होने के बाद इस्तीफा दे दिया था.

रिपोर्ट: नीना वैर्कहॉयजर/एमजे

संपादन: ओंकार सिंह जनौटी

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