1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

जर्मन सांसदों से जेलेंस्की की गुहार और शिकायत

१७ मार्च २०२२

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जर्मन सांसदों से कहा है कि रूस यूरोप में एक "दीवार" बना रहा है, जिससे इस महाद्वीप के फिर बंट जाने का खतरा है. जेलेंस्की ने वीडियो कांफ्रेस के जरिए सांसदों को संबोधित किया.

Deutschland Bundestag | Rede Wolodymyr Selenskyj
तस्वीर: Michael Kappeler/dpa/picture alliance

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जर्मन संसद के निचले सदल बुंडेस्टाग को संबोधित किया. उन्होंने शीत युद्ध के समय से तुलना करते हुए कहा कि इस वक्त यूरोप इस तरह से बंटा हुआ है, जिसमें एक तरफ लोग आजादी का मजा ले रहे हैं तो दूसरी तरफ लोग अत्याचार के कारण संकट में हैं.

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने इसका संदर्भ अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की मशहूर अपील से लिया था, जो उन्होंने सोवियत नेता मिखाइल गोर्बाचोव से बर्लिन की दीवार 'गिराने' के लिए की थी. जेलेंस्की ने कहा, "आप एक तरह से खुद को एक दीवार के पीछे पा रहे हैं, यह बर्लिन की दीवार नहीं बल्कि यूरोप के मध्य में है, जहां आजादी है. हमारी जमीन यूक्रेन पर गिरने वाले हर बम के साथ यह दीवार मजबूत हो रही है."

जर्मन सांसदों ने जेलेंस्की का अभिवादन खड़े हो कर ताली बजा कर कियातस्वीर: Tobias Schwarz/AFP

यूक्रेन में सैन्य दखल नहीं

जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स को सीधे संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा, "इस दीवार को गिरा दीजिए. जर्मनी को वो अग्रणी भूमिका दीजिए जो जर्मनी ने अर्जित की है." शॉल्त्स ने बाद में जेलेंस्की का 'प्रेरक शब्दों' के लिए आभार जताया. लेकिन साथ ही यह भी दोहराया कि नाटो ने यूक्रेन में सैन्य दखल से लिए इनकार किया है.

अनुवादक की मदद से जेलेंस्की ने जर्मनी से आग्रह किया कि वह यूक्रेन के यूरोपीय संघ का सदस्य बनने की कोशिश का समर्थन करे. इसके साथ ही उन्होंने जर्मन सरकार की रूस पर प्रतिबंध लगाने में देरी के लिए आलोचना भी की. यूक्रेनी नेता ने खासतौर पर कहा कि नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइप लाइन, जो रूस से जर्मनी तक गैस लाने के लिए बनाई गई है, उसे रद्द करने में काफी देरी की गई. जेलेंस्की ने कहा कि रूसी हमले की तैयारी के दौर में इस परियोजना को रद्द करने की यूक्रेन की बार-बार की गई अपील का एक ही जवाब मिलता रहाः अर्थव्यवस्था, अर्थव्यवस्था, अर्थव्यवस्था."

यह भी पढ़ेंः रूस और यूक्रेन किन रासायनिक हथियारों से हमले की आशंका जता रहे हैं

जर्मनी ने रूस के पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी हिस्सों को स्वतंत्र गणराज्य की मान्यता देने के बाद नॉर्ड स्ट्रीम 2 से गैस सप्लाई की मंजूरी देने से इनकार कर दिया था.

सब कुछ तबाह कर रहा है रूस

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने इससे पहले अमेरिकी संसद और यूरोपीय संसद को भी संबोधित किया था. जर्मन संसद को संबोधित करते हुए उन्होंने यूक्रेन में नागरिक ठिकानों पर रूसी हमलों का भी जिक्र किया और कहा कि रूस सैन्य और नागरिक ठिकानों में कोई फर्क नहीं कर रहा है.

तस्वीर: Bernd von Jutrczenka/dpa/picture alliance

जेलेंस्की ने कहा, "रूस हमारे शहरों पर बम गिरा रहा है और यूक्रेन में हर चीज को ध्वस्त कर रहा है, घर, अस्पताल, स्कूल, चर्च सब कुछ." यूक्रेनी राष्ट्रपति ने बताया, "तीन हफ्तों में हजारों यूक्रेनी लोगों की मौत हुई है. कब्जा करने वालों ने 108 बच्चों को मार डाला, यूरोप के बीचोबीच और साल है 2022." जर्मनी के लिए संकट से भरी 20वीं सदी की ओर इशारा करते हुए जेलेंस्की ने कहा, "एक बार फिर यूरोप में कोई एक समूची आबादी को मिटाने की कोशिश कर रहा है." 

संसद को संबोधित करने के लिए स्क्रीन पर जब जेलेंस्की दिखे तो सदस्य उनके स्वागत में खड़े हुए और ताली बजाई.

यह भी पढ़ेंः पुतिन के सामने अब तक की सबसे बड़ी पहेली

जर्मन संसद का निचला सदन बुंडेस्टाग जेलेंस्की के भाषण के तुरंत बाद ही बिना ब्रेक के अपने नियमित कामकाज में जुट गया. विपक्षी दलों ने इसके लिए सरकार की आलोचना भी की. मध्य दक्षिणपंथी क्रिश्चियन डेमोक्रैटिक पार्टी ने कहा कि सत्ताधारी दलों ने जेलेंस्की के भाषण के बाद यूक्रेन पर विशेष चर्चा के उनके अनुरोध को नहीं माना.

जर्मनी में यूक्रेन के शरणार्थी

यूक्रेन संकट की चर्चा जर्मनी में हर तरफ है. गृह मंत्रालय के मुताबिक अब तक 187,000 लोग हिंसा के डर से भाग कर शरणार्थी के रूप में जर्मनी आ चुके हैं. गुरुवार को जर्मन राष्ट्रपति फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर ने बर्लिन के सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर शरणार्थियों और उनकी मदद कर रहे वॉलंटियरों से मुलाकात की.

श्टाइनमायर ने उन सैकड़ों लोगों को शुक्रिया कहा जो स्टेशन के वेलकम सेंटर में शरणार्थियों की मदद करने रोज आ रहे हैं. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स गुरुवार को ही जर्मनी के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक कर रहे हैं जिसमें शरणार्थियों के मसले पर विस्तृत चर्चा होगी.

एनआर/आरएस (डीपीए)

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें