जर्मन रक्षा मंत्री उर्सुला फॉन डेय लाएन ने जर्मन सेना में सुधार लाकर उसे नाजी काल की सेना के असर से मुक्त करवाने की घोषणा की है. सेना के भीतर अति दक्षिणपंथियों के होने व देश विरोधी साजिशें रचने के कई मामले सामने आये हैं.
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जर्मन सेना में कट्टर दक्षिणपंथियों की मौजूदगी और उन पर लगे राष्ट्रविरोधी साजिशें रचने के आरोपों के कारण रक्षा मंत्रालय में हलचल मची है. ऐसे दो सैनिकों और एक आम नागरिक को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर शरणार्थी-समर्थक नेताओं को जान से मारने की साजिश रचने और सीरियाई शरणार्थी पर उसका दोष मढ़ने की तैयारी करने का आरोप है. एक सैनिक ने खुद शरणार्थी बन कर नकली पहचान पत्र भी हासिल कर लिया था.
रक्षा मंत्री उर्सुला फॉन डेय लाएन ने इस कांड के सामने आने के बाद सेना में सुधारों की एक श्रृखंला शुरु करने की घोषणा की है. सन 1982 में जारी की गयी "परंपराओं पर अध्यादेश" पर भी फिर से विचार किया जाएगा, जिसमें नाजी काल की सेना के प्रतीकों का प्रदर्शन करने की अनुमति थी. आज भी जर्मनी के कई आर्मी बैरकों में नाजी काल के स्टील के हेलमेट, हथियार और तस्वीरों का खुलेआम प्रदर्शन होता है.
दूसरे विश्व युद्ध के ठीक बाद जर्मनी को सेना रखने की अनुमति नहीं थी. 1955 में जाकर पश्चिम जर्मनी में बुंडेसवेयर की नींव पड़ी. फिर पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी के एकीकरण के बाद बुंडेसवेयर में पूर्वी जर्मनी के 20,000 सैनिकों की भर्ती हुई. 1999 में पहली बार बुंडेसवेयर को कोसोवो युद्ध के अंतरराष्ट्रीय विवाद में हिस्सा लेने का मौका मिला. इसके पहले उन्हें केवल शांति मिशन में भेजा जाता था. डेय लाएन ने कहा है कि आज नाटो के सदस्य देश जर्मनी की सेना के मौजूदा नियमों में "कई अच्छी बातें हैं लेकिन कई मामलों में पीछे के दरवाजे भी खुले हैं."
जर्मन सेना को लेकर विवादों में फंसी रक्षा मंत्री ने किसी भी तरह के अतिवाद को दिखाने वाली चीजों पर पूरी तरह रोक लगाने का प्रण लिया है. हाल ही में गिरफ्तार हए जर्मन लेफ्टिनेंट 28 साल के फ्रांको ए. ने पहले भी नस्लभेदी रवैया दिखाया था लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया. रक्षा मंत्री चाहती हैं कि सेना में सुधार लाकर ऐसी घटनाओं के भविष्य में दोहराव से बचा जाए. जर्मनी के बुंडेसवेयर में थल, जल और वायु सेना - तीनों शामिल हैं और इस समय करीब 180,000 सक्रिय सैन्यकर्मी हैं. फ्रांस के बाद पूरे यूरोपीय संघ में सबसे बड़ी सेना जर्मनी की ही है.
जर्मनी में 2015 से ही 10 लाख से ज्यादा शरणार्थी पहुंचे हैं. जिनमें से ज्यादातर सीरिया, इराक और अफगानिस्तान से हैं. शुरुआत में चली स्वागत की लहर के बाद कई जगहों पर विदेश-विरोधी स्वर धीरे धीरे मजबूत होते गये और नस्लभेदी हमलों की भी खबरें आने लगी हैं.
आरपी/एमजे (एएफपी)
जर्मन सेना में लगी स्कैंडलों की झड़ी
जर्मन रक्षा मंत्री उर्सुला फॉन डेय लाएन के लिए साल 2017 बहुत बुरा जा रहा है. बुंडेसवेयर से जुड़े कई स्कैंडल सामने आ रहे हैं और उन पर सेना के साथ खड़े ना होने के आरोप भी लग रहे हैं. देखिए सेना से जुड़े विवादास्पद कांड.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S. Sauer
बुरी फंसी रक्षा मंत्री
उर्सुला फॉन डेय लाएन दिखाना चाहती थीं कि वे सेना के भीतर हो रहे कांडों से वाकिफ हैं. लेकिन इसके लिए उन्होंने खुलेआम सेना के उच्च नेतृत्व की आलोचना कर दी. उनका कहना था कि बुंडेसवेयर का "रवैया गलत" है, कि सेना के अधिकारियों को यह नागवार गुजरा. जबाव मिला: "नेतृत्व ऊपर से ही नीचे पहुंचता है."
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सैनिक बना झूठा सीरियन रिफ्यूजी
हाल में सामने आये जर्मन सेना के लेफ्टिनेंट फ्रांको ए. पर आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप से सेना के विवादों ने तूल पकड़ा है. वह खुद सीरियाई रिफ्यूजी के रूप में रजिस्टर हुआ और संदेह है कि वह खुद कोई हमला कर उसकी जिम्मेदारी सीरियाई शरणार्थियों पर डालना चाहता था. सेना को 2014 से उसके दक्षिणपंथी झुकाव का पता था, लेकिन कुछ किया नहीं गया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/F. Rumpenhorst
माउंटेन रेंजर यूनिट में दुर्व्यवहार
बाड राइशेनहाल माउंटेन रेंजर्स यूनिट में हुए दुर्व्यवहार के 275 मामलों की जांच चल रही है. यह सब दक्षिणपंथी कट्टरवाद के मामले थे. इसके अलावा मार्च 2017 में पता चला कि एक लांस कॉरपोरल को बवेरिया की रेंजर यूनिट में कई महीने तक दुर्वयवहार झेलना पड़ा. पीड़ित ने डराये धमकाये जाने और यौन उत्पीड़न का शिकार बनाये जाने की शिकायत की. 14 लोगों की जांच हुई.
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महिला सैनिकों से जबरन पोल डांस कराना
इसे रक्षा मंत्री के कार्यकाल का सबसे बड़ा स्कैंडल कहा जा सकता है. फुलेनडॉर्फ के स्टाउफर आर्मी बेस में जनवरी में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने महिला रिक्रूटों के कपड़े उतरवाये और उनसे कई तरह के सेक्सुअल एक्शन करवा कर सब कुछ कैमरे में रिकॉर्ड किया. महिलाओं से जबरदस्ती पोल डांस भी करवाया गया. इसके लिए बुंडेसवेयर के टॉप ट्रेनिंग कमांडर को बर्खास्त किया गया.
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दक्षिणपंथी कट्टरवाद के कई मामले
बुंडेसवेयर के लिए जर्मन संघीय संसदीय आयुक्त हंस-पेटर बार्टेल्स ने अपनी रिपोर्ट में साल 2016 को भी सेना के लिए बुरा साल बताया. इस साल कम से कम 60 तथाकथित दक्षिणपंथी कट्टरवाद के मामले सामने आये. सैनिकों के बीच यहूदी विरोधी तस्वीरों और संगीत का लेन देन हुआ और नाजी सैल्यूट भी हुए.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S. Sauer
नेवी शिप पर मौत
ऐसा नहीं है कि दिसंबर 2013 में फॉन डेय लाएन के आने के बाद से ही सेना में कांड हुए हैं. 2010 में नेवी की एक ट्रेनिंग वेसेल पर 25 साल की एक रिक्रूट की मौत पर भी खूब शोर शराबा हुआ था. बताया गया कि एक जहाज की रस्सियों पर चढ़ने की एक्सरसाइज के दौरान वह महिला गिर गयी. फिर बाकी कैडेट्स ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और शिप पर ट्रेनिंग स्थगित कर दी गयी.
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बुंडेसवेयर का जन्म
दूसरे विश्व युद्ध के ठीक बाद जर्मनी को सेना रखने की अनुमति नहीं थी. 1955 में जाकर पश्चिम जर्मनी में बुंडेसवेयर की नींव पड़ी. फिर पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी के एकीकरण के बाद बुंडेसवेयर में पूर्वी जर्मनी के 20,000 सैनिकों की भर्ती हुई 1999 में पहली बार बुंडेसवेयर को कोसोवो युद्ध के अंतरराष्ट्रीय विवाद में हिस्सा लेने का मौका मिला. इसके पहले इन्हें केवल शांति मिशन में भेजा जाता था.
तस्वीर: picture alliance/akg-images
सेना में सर्विस अनिवार्य नहीं रही
आज जर्मन सेना में करीब 178,200 सक्रिय सैनिक हैं. मार्च 2017 तक इनमें से लगभग 11.4 फीसदी महिलाएं थीं. साल 2011 तक सभी पुरुषों के लिए सेना में सर्विस अनिवार्य होती थी, जो कि 9 से 18 महीने तक लंबी होती. अब सेना युवाओं से सेना में शामिल होने की अपील करती है. इन कांडों के कारण अपील थोड़ी कम आकर्षक हो गयी है. (कार्ला ब्लाइकर/आरपी)