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जर्मन सैनिकों की गोली से महिला की मौत

१० मार्च २०११

उत्तरी अफगानिस्तान में जर्मन सैनिकों की गोली से एक आम महिला की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हुई. जर्मन सैनिकों को गोली क्यों चलानी पड़ी, अभी इस बारे में परस्परविरोधी खबरें सामने आ रही हैं.

अफगानिस्तान में पांच हजार जर्मन सैनिक तैनात हैंतस्वीर: AP

चारदारा जिले के पुलिस प्रमुख गुलाम महिदीन ने कहा, "जिले के दुरमन इलाके में गश्त कर रहे जर्मन सैनिकों ने आसपास के इलाकों में गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके चलते एक महिला की मौत हो गई जबकि दूसरी घायल हो गई." यह घटना बुधवार को कुंदूज प्रांत में हुई जहां बड़ी संख्या में जर्मन सैनिक तैनात हैं.

महीदिन ने बताया कि जिस महिला की मौत हुई, वह गोलीबारी के वक्त अपने घर में थी जबकि घायल होने वाली महिला बाहर थी. पुलिस प्रमुख के मुताबिक गोलियां महिलाओं को निशाना बनाकर ही चलाई गई, "लेकिन हमारी रिपोर्टें बताती हैं कि उस वक्त वहां कोई झड़प नहीं हो रही थी और जर्मन सैनिकों से गलती हुई." अफगानिस्तान में लगभग पांच हजार जर्मन सैनिक तैनात हैं जो नाटो के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय सहायता सुरक्षा बल (आईसैफ) के तहत काम कर रहे हैं.

उधर प्रांतीय पुलिस प्रमुख अब्दुल रहमान सैयदखिली ने कहा है कि जर्मन सैनिकों पर हमला हुआ जिसके जवाब में उन्होंने कार्रवाई की. कुंदूज में जर्मन सेना के प्रवक्ता कर्नल क्राउस गिएर ने कहा कि वह मौत की पुष्टि नहीं कर सकते हैं लेकिन इस बारे में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. अफगानिस्तान में यह पश्चिमी सेनाओं के अभियानों के दौरान आम लोगों की मौत का ताजा मामला है जिसकी वजह से अफगान सरकार और नाटो सेनाओं के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है.

पिछले दिनों नाटो की एक हवाई कार्रवाई में नौ बच्चों की मौत पर देश में तैनात विदेशी सेनाओं के अमेरिकी कमांडर जनरल डेविस पेट्रियस को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी पड़ी, जिसे अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई ने खारिज कर दिया. बुधवार को जारी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल अफगानिस्तान में आम लोगों की मौतों में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई. इनमें से तीन चौथाई मौतों के लिए चरमपंथी जिम्मेदार हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य

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