ज़्यादा देर टॉप पर नहीं रहेगा भारत: चैपल
१२ जनवरी २०१०![](https://static.dw.com/image/5121285_800.webp)
घरेलू मैदान पर श्रीलंका को 2-0 से हरा कर आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भारत नंबर वन टीम बनी है जबकि वनडे में भारत ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर है. भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल के भाई इयान चैपल ने कहा, "अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टीमें सिर्फ़ अपनी सलामी बल्लेबाज़ों की साझेदारियों के बूते महान नहीं बनती. इसके अलावा भी कई अहम चीज़ें मायने रखती हैं. इसलिए मैं लंबे समय के लिए भारत को नंबर वन टीम नहीं मानूंगा."
गेंदबाज़ों की अहमियत पर ज़ोर देते हुए चैपल ने कहा कि सफल टीम के लिए दो चैंपियन गेंदबाज़ों का होना बेहद ज़रूरी है. और यह क्रिकेट का वो पहलू है जिसमें भारत फ़िलहाल मात खा रहा है. भारतीय टीम में संतुलन पर सवाल खड़े करते हुए चैपल ने यहां तक कह डाला कि भारतीय क्रिकेट टीम में फ़िलहाल एक भी मैच जिताऊ गेंदबाज़ नहीं है.
"पिछले 12 महीनों के औसत और स्ट्राइक रेट पर जब मैं नज़र डालता हूं तो मुझे ढंग के दो गेंदबाज़ भी नहीं दिखाई देते. असल में मुझे एक चैंपियन गेंदबाज़ ढूंढने में मुश्किल होती है." चैपल ने कहा कि भारत की बैटिंग लाइन अप बहुत अच्छी है लेकिन गेंदबाज़ी इतनी अच्छी नहीं कि टीम दुनिया भर में लगातार अपने प्रदर्शन का डंका पीटती रहे.
पिछले 2 सालों में भारत ने 20 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें से 9 में उसे जीत हासिल हुई है और तीन में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है. इनमें से तीन जीत भारत को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मिली हैं. लेकिन चैपल अपने तर्क का बचाव करते हुए कहते हैं कि भारत ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ तब जीता जब ऑस्ट्रेलिया के पास ग्लेन मैकग्राथ, शेन वॉर्न और एडम गिलक्रिस्ट जैसे मज़बूत खिलाड़ी नहीं थे.
"भारत की जीत ज़्यादा मायने रखती अगर टीम तब जीतती जब ऑस्ट्रेलिया के पास एक के बाद एक महान खिलाड़ी थे और टीम बेहद मज़बूत थी. यह बहुत निराशाजनक है कि सभी टीमों ने ऑस्ट्रेलिया के दबदबे के दौर में एक तरह से आत्मसमर्पण कर दिया और उस समय का इंतज़ार करने लगे जब ऑस्ट्रेलियाई टीम अपेक्षाकृत कमज़ोर होगी."
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार