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जापान में परमाणु लीकेज पर चीन की नजर

१३ मार्च २०११

जापान में परमाणु पावर प्लांट से रेडिएशन लीक होने से चिंता का माहौल है. चीन भी स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं. हालांकि चीन ने परमाणु पॉवर प्रोजेक्ट के विस्तार की अपनी योजना पर पुनर्विचार करने का फैसला नहीं किया है.

तस्वीर: dapd

चीन का कहना है कि जिस तरह के आधुनिक रिएक्टर वह बनाएगा, उसमें ऐसी कोई दिक्कत सामने नहीं आएगी. जापान में आए भूकंप का वहा परमाणु रिएक्टरों पर खासा असर हुआ है और इस वजह से चीन भी हालात पर नजर बनाए हुए है.

चीन बड़े पैमाने पर परमाणु पावर प्लांट के विस्तार पर काम कर रहा है. चीन में पर्यावरण संरक्षण के उपमंत्री झांग लिजुन ने कहा है कि जापान में प्लांट से रेडिएशन का लीक होने के बावजूद वे अपनी योजना के बारे में संशकित नहीं हैं.

तस्वीर: AP

झांग लिजुन के मुताबिक चीन में नजर रखी जा रही है कि विकिरण लीक होने का क्या प्रभाव पड़ता है. फिलहाल आई रिपोर्टों के मुताबिक चीन पर लीकेज का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा.

उत्तरी जापान में फुकुशिमा परमाणु प्लांट में मुख्य रिएक्टर शनिवार दोपहर को विस्फोट हुआ जिससे विकिरण लीक होने लगे. विस्फोट से चार लोग घायल हुए हैं. ऐहतियात के तौर पर प्रशासन ने प्लांट के 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 10 हजार लोगों को घरों से जाने का आदेश दे दिया है.

चीन ने साफ शब्दों में कहा है कि परमाणु पावर प्लांट बनाने से वह पीछे नहीं हटेगा लेकिन जापान में हुई घटना से उसने सबक जरूर लिया है. "कुछ सबक हमने लिए हैं और इनका उपयोग हम चीन में परमाणु प्लांट बनाने में करेंगे. चीन ने परमाणु ऊर्जा के लिए अपनी योजना और दृढ़ता को नहीं त्यागा है."

चीन में फिलहाल 13 रिएक्टर हैं और 10 मेगा न्यूक्लियर प्लांट के निर्माण को मंजूरी मिली है. परमाणु बिजली में उत्पादन को बढ़ाने के लिए 25 प्लांट पर काम चल रहा है. 2020 तक चीन की योजना है कि 86 गीगावॉ्ट्स बिजली का उत्पादन किया जाए. 2020 तक यह निवेश 121.5 अरब डॉलर है.

रिपोर्ट एजेंसियां/एस गौड़

संपादन आभा एम

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