जापान में भयानक भूकंप, 29 मौतें
११ मार्च २०११![](https://static.dw.com/image/6466691_800.webp)
जापान की दमकल और आपदा प्रबंधन एजेंसी और पुलिस ने भूकंप में कम से कम 29 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है. मीडिया खबरों में मृतकों की संख्या 32 तक बताई जा रही है. मृतकों में एक 67 वर्षीय व्यक्ति और एक बुजुर्ग महिला भी शामिल हैं जो दीवार और छत गिरने से मारे गए. ये दोनों मौतें टोक्यो के बाहरी इलाके में हुईं. पूर्वोत्तर टोक्यो में भी घर के नीचे दबने से तीन लोग मारे गए. राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी देश भर में भूकंप से हुई तबाही के आंकड़े जुटा रही है.
रिक्टर पैमाने पर 8.9 की तीव्रता वाले भूकंप से 10 मीटर ऊंची सूनामी लहरें उठी जो अपने रास्ते में आई हर चीज को बहा कर ले गईं. घर और कारें भी बह गए. भूकंप के कारण कई इमारतों में आग लग गई. टोक्यो में लगभग चालीस लाख घरों की बिजली गुल हो गई. शेनदाई शहर में एक होटल की छत ध्वस्त होने की खबर है जिसके नीचे लोगों के दबे होने की आशंका है.
जापान के सरकारी मीडिया संस्थान एनएचके ने खबर दी है कि भूकंप से बहुत से लोग घायल हुए हैं और लोगों को ऊंची इमारतों और तटीय इलाकों में न जाने को कहा गया है. जापान में आए शक्तिशाली भूंकप के बाद फिलीपींस, ताइवान और इंडोनेशिया में सूनामी चेतावनी जारी की गई है. शुक्रवार को आए भूकंप ने 2004 की सूनामी की याद दिला दी है जिसमें जानमाल की भयानक तबाही हुई थी.
प्रशांत सूनामी चेतावनी केंद्र ने पूरे प्रशांत क्षेत्र के अलावा कोलंबिया और पेरू जैसे दूरदराज के देशों के लिए भी सूनामी चेतावनी जारी की है. भूकंप का केंद्र राजधानी टोक्यो से 300 किलोमीटर दूर सेंदाई शहर से निकट समंदर में बताया जाता है.
भूकंप के बाद लोगों में डर और दहशत है. टोक्यो में एक रेस्त्रां चलाने वाले 36 वर्षीय हिदेकात्सू हाता ने बताया, "मैं बहुत डर गया. मैं अब भी दहशत में हूं. मैंने कभी ऐसा शक्तिशाली भूकंप नहीं देखा." टीवी पर दिखाई जा रही तस्वीरों में सूनामी की लहरों में इमारतों के मलबे को बहते देखा जा सकता है. अधिकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़ने का अंदेशा जता रहे हैं.
टोक्यो की भूमिगत ट्रेन स्टेशनों पर लोगों की चीखें सुनाई दीं और उन्होंने एक दूसरे का हाथ थाम लिया. भूकंप के झटके इतने जबरदस्त बताए जाते हैं कि कुछ देर के लिए खड़ा होना मुश्किल था. अमेरिकी भूगर्भ सर्वे की तरफ से पहले इस भूकंप की तीव्रता 7.9 बताई गई जिसका केंद्र जमीन से 15.1 मील नीचे बताया गया. बाद में भूकंप की तीव्रता 8.9 पाई गई.
भूकंप की खबर मिलने के बाद टोक्यो के शेयर बाजार में गिरावट देखी गई. देश के केंद्रीय बैंक का कहना है कि वह वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए हर मुमकिन कदम उठाएगी. जापान के भूकंप के बाद एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखी गई है. वैसे जापान में भूकंप आम बात हैं. दुनिया में आने वाले कुल भूकंप के बीस प्रतिशत जापान में ही आते हैं जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर अकसर 6 या उससे ज्यादा होती है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः महेश झा