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जेपीसी की मांग पर नहीं चलने दी संसद

१६ नवम्बर २०१०

2जी स्पेक्ट्रम मामले पर लोकसभा दूसरे दिन भी नहीं चल सकी. मामले की जांच जेपीसी से कराने की मांग पर अड़े विपक्ष के हंगामे के कारण मंगलवार को संसद की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. सीएजी की रिपोर्ट लोकसभा में पेश.

संसद फिर ठपतस्वीर: AP

2जी स्पेक्ट्रम मामले में संचार मंत्री ए राजा के इस्तीफे से भी विपक्ष संतुष्ट नहीं है. उसकी मांग है कि मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराई जाए, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार लोक लेखा समिति से जांच कराने की बात कह कर जेपीसी से जांच कराने की विपक्ष की मांग को मानने के लिए तैयार नहीं है.

इस मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों में विपक्ष ने जमकर शोरशराबा किया. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नौंकझौंक और भारी हंगामे के कारण लोकसभा को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया.

विपक्ष ने सोमवार को भी संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी. सुबह लोकसभा में स्पीकर मीरा कुमार के आते ही बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों के सांसद सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे. शोरशराबे के बीच वित्त राज्य मंत्री एसएस पलनिमणिक्कम ने इस मामले का खुलासा करनमे वाली सीएजी की रिपोर्ट को लोकसभा के पटल पर पेश कर दिया. विवाद की जड़ मानी जा रही इस रिपोर्ट में 2जी स्पेक्ट्रम के आवंटन में भारी अनियमितताओं का जिक्र किया गया है.

रिपोर्ट पेश होने पर विपक्ष और भी ज्यादा भड़क गया. कुछ समय बाद शिवसेना, बीजेपी, एआईएडीएमके, समाजवादी पार्टी और बीजू जनता दल के सांसदों ने स्पीकर के सामने जाकर नारेबाजी शुरू कर दी.

इस बीच कांग्रेस के सांसदों ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे को आवंटित की गई जमीन के मामले का खुलासा करने वाली मीडिया रिपोर्टों के हवाले से बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. कमोबेश यही स्थिति राज्यसभा में भी रही. जबरदस्त हंगामे को देखते हुए दोनों सदनों को पहले दोपहर तक के लिए स्थगित किया गया.

भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. लिहाजा लोकसभा की स्पीकर मीरा कुमार ने सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया. संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत सोमवार से हुई. लेकिन 2जी स्पेक्ट्रम मामले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच पैदा टकराव के कारण अब तक प्रश्नकाल भी नहीं हो पाया है.

इस बीच ताजा जानकारी के मुताबिक इस गतिरोध को दूर करने के लिए वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित होने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात की. आडवाणी विपक्षी गठबंधन एनडीए के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. सरकार और यूपीए की ओर से मुखर्जी को विपक्षी दलों को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

रिपोर्टःपीटीआई/निर्मल

संपादनः ए कुमार

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