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जॉर्जिया में लड़ाई से जर्मनी चिंतित

११ अगस्त २००८

जॉर्जिया में लड़ाई बंद नहीं हुई हैं, भले ही जॉर्जियाई राष्ट्रपति के अनुसार उन्होंने यूरोपीय सॆघ के सुझाये युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर कर दिये हैं. जर्मनी के नेता भी कॉकेशिया में टकराव को बढ़ने से रोकने में लगे हैं.

जॉर्जिया के राष्ट्रपति ने फ्रांस ओर फिनलैंड के विदेशमंत्रियों के सामने यूरोपीय संघ के सुझाये युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर कियेतस्वीर: AP

दक्षिणी ओसेतिया के बहाने से रूस और जॉर्जिया के बीच लड़ाई ने जर्मन राजनेताओं का आराम भी हराम कर दिया है. जर्मन सरकार के उपप्रवक्ता टोमास श्टेग ने सोमवार को बर्लिन में पत्रकारों को बताया कि चांसलर मेर्कल हालाँकि इस समय छुट्टियाँ मना रही हैं, वहीं से वे सभी संबंद्ध पक्षों से कई बार टेलीफ़ोन कर चुकी हैं और स्थिति से बहुत चिंतित हैं. सोमवार सुबह उन्होंने जॉर्जिया के राष्ट्रपति साकाश्विली से पुनः बात कीः

चांसलर मेर्कल अपने पति के साथतस्वीर: AP

"चांसलर ने उनसे कहा कि वर्तमान स्थिति में अविलंब और बिनाशर्त संघर्षविराम जरूरी है. सभी सैनिक बलों को संघर्ष शुरू होने से पहले वाले ठिकानों पर वापस लाना होगा. जल,थल और हवा में सारी लड़ाइयाँ बंद करनी होंगी और यह भी कि जॉर्जिया की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिये".

उल्लेखनीय है कि चांसलर मेर्कल आगामी शुक्रवार को काला सागर तट पर बसे सुरम्य नगर सोची में, जो जॉर्जिया के एक दूसरे विद्रोही प्रदेश अबख़ाज़िया से केवल 100 किलोमीटर दूर है, रूसी राष्ट्रपति दिमीत्री मेद्वेदेव और प्रधानमंत्री व्लादीमीर पूतिन से मिलने वाली हैं. सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि वे इस यात्रा पर ज़रूर जायेंगी और रूस-जॉर्जिया लड़ाई का अब उनकी बातचीत में मुख्य स्थान होगा.

जर्मनी के विदेशमंत्री फ्रांक-वाल्टर श्टाइनमायर अपनी छुट्टियाँ बीच में ही छोड़ कर बर्लिन लौट आये हैं और रूस तथा जॉर्जिया के विदेशमंत्री सहित इस समय बीच-बचाव कर रहे सभी पक्षों के साथ टेलीफ़ोन से संपर्क में हैं. उनके प्रवक्ता येन्स प्लौटनर ने कहा कि इस समय यह कहना उचित नहीं होगा कि वर्तमान लड़ाई के लिए कौन ज़िम्मेदार हैः

जर्मन विदेशमंत्री श्टाइनमायरतस्वीर: AP

"हमारी दृष्टि से विभिन्न पक्षों की ओर से भड़काने और आग में घी डालने वाली कई दुर्भाग्यपूर्ण बातें हुई हैं."

विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि जॉर्जिया में रह रहे 300 में से 200 जर्मन नागिरकों को वहाँ से निकालने की व्यवस्था की जा रही है. जॉर्जिया को 10 लाख यूरो के बराबर तत्काल मानवीय सहायता दी भी जा रही है.

रूसी संवाद संस्था इंटरफ़ैक्स के अनुसार रूसी प्रधानमंत्री पूतिन ने वर्तमान स्थिति के लिए जॉर्जिया के साथ-साथ अमेरिका को भी ज़िम्मेदार ठहराया है. जॉर्जिया के राष्ट्रपति साकाश्विली की तुलना उन्होंने सद्दाम हुसैन से की है और अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसने साकाश्विली के कहने पर दो हज़ार जॉर्जियाई सैनिकों को इराक़ से हटाकर दक्षिणी कॉकेशिया पहुँचाया. इसी कारण जॉर्जिया ने दक्षिणी ओसेतिया पर हमला करने का साहस किया.

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