झटकों के बाद संभलने की कोशिश में श्रीलंका
१८ मार्च २०११वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. लेकिन दिन की रोशनी में खेलने की खुशी टीम के साथ ज्यादा देर नहीं चली. न्यूजीलैंड की कसी गेंदबाजी के आगे तरंगा और दिलशान रन बटोरने के लिए छटपटाते दिखे. तीसरे ओवर की आखिरी गेंद में दोनों का सब्र जवाब दे गया और टाइट रन चुराने के चक्कर में तरंगा गच्चा खा बैठे. साउथी ने उन्हें रन आउट कर श्रीलंका को पहला झटका दिया.
विकेट नंबर दो तिलकरत्ने दिलशान का रहा. दिलशान भी तीन रन से ज्यादा नहीं बना सके. जैकब ओरम और साउथी ने दिलशान को ऑफ स्टंप पर एक भी कमजोर गेंद नहीं दी. लगातार कसी गेंदबाजी ने दिलशान को फिर झल्ला कर रख दिया. जबरदस्ती का शॉट मारने के चक्कर में वह ओरम को कैच थमा बैठे.
इस तरह पांचवे ओवर तक श्रीलंका सलामी जोड़ी खो बैठा.
क्रीज पर अब कप्तान कुमार संगकारा और अनुभवी महेला जयवर्धने हैं. दोनों बेहद संभलकर खेल रहे हैं. संगकारा तेज गेंदबाजों को बहुत अच्छे ढंग से खेलते हैं. ऐसे में श्रीलंका और न्यूजीलैंड दोनों की नजरें उन्हीं पर टिकी है. महेला जयवर्धने भी वर्ल्ड कप में अब तक एक शानदार पारी खेलने के लिए तरस रहे हैं. फिलहाल श्रीलंका का स्कोर 23 ओवर में दो विकेट खोकर 83 रन है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन