झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को दिल्ली की एक विशेष अदालत ने कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में भ्रष्टाचार का दोषी पाया है. विशेष न्यायाधीश भारत पराशर ने कोड़ा, पूर्व कोयला सचिव एच.सी. गुप्ता, झारखंड के तत्कालीन मुख्य सचिव ए.के. बसु सहित अन्य को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का दोषी पाया है. इस मामले में सजा 14 दिसंबर को सुनाई जाएगी.
यह मामला झारखंड में राजहरा नॉर्थ कोयला ब्लॉक को कोलकाता की विनी आयरन एंड स्टील उद्योग लिमिटेड (विसुल) को आवंटित करने में कथित अनियमिताओं से जुड़ा है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोड़ा, गुप्ता और अन्य पर विसुल को कोयला ब्लॉक आवंटित करने में अनियमिताएं बरतने का आरोप लगाया था.
देश के बेहतरीन कोयले वाला झारखंड का झरिया लोगों की यादों से झर चुका है. काले सोने ने झरिया के लोगों का जीवन भी काला कर दिया है.
तस्वीर: Isabell Zipfelझरिया में पिछले एक दशक से कोयले की खदानों में आग लगी हुई है, जिसका खामियाजा पर्यावरण और वहां रह रहे लोगों की सेहत को उठाना पड़ रहा है. जमीन से लगातार धुआं निकल रहा है.
तस्वीर: Isabell Zipfelझरिया में दो सदियों से कोयला निकाला जा रहा है. लेकिन वहां के लोगों की आर्थिक हालत बहुत ही खराब है. सरकार ने खनन में निवेश तो किया, पर सामाजिक आर्थिक विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया.
तस्वीर: Isabell Zipfelअमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया में कोयले का सबसे बड़ा उत्पादक है. झारखंड के झरिया में देश का बेहतरीन कोयला मिलता है. काले सोने ने झरिया के लोगों का जीवन भी काला कर दिया है.
तस्वीर: Isabell Zipfelजिस पैमाने पर वहां आग लगी हुई है उसे बुझाने में बहुत वक्त लगेगा और बहुत पैसा भी. पर्यावरण कार्यकर्ता मानते हैं कि आग पर काबू करना सरकार के लिए कोई आसान काम नहीं है.
तस्वीर: Isabell Zipfelपिछले दो दशकों से लोगों को झरिया से हटा कर कहीं और बसाने पर चर्चा चल रही है, ताकि आग पर काबू पाया जा सके. लेकिन सही योजना के अभाव में अब तक कुछ हो नहीं पाया है.
तस्वीर: Isabell Zipfelदामोदर घाटी के इस इलाके में रहने वाले लोगों को कहीं और बसाने के लिए दस हजार रुपये का मुआवजा देने की बात भी चल रही है. लेकिन लोगों को भविष्य की चिंता सता रही है.
तस्वीर: Isabell Zipfelझरिया का लगभग हर बच्चा दमे का शिकार है. इलाके में और उसके आसपास रहने वाले लोगों को सांस की कई तरह की बीमारियां हैं. इसमें फेफडों का कैंसर भी शामिल है.
तस्वीर: Isabell Zipfelकई दशकों से यहां कोयले का अवैध खनन भी हो रहा है जो बहुत खतरनाक है. इसकी कोई गिनती नहीं है कि कोयले के अवैध खनन के कारण झरिया में अब तक कितने लोगों की जान गई है.
तस्वीर: Isabell Zipfelक्या इंसान, क्या जानवर, झरिया में जीवन दूभर है. यहां के लोग पानी के लिए दामोदर नदी पर निर्भर करते हैं. कोयले के अवैध खनन के कारण यहां पानी की गुणवत्ता पर भी असर पड़ा है.
तस्वीर: Isabell Zipfelसरकार ने योजनाएं जरूर बनाई हैं, लेकिन उन पर अमल नहीं हुआ है. झरिया के लोग बस भगवान भरोसे हैं.
तस्वीर: Isabell Zipfel यह पहला मामला नहीं है जिसमें मधु कोड़ा को दोषी पाया गया है. इसके पहले चुनाव आयोग को चुनावी खर्चे का सही हिसाब नहीं देने के मामले में आयोग कोड़ा के चुनाव लड़ने पर 3 साल की रोक लगा चुका है. साल 2006 में कोड़ा झारखंड के पांचवें मुख्यमंत्री बने थे. मुख्यमंत्री बनते वक्त वह निर्दलीय विधायक थे.