1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

टीके से रुकता है बच्चों का कैंसर

३ फ़रवरी २०११

अगर बचपन में कुछ खास टीके लगा दिए जाएं, तो बच्चों को होने वाले कैंसर को रोका जा सकता है. टीकाकरण से खास तौर पर खून के कैंसर पर अंकुश लग सकता है. अमेरिका की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.

बच्चों का टीकाकरण जरूरीतस्वीर: picture-alliance/dpa

अमेरिका के बच्चों के इलाज पर निकलने वाले एक जर्नल में बताया गया है कि जिन इलाकों में ज्यादातर बच्चों का हेपेटाइटीस-बी का टीका लगाया गया, उनमें कैंसर की संभावना बाकी बच्चों से 20 प्रतिशत कम पाई गई. इसी तरह जिन बच्चों को पोलियो के टीके लगे उनमें कैंसर की 30 प्रतिशत कम संभावना है, और पोलियो और हेपेटाइटीस-बी दोनों ही लगे होने पर यह संभावना 40 प्रतिशत कम है.

टेक्सस के बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के माइकल शोएरर का कहना है कि टीकाकरण से किस तरह कैंसर की रोकथाम में मदद मिलती है यह आने वाले समय में ज्यादा साफ हो पाएगा. लेकिन फिलहाल लोगों को यह नहीं सोचना चाहिए कि हमने बच्चों को टीका लगवा दिया है तो अब इन्हें कैंसर हो ही नहीं सकता. शोएरर और उनकी टीम ने 1995 से 2006 के बीच पैदा हुए 2 से 17 साल के बच्चों पर अध्ययन किया. इनमें 2,800 बच्चे ऐसे थे, जिनके खून में कैंसर पाया गया. हर पांच में से एक बच्चे को कैंसर था. इन आंकड़ों को इकट्ठा कर इस बात की जांच की गई कि यह बच्चे जिन अलग अलग प्रान्तों के हैं वहां टीकाकरण की स्थिति क्या है.

तस्वीर: AP

शोएरर मानते हैं कि ऐसे अध्ययन से उन लोगों को सीख मिल सकती है जो अपने बच्चों को टीके दिलवाने में हिचकिचाते हैं और इसे गलत धारणाओं के साथ जोड़ देते हैं, "लोग अब देख सकते हैं कि टीकाकरण के कितने फायदे होते हैं. यह केवल उन्हीं बीमारियों को रोकने में काम नहीं आते जिनके लिए इन्हें बनाया गया है. इनके और भी फायदे हैं."

इससे पहले के अध्ययनों में अलग नतीजे देखे गए. पहले यह बात सामने आई कि टीके के कारण कई बच्चों में इन्फेक्शन भी हो जाता है जो बाद में कैंसर का रूप ले सकता है. लेकिन अब इससे अलग ही नतीजे सामने आ रहे हैं. इसीलिए वैज्ञानिक इस पर और समय देना चाहते हैं ताकि इस बात की पुष्टि हो सके.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया

संपादन: ए जमाल

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें