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टीम इंडिया को पहली सीरीज जीतने का मौका

१ जनवरी २०११

भारतीय क्रिकेट टीम पहली बार दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने की तमन्ना लेकर केप टाउन में उतरने को तैयार है और साथ ही उसकी ख्वाहिश है कि क्रिकेट प्रेमियों को जीत के साथ नए साल का तोहफा दें. आखिरी मैच रविवार से.

तस्वीर: AP

पहले टेस्ट में पारी की हार झेलने वाली महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने डरबन में खेले गए दूसरे मैच में गजब की वापसी करते हुए इसे 87 रन से जीत लिया. इसके बाद दुनिया की पहले नंबर की टेस्ट टीम तीसरा और आखिरी टेस्ट जीत कर दक्षिण अफ्रीका में इतिहास बनाना चाहती है.

मैच ऐसे ग्राउंड पर हो रहा है, जहां भारत को आज तक जीत नसीब नहीं हुई है. उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक ड्रॉ है और वह भी करीब 18 साल पहले 1993 में. भारत ने यहां कुल तीन मैच खेले हैं, जिनमें दो में उसे हार मिली है. 1997 की वह हार भला कौन भूल सकता है, जब टीम इंडिया को 282 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी.

तस्वीर: UNI

लेकिन धोनी की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास को बार बार बदला है और केप टाउन में भी उससे ऐसी ही उम्मीद की जा रही है. जहीर खान और वीवीएस लक्ष्मण जबरदस्त फॉर्म में हैं और टीम में सचिन, सहवाग, द्रविड़ और धोनी जैसे बल्लेबाज तो हैं ही. इसके बावजूद भारत के सामने बल्लेबाजी ही बड़ी समस्या लग रही है. डरबन में गेंदबाजों के बल पर भारत को जीत मिल गई लेकिन बल्लेबाजी में वह दोनों पारियों में ढह गया. सिर्फ लक्ष्मण के रूप में उनका बल्लेबाज चला, जिसने दूसरी पारी में 96 रन बनाए और भारत के लिए जीत पक्की की.

सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर की वजह डरबन में मुरली विजय को मौका मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाए. मुरली फेल रहे और गंभीर एक बार फिर नेट्स में प्रैक्टिस करते दिख रहे हैं. उम्मीद है कि तीसरे और अहम मैच में वह पारी की शुरुआत करेंगे.

ऐसा ही बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा के साथ भी रहा. मध्यक्रम में जगह न होने के बावजूद उन्हें खेलने का मौका मिला. लेकिन डरबन में वह सिर्फ 19 और 10 रन ही बना पाए. हो सकता है कि सुरेश रैना की गैरमौजूदगी में उन्हें एक मौका और मिल जाए. जहां तक स्पिन गेंदबाजी का सवाल है, हरभजन सिंह कभी भी करिश्मा कर सकते हैं.

तस्वीर: AP

उधर, दक्षिण अफ्रीका के लिए डरबन में हार के बाद वापसी एक मुश्किल काम होगा. लेकिन उनके लिए अच्छी बात यह है कि केप टाउन में खेले गए 21 टेस्ट मैचों में से उन्हें 14 बार जीत हासिल हुई है और वह यहां सिर्फ तीन बार ऑस्ट्रेलिया से हारे हैं.

ग्रेम स्मिथ के सामने भी बल्लेबाजी की ही चिंता है. पहले टेस्ट में विशाल स्कोर खड़ा करने वाली टीम दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 131 रन पर ढेर हो गई. हालांकि टीम में हाशिम अमला, जैक कालिस, अल्विरो पेटरसन और खुद स्मिथ जैसे बल्लेबाज हैं. उनके पास दुनिया के बेहतरीन गेंदबाज डेल स्टेन के अलावा मोर्ने मोर्केल भी हैं, जो किसी भी टीम के पांव उखाड़ सकते हैं.

दोनों टीमें इस प्रकार हैं.

भारतः

एमएस धोनी, गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, सुरेश रैना, हरभजन सिंह, जहीर खान, इशांत शर्मा, एस श्रीसंत, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, ऋद्धिमान साहा, उमेश यादव, जयदेव उनादकट और प्रज्ञान ओझा

दक्षिण अफ्रीकाः

ग्रेम स्मिथ, अल्विरो पेटरसन, हाशिम अमला, जैक कालिस, एबी डीविलियर्स, एशवेल प्रिंस, मार्क बाउटर, डेल स्टेन, पॉल हैरिस, मोर्ने मोर्केल, लोनवाबो सोटसोबे, रेयान मैकलैरेन, जेपी डुमिनी, वेन पारनेल.

तीसरा टेस्ट रविवार दो जनवरी को भारत के समय से दोपहर दो बजे शुरू होगा.

रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल

संपादनः महेश झा

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