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टी-20 वर्ल्ड कप: टीम इंडिया की करारी हार

७ मई २०१०

अपने पहले सुपर-8 मुकाबले में टीम इंडिया की करारी हार. ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ों के सामने नतमस्तक हुए भारतीय बल्लेबाज़. जीत की हैट्रिक के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम बनी वर्ल्ड कप की सबसे पसंदीदा दावेदार.

तस्वीर: AP

ब्रिजटाउन की उछाल भरी पिच पर भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीता और पहले फ़ील्डिंग का फ़ैसला किया. भारतीय गेंदबाज़ों के सामने आईपीएल खेलने वाले शेन वाटसन और डेविड वार्नर की चिर परिचित सलामी जोड़ी थी, लेकिन टीम इंडिया इसका कोई फायदा नहीं उठा सकी. वाटसन और वार्नर ने भारतीय गेंदबाज़ों की ख़ूब धुनाई की.

इसके लिए काफी हद तक रवींद्र जडेजा भी ज़िम्मेदार रहे. उन्होंने शुरूआत में वाटसन का आसान सा कैच छोड़ दिया. तब वाटसन सात रन पर खेल रहे थे. रवींद्र जडेजा की असली ख़बर ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज़ों ने बाद ली. जडेजा के पहले ओवर में वाटसन ने तीन छक्के मारे और दूसरे ओवर में वार्नर ने जडेजा का तारे दिखाए. दोनों ने पहले विकेट के लिए 11वें ओवर तक 104 रन जोड़ दिए.

इस स्कोर पर वाटसन आउट हुए, उन्होंने छह छक्कों की मदद से 54 रन बनाए. पहला विकेट गिरने के बावजूद वार्नर का बल्ला बोलता रहा. उन्होंने सात गगनचुंबी छक्कों की मदद से 72 रन बनाए. इन दोनों बल्लेबाज़ों के खेल से टीम इंडिया परेशानी पड़ चुकी थी. रही सही कसर डेविड हसी ने पूरी कर दी, हसी फटाफट 35 रन बनाकर आउट हुए. अन्य बल्लेबाज़ स्कोर को ज़्यादा आगे नहीं ले जा पाए. हैडिन और माइकल भी आए और गए. ऑस्ट्रेलिया की पारी 184 रन पर थमी.

भज्जी और रोहित ही चलेतस्वीर: AP

भारत की ओर से हरभजन सिंह और आशीष नेहरा ही बढ़िया गेंदबाज़ी कर सके. हरभजन ने चार ओवर में 15 और नेहरा ने 31 रन दिए. यानी इन दोनों के अलावा बाकी गेंदबाज़ों के 12 ओवरों में 138 रन पिटे. मैच इसी वजह से हाथ से निकला.

ख़ैर, 185 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की सलामी जोड़ी एक बार फिर बुरी तरह फ़्लॉप रही. मुरली विजय दो और ख़राब फॉर्म से जूझ रहे गौतम गंभीर नौ रन बनाकर आउट हुए. डिर्क नानेस, शॉन टैट और मिचेल जॉनसन की घातक गेंदबाज़ी का जबाव सुरेश रैना, युवराज सिंह और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पास भी नहीं था. भारी संकट के बावजूद यह बड़े नाम क्रीज़ पर टिक न सके.

आठवें ओवर तक भारतीय टीम 37 रन ही बना सकी थी और उसके पांच विकेट गिर चुके थे. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों को करारा जवाब सिर्फ रोहित शर्मा ही दे पाए. शर्मा एक छोर पर डटे रहे और रन भी बनाते रहे. धोनी के आउट होने के बाद उनका साथ देने आईपीएल स्टार यूसुफ पठान आए. अक्सर अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में औसत दर्जे से नीचे का प्रदर्शन करने वाले पठान एक रन ही बना सके. गेंदबाज़ी में अथाह रन लुटाने वाले रवींद्र जडेजा चार पर रन आउट हुए.

तस्वीर: AP

भारतीय टीम की बेहद शर्मनाक दिखती हार को काफी हद तक रोहित शर्मा और हरभजन सिंह ने टाला. दोनों के बीच आठवें विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी हुई. हरभजन सिंह 14 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद टैट ने ज़हीर और नेहरा जैसे पुछल्लों को भी उतनी ही आसानी से पैवेलियन भेजा, जैसे टॉप ऑर्डर को भेजा था. भारतीय टीम 18वें ओवर में 135 रन बनाकर ढेर हो गई.

एक वक्त धोनी ब्रिगेड के लिए 100 रन बनाने भी मुश्किल हो रहे थे लेकिन रोहित शर्मा ने बेहद समझदारी से स्ट्राइक ज़्यादा से ज़्यादा अपने हाथ में रखी, रोहित 42 गेंदों पर 79 रन बनाकर नाबाद लौटे. अपनी पारी में उन्होंने छह छक्के जड़े. बाकी के सात जाने माने बल्लेबाज़ कुल 24 रन ही बना सके.

डेविड वार्नर को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया. धोनी के धुरंधरों को ढेर करने के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम का टी-20 वर्ल्ड कप में विजय अभियान जारी है. ऑस्ट्रेलिया अब कप जीतने की सबसे प्रबल दावेदार टीम लग रही है. टीम की बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी तूफ़ानी साबित हो रही है. टीम इंडिया के अगला मैच रविवार को मेज़बान वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ है. शनिवार को वेस्ट इंडीज़ भी श्रीलंका से हार चुका है. ऐसे में भारत और वेस्ट इंडीज़ दोनों के लिए रविवार का मुक़ाबला करो या मरो का होगा.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: आभा मोंढे

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