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टोयोटा के बाद होंडा में गड़बड़ी

१० फ़रवरी २०१०

टोयोटा के बाद जापानी कार कंपनी होंडा ने भी दुनिया भर से अपनी चार लाख और कारें वापस मंगवाने की घोषणा की है. एयरबैग्स में तकनीकी ख़राबी के कारण यह क़दम उठाया गया है.

तस्वीर: Gleb Gavrik

जापान की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी होंडा ने एयरबैग्स में गड़बड़ी के कारण दुनिया भर से कुल साढ़े नौ लाख कारें वापस मंगवा ली हैं.

एयरबैग में डिफ़ेक्ट के कारण अमेरिका में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 11 घायल हुए. कार दुर्घटना के दौरान एयरबैग्स कार में आगे बैठे लोगों को सुरक्षा देने के लिए होती हैं. कार टकराते से ही यह एयरबैग्स अपने आप गुब्बारे की तरह फूल कर बाहर आती हैं और आगे बैठे लोगों को बुरी तरह से टकराने से बचाती हैं.

अभी जिन कारों को वापस लिया गया है उनमें 2001 और 2002 में बने मॉडल अकॉर्ड, सिविक, ओडिसी, सीआर वी, पायलट, एक्युरा टीएल और सीएल कारें अमेरिका से मंगवाई गई हैं.

तस्वीर: AP

कुछ जानकारों का कहना है कि कंपनियां कारें कई बार वापस लेती हैं लेकिन पिछले कुछ रिकॉल्स को मीडिया ने बहुत बढ़ा चढ़ा कर पेश किया.

आर्थिक और वित्तीय संकट के कारण वैसे ही लोग कारें ख़रीदने में रुचि नहीं ले रहे हैं. ऐसे में टोयोटा में गंभीर तकनीकी गड़बड़ी के कारण उसे आलोचना का शिकार होना पड़ रह है.

होंडा के वित्त अधिकारी योइची होजो के हवाले से रॉयटर्स ने लिखा है कि चार लाख सैंतीस हज़ार से ज़्यादा कारें वापस बुलाने से कंपनी को दो करोड़ बीस लाख से तीन करोड़ डॉलर के बीच नुकसान होगा.

नवंबर 2008 में होंडा ने चार हज़ार दो सौ अकॉर्ड और सिविक सिडन्स ख़राब एयर बैग के कारण कंपनी ने वापस ले ली थीं. इसके बाद उसी साल जून में पांच लाख दस हज़ार कारें और बुलाई गईं. इसके बाद अब बाक़ी कारों को वापस लिया गया है. पिछले महीने कार की खिड़की में स्विच ख़राब होने के कारण 6 लाख 46 हज़ार गाड़ियां कंपनी ने बाज़ार से बुला लीं.

रिपोर्टः रॉयटर्स/आभा मोंढे

संपादनः ए कुमार

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