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ट्रंप और बाइडेन की लड़ाई के बीच में फाउची

२० अक्टूबर २०२०

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन की तूतू मैंमैं के निशाने पर अब डॉ एंथनी फाउची हैं. अमेरिका में कोरोना को रोकने के अभियान का नेतृत्व कर रहे फाउची से ट्रंप खासे नाराज हैं, मगर क्यों?

USA Donald Trump Wahlkampf in Arizona
तस्वीर: Matt York/AP Photo/picture-alliance

अमेरिका में कोरोना का संकट नए दौर में प्रवेश कर गया है और जुलाई के बाद पहली बार एक दिन में संक्रमित लोगों की संख्या 70 हजार के पार चली गई है. इन सबसे बेपरवाह राष्ट्रपति ट्रंप दो हफ्ते बाद होने वाले चुनाव के लिए धुआंधार प्रचार कर रहे हैं. इस समय उनकी आलोचनाओं के बाण ना सिर्फ अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन को लक्षित हैं बल्कि डॉ एंथनी फाउची के लिए भी. ट्रंप पर अपने प्रचार को सीमित करने का दबाव है लेकिन वो इसे और तेज करते जा रहे हैं. महामारी के बीच खुद संक्रमित होने के बावजूद वे चुनाव प्रचार के लिए लोगों की बड़ी सभाएं कर रहे हैं. आखिरी क्षण में अपनी बढ़त बनाने के लिए ट्रंप पुरजोर कोशिश में हैं.

तस्वीर: Abc/Msnbc/Zumapress/picture alliance

मंगलवार को पांचवी रैली के लिए टकसॉन रवाना होने से पहले ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, "मैं नहीं घबराया हूं. मुझे लगता है कि मैं गुस्सा हूं. मैं खुश हूं और बहुत संतुष्ट क्योंकि मैंने बढ़िया काम किया है." चार साल पहले इन इलाकों में ट्रंप को जीत मिली थी और वो अपने दुर्ग को मजबूत करने में जुटे हैं. प्रचार कार्यकर्ताओं को उन्होंने लास वेगस से कांफ्रेंस कॉल में कहा, "हम जीतने जा रहे हैं. हम इस वक्त जितनी बेहतर स्थिति में हैं उतने कभी नहीं रहे."

कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए ट्रंप ने अपनी ही सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार की आलोचना की. महामारी में 220,000 लोगों की जान जाते देख चुके अमेरिकी लोगों के जहन में वोट डालते वक्त यह बात जरूर रहेगी कि संकट का सामना कैसे किया गया. हालांकि ट्रंप का कहना है, "लोग फाउची और इन बेवकूफों को सुन सुन कर पक गए हैं. हर बार जब वो टेलिविजन पर जाते हैं तो एक बम फोड़ देते हैं लेकिन अगर उन्हें निकाल दिया जाए तो और बड़ा बम फट पड़ेगा. फाउची तबाही हैं." ट्रंप इस बात से भी नाराज हैं कि उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन डॉ फाउची की सलाह मानने की बात कह रहे हैं. ट्रंप का कहना है कि अगर फाउची की बात पूरी तरह से मानी गई तो ज्यादा बड़ी संख्या में लोग तनाव और दूसरी परेशानियों के शिकार होंगे. उधर बाइडेन का कहना है कि महामारी के इस दौर में फाउची की सलाह को पूरा महत्व दिया जाना चाहिए.

तस्वीर: Carolyn Kaster/AP Images/picture-alliance

डॉ फाउची एक सम्मानित और लोकप्रिय डॉक्टर हैं. उनकी आलोचना को ट्रंप के पार्टी के ही कुछ लोग बुरा मान रहे हैं. डॉ फाउची लोगों की गतिविधियों पर ज्यादा रोक लगाने और अर्थव्यवस्था को धीरे धीरे सामान्य स्थिति में लाना चाहते हैं लेकिन ट्रंप मानते हैं कि आर्थिक गतिविधियां रोकी गईं तो ज्यादा नुकसान होगा.

रविवार को डॉ फाउची ने एक अमेरिकी टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि वो ट्रंप के संक्रमित होने से हैरान नही हैं. ट्रंप ने बिना मास्क पहने कई बड़ी सभाओं को संबोधित किया. उधर बाइडेन सोमवार को चुनाव प्रचार नहीं कर रहे थे लेकिन उन्होंने फाउची की सराहना की. माना जा रहा है कि अगर बाइडेन जीते तो फाउची की सलाहों पर ज्यादा अमल शुरू होगा.

डॉ एंथनी फाउचीतस्वीर: picture-alliance/dpa/K. Dietsch

गुरुवार को दोनों नेताओं की टीवी पर अंतिम बहस होगी. नए नियमों के तहत शुरुआती दो मिनट तक एक नेता के बोलने के दौरान दूसरे नेता का माइक ऑफ रहेगा. पिछली बहस में दोनों नेताओं ने एक दूसरे को काफी कुछ बुरा भला कहा था और अमेरिकी चुनाव के इतिहास में इसे स्तर गिराने वाला कहा गया. इसके बाद ही बहस आयोग ने नए नियमों का एलान किया. ओपन डिस्कसन के दौरान माइक का म्यूट बटन तो नहीं चलेगा लेकिन दूसरे के बोलने में बाधा डालने वाले नेता का समय काटा जाएगा. पिछली पहस में डॉनल्ड ट्रंप ने बाइडेन के बोलने के दौरान कई बार बाधा डाली.

ताजा सर्वेक्षणों से पता चल रहा है कि ट्रंप की लोकप्रियता थोड़ी बढ़ी है लेकिन अब भी जो बाइडेन से पीछे चल रहे हैं. 

एनआर/एमजे(एपी)

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