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ट्रांजिशन प्लान से सीरिया निराश

१ जुलाई २०१२

सीरिया को ले कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ट्रांजिशन प्लान तो तैयार कर दिया लेकिन इसे अभी से विफल माना जा रहा है. सीरिया के लोगों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ले कर नाराजगी का माहौल है.

तस्वीर: Reuters

सीरिया में स्थानीय मीडिया और विपक्ष ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सीरिया के लिए बनाए गए ट्रांजिशन प्लान को नाकामयाब बताते हुए उसकी कड़ी आलोचना की है. शनिवार को स्विट्जरलैंड के जेनेवा में हुई बैठक में सीरिया को लेकर एक योजना तैयार की गई. इस योजना के तहत एकता सरकार का गठन किया जाएगा और मौजूदा सीरियाई प्रशासन भी इसका हिस्सा बन सकेगा.

रूस और चीन

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पिछले कई महीनों से राष्ट्रपति बशर अल असद को पद से हटाए जाने और सीरिया में बदलाव को ले कर योजना बनाने की कोशिश चल रही थी. सीरिया के समर्थक रूस और चीन के योजना को ना स्वीकारने के कारण दो बार इसे टाला जा चुका है.

रूस का विरोधतस्वीर: Reuters

शनिवार को रूस और चीन ने भी योजना का समर्थन किया. लेकिन जहां सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों ने कहा कि नई सरकार में वे असद की भूमिका नहीं देखना चाहते, वहीं मॉस्को और बीजिंग ने साफ किया के वे नहीं चाहते कि पश्चिमी देश सीरिया के लोगों पर अपनी मर्जी थोपें, बल्कि देश में बदलाव किस तरह से लाना है यह वहां के नागरिकों पर ही छोड़ देना चाहिए.

योजना या समझौता

संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान ने कहा कि अब यह सीरिया के निवासियों पर है कि वे एकता सरकार में किसे देखना चाहते हैं, "मुझे नहीं लगता कि सीरिया के लोग उन्हें चुनेंगे, जिनके हाथ खून से रंगे हुए हैं." अमेरिका और फ्रांस ने साफ कहा कि वे भविष्य में असद को सत्ता में नहीं देखते. ब्रिटेन के विदेश सचिव विलियम हेग ने भी माना कि योजना एक "समझौता" है. रूस और चीन को योजना के लिए राजी करने का इसके अलावा और कोई चारा नहीं था.

जिस वक्त यूरोप में योजना पर चर्चा चल रही थी, सीरिया में लोग प्रशासन की हिंसा का शिकार हो रहे थे. शनिवार को हुई हिंसा में कम से कम 120 लोगों के मारे जाने की खबर है. रविवार को भी हिंसा के ताजा मामलों में 21 लोगों की जान गई.

दबाव में बशर अल असदतस्वीर: REUTERS

सीरिया पर स्वांग

स्थानीय अखबार अल बाथ ने बैठक की आलोचना करते हुए लिखा है, "बैठक विफल हो गई है.. जेनेवा में सीरिया पर योजना को लेकर हुई रजामंदी वैसी ही है जैसी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की कोई बड़े स्तर की बैठक होती है जिसमें हर हिस्सेदार अपने पक्ष पर कायम रहता है."

वहीं विपक्षी पार्टी सीरियन नेशनल काउंसिल के वरिष्ठ सदस्य बुरहन गलियोन ने न्यूज चैनल अल अरेबिया से बातचीत में कहा, "यह सीरिया पर होने वाली बातचीत का सबसे बुरा अंतरराष्ट्रीय बयान है." पार्टी ने अपने औपचारिक फेसबुक पेज पर बैठक को "स्वांग" का नाम दिया.

ईरान भी नाराज

गलियोन ने कहा कि यह सीरिया के लोगों का "उपहास" है कि उनसे उम्मीद की जा रही है कि जो व्यक्ति पिछले 16 महीनों से उन्हें यातना दे रहा है, लोगों की जान ले रहा है, महिलाओं के बलात्कार करा रहा है, उसके साथ वे समझौता करने की कोशिश करें.

ईरान ने भी बैठक को नाकामयाब बताया और इस बात पर नाराजगी जताई कि बैठक के लिए ना ही सीरिया को बुलाया गया और ना ही ईरान को. सीरिया में मार्च 2011 से चल रही हिंसा में अब तक 15,800 से अधिक लोगों की जान गई है.

आईबी/एएम (एएफपी, रॉयटर्स)

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