1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
समाज

ट्रेन में चंपी और मालिश का टाइम कम और रेट ज्यादा

१० जून २०१९

इंदौर से शुरू होने वाली ट्रेनों में सिर की चंपी (मालिश) और पैरों की मालिश की सुविधा मुहैया कराने के रेल मंत्रालय के फैसले से यात्री काफी खुश तो हैं लेकिन उन्हें चंपी और मालिश का टाइम कम और दरें ज्यादा लग रही हैं.

Indien Wetter Hitzewelle
तस्वीर: picture alliance/ZUMA Press/P. K. Verma

रेल मंत्रालय ने इंदौर से चलने वाली 39 गाड़ियों में सिर की चंपी और पैरों की मालिश की योजना को मंजूरी दी है. यह मंजूरी नई इनोवेटिव नॉन-फेयर रेवेन्यू आइडिया स्कीम (एनआईएनएफआरआईएस) पॉलिसी के तहत दी गई है. इस योजना में शामिल गाड़ियों में तीन से पांच मालिश करने वाले उपलब्ध रहेंगे. यात्रियों को मालिश की यह सुविधा आरक्षित और वातानुकूलित डिब्बों में मुहैया कराई जाएगी.

रेलवे सूत्रों का कहना है कि मालिश सुविधा लेने के एवज में यात्री को 100 रुपये से 300 रुपये तक का भुगतान करना होगा. मालिश की अवधि 15 से 20 मिनट के बीच होगी. यात्रियों को यह सुविधा गाड़ियों में सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक मिलेगी. हर ट्रेन में मालिश के लिए कुछ बर्थो का निर्धारण किया जाएगा, ताकि अन्य यात्रियों को किसी तरह की परेशानी ना हो.

चंपी और मालिश की सुविधा से यात्रियों में खुशी है, मगर समय और तय की गई दर पर वे सवाल उठा रहे हैं.

भोपाल के निवासी आशीष शर्मा का कहना है कि यह सुविधा बुजुर्गो के लिए काफी लाभदायक होगी, क्योंकि लंबी यात्रा करने पर बुजुर्गो को पैर और सिर में भारीपन की शिकायत होने लगती है. बुजुर्ग लोग चलती गाड़ी में घूम नहीं सकते और गाड़ियां स्टेशन पर ज्यादा देर रुकती नहीं है. ऐसे में चंपी और मालिश की सुविधा उन्हें राहत देगी. लेकिन शर्मा यह भी कहते हैं कि रेल मंत्रालय ने जो दर तय की है, वह ज्यादा है.

इंदौर निवासी शांति देवी कहती हैं कि सरकार की यह पहल यात्रियों के लिए अच्छी मानी जाएगी, इससे यात्रियों को लाभ होगा, मन भी बहलेगा, एक से ज्यादा दिन की यात्रा थकाउ व उबाउ हो जाती है, ऐसे में यह सुविधा राहत देगी. सुविधा तो अच्छी है मगर जो रेट तय किए गए हैं, वह काफी ज्यादा है. रेल मंत्रालय को दर कम करना चाहिए और साथ ही गाड़ियों में अन्य सुविधाओं पर भी ध्यान देना चाहिए, जैसे सुरक्षा, टॉयलेट आदि की साफ -सफाई. वातानुकूलित डिब्बों के प्रवेश द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं तो यात्रियों में सुरक्षा के प्रति भरोसा बढ़ेगा.

इंदौर के राकेश चंद्र भी कहते हैं कि रेल मंत्रालय ने गाड़ियों के निर्धारण में जल्दबाजी कर दी क्योंकि कई गाड़ियां ऐसी हैं जो रात दस बजे के लगभग इंदौर से रवाना होंगी. मसलन  इंदौर से नागपुर जाने वाली गाड़ी का समय रात नौ बजकर 25 मिनट है और मालिश का समय रात 10 बजे तक है. दूसरी ओर दर ज्यादा है और मालिश का समय कम है.

रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, मालिश के काम में सेवाएं देने वाले ठेकेदार और कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच किए जाने के बाद परिचय पत्र जारी किए जाएंगे.

_______________

हमसे जुड़ें: WhatsApp | Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore

आईएएनएस/एए

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें