'ठुकाई-पिटाई' पर आमादा ओबामा
८ जून २०१०
ओबामा ने कहा है कि उन्होंने एक महीना पहले खाड़ी इलाक़े का दौरा किया था, जब आलोचना करने वाले अधिकतर समीक्षक रिसाव पर तवज्जो भी नहीं दे रहे थे. राष्ट्रपति ने कहा कि तेल-रिसाव के संकट में घिरी मैक्सिको की खाड़ी के मछुआरों और तेल रिसाव विशेषज्ञों से उनकी बातचीत कोई अव्यावहारिक क़वायद नहीं है, उसका मक़सद दोषियों का पता लगाना है, "मैं विशेषज्ञों के साथ यों ही बैठकर बातचीत नहीं करता रहता, जैसे यह कॉलेज की कोई विचारगोष्ठी हो. हम इन विशेषज्ञों से इसलिए बात करते हैं कि शायद सबसे सही जवाब उन्हीं के पास हैं. इसलिए ताकि मैं जान सकूं कि किसकी ठुकाई-पिटाई की जानी चाहिए."
एन बी सी के टुडे कार्यक्रम को दिए गए एक इंटर्व्यू में ओबामा की यह टिप्पणी व्हाइट हाउस के यह प्रदर्शित करने के एक तेज़ किए गए प्रयास का हिस्सा है कि राष्ट्रपति रिसाव से निपटने में सक्रिय रूप से जुटे हैं. मतसर्वेक्षणों से पता चलता है कि अधिकतर अमेरिकियों के विचार में ओबामा ने रिसाव के संकट से निपटने का काम कुशलता से अंजाम नहीं दिया है.
अब आलोचनाओं के जवाब में व्हाइट हाउस ने कंपनी बी पी के आंकड़ों का इस्तेमाल बंद कर दिया है. बी पी ने कहा है कि क्षतिग्रस्त तेलकूप पर ढक्कननुमा रोक लगाए जाने के बाद प्रतिदिन 466,200 गैलन तेल को रिसने से रोका जा सका है. लेकिन अमेरिकी तटरक्षक सेना कोस्ट गार्ड के ऐडमिरल थैड ऐलन ने सोमवार को व्हाइट हाउस के एक संवाददाता सम्मेलन में इससे थोड़ा अलग और कम आंकड़ा बताया: 462,000 गैलन प्रतिदिन. लेकिन बी पी और ऐलन, दोनों में से किसी ने यह अनुमान नहीं दिया कि खाड़ी में कितना तेल अब भी बह रहा है.
तेल रिसाव अब अमेरिकी समुद्रतट के 120 मील इलाक़े को प्रभावित कर चुका है. लुइज़ियाना राज्य के वन्यजीवन की शरणस्थलियों को और मिसिसिपी और ऐलाबामा के अवरोधक टापुओं को प्रदूषित करने के बाद रिसाव ने अब फ़्लोरिडा के श्वेत सागरतटों पर प्रहार किया है, जहां 60 अरब डॉलर प्रतिवर्ष वाले उद्योग से लगभग दस लाख लोगों के रोज़गार चलते हैं.
रिसाव की गंभीरता की चर्चा के दौरान एडमिरल ऐलन ने पर्यावरण पर उसके संभावित असर का ज़िक्र करते हुए कहा कि सागर की सतह पर उससे निपटने का काम कोई दो महीने चलेगा, लेकिन पर्यावरण और वन्य आवासों की बहाली में वर्षों लग जाएंगे.
ओबामा ने स्वीकार किया है कि स्थिति बहुत ख़राब है, लेकिन साथ ही उनका स्वर आशावादी बना हुआ है. उन्होंने कहा कि खाड़ी इलाक़े के लोगों और पर्यावरण-प्रणालियों, दोनों में लचीलापन है और जुटकर किए गए प्रयास से समस्या से निपटा जा सकता है, "उदाहरण के लिए कई दलदली इलाक़ों में तेल पहुंचने से वहां का समुद्री जीवन एक या दो मौसमों के लिए नष्ट हो जाएगा. लेकिन हम उन मुहानों और दलदलों को संरक्षित रख सकते हैं, ताकि अब से तीन वर्ष बाद सामान्यता बहाल हो सके." ओबामा तेल-रिसाव का संकट शुरू होने के बाद से खाड़ी इलाक़े का तीन बार दौरा कर चुके हैं.
रिपोर्टः गुलशन मधुर, वॉशिंगटन
संपादनः आभा मोंढे