पृथ्वी पर कभी डायनासोरों को खाने वाले मेंढक भी हुआ करते थे. करीब 6.8 करोड़ साल पहले आहार चक्र में ऐसे मेंढकों का अहम योगदान था.
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वैज्ञानिकों के मुताबिक 6.8 करोड़ साल पहले पृथ्वी पर बीलजेबुफो नाम के मेंढक थे. मैडागास्कर में रहने वाले ये मेंढक छोटे डायनासोरों को चट कर जाते थे. हॉर्न्ड मेंढकों पर शोध करने के बाद यह दावा किया गया है. आज पाए जाने वाले हॉर्न्ड मेंढक बीलजेबुफो के वंशज हैं.
विज्ञान पत्रिका नेचर ने चार प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटियों के साझा शोध की यह रिपोर्ट प्रकाशित की है. रिसर्च में एडिलेड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया स्टेट पॉलिटेक्निक, कैलुफोर्निया यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन शामिल हैं.
एडिलेड यूनिवर्सिटी के बायोलॉजिकल साइंसेस के रिसर्चर डॉक्टर मार्क जोंस के मुताबिक, "मेंढकों की ज्यादातर प्रजातियों के जबड़े कमजोर होते हैं और वे आम तौर पर छोटा शिकार पकड़ते हैं. इनके उलट हॉर्न्ड मेंढक अपने बराबर बड़े आकार के जीवों का शिकार करते हैं- जैसे दूसरे मेंढक, सांप और बीबर. और उनके ताकतवर जबड़े इसमें अहम भूमिका निभाते हैं."
दक्षिण अमेरिका में मिलने वाले बड़े हॉर्न्ड मेंढकों का जिक्र करते हुए वैज्ञानिकों ने कहा कि इंसान को सिर्फ एक अंगुली पर 50 लीटर पानी टिकाने के लिए जितनी ताकत चाहिए, उतनी ही ताकत हॉर्न्ड मेंढक के जबड़ों में होती है.
हॉर्न्ड मेंढकों पर शोध करने के बाद वैज्ञानिकों ने लुप्त हो चुके विशाल बीलजेबुफो मेंढक की बाइट फोर्स की गणना की. डॉक्टर जोंस के मुताबिक, "इतने ताकतवर जबड़ों वाले बीलजेबुफो अपने आस पास रहने वाले छोटे और किशोर डायनासोरों को निगलने में सक्षम थे."
यह पहला मौका है जब डायनासोरों का शिकार करने वाले किसी ताकतवर परभक्षी जीव का पता चला है.
(हैरान करने वाली नई प्रजातियां)
हैरान करने वाली नई प्रजातियां
पृथ्वी पर जीव जन्तुओं की अब भी ऐसी अनगिनत प्रजातियां हैं जिनके बारे में इंसान को जानकारी नहीं है. वक्त के साथ नई खोजें सामने आ रही हैं. एक नजर हाल में सामने आई नई प्रजातियों पर.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S.D. Biju
भारत का रंगीन केकड़ा
पहली नजर में ऐसा लगता है जैसे लाल और पीली मिर्चें रखी हों. ताजे पानी का यह रंगीन केकड़ा भारत के पश्चिमी घाट में मिला. पश्चिमी घाट की पहाड़ियों को जैवविविधता के लिहाज से सबसे समृद्ध इलाकों में गिना जाता है. इस रंगीन केकड़ों को गुबनट्रियाना ठाकरे नाम दिया गया है. इसे खोजने वाले तेजस ठाकरे शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के बेटे हैं. उन्होंने केकड़े की पांच नई प्रजातियां खोजी हैं.
तस्वीर: Magnolia Press/Shailesh Bhotale
भूतिया सा ऑक्टोपस
ऑक्टोपस की कुछ प्रजातियां शिकार करने या शिकारियों से बचने के लिए रंग बदल लेती हैं. लेकिन हवाना के पानी में मिला यह ऑक्टोपस खास है. इसमें वर्णक नहीं हैं. यह हमेशा सफेद दिखता है और कॉमिक्स के भूतिया किरदार कैस्पर सा दिखता है.
तस्वीर: NOAA
मुर्दा फूल
माना जाता था कि रैफ्लेशिया फूल या कॉर्प्स फ्लावर हमेशा एक मीटर व्यास जितना बड़ा होता है. लेकिन फरवरी 2016 में फिलिपींस के लुजोन द्वीप में इसकी बहुत ही छोटी प्रजाति मिली. इसका व्यास सिर्फ 13 सेंटीमीटर है. इस फूल से शव जैसी बदबू आती है, जिसके चलते मांसाहारी कीट इसकी तरफ आकर्षित होते हैं. इन कीटों के जरिये फूल परागण करता है.
तस्वीर: Edwino S. Fernando
भारत का चमकदार सांप
21वीं शताब्दी में पौधों और जीवों की नई प्रजातियां खोजने के मामले में भारत सबसे अहम केंद्र रहा. ब्रिटिश और भारतीय वैज्ञानिकों की एक संयुक्त टीम ने भारत में चमकदार सांप खोजा. यह विषैला नहीं है बल्कि अपने शिकार को आकर्षित करने के लिए प्रकाश छोड़ता है. इसका नाम मेलानोफिडियम खरे रखा गया है.
तस्वीर: Varad B. Giri
शाकाहारी पिरान्हा मछली
पिरान्हा मछलियों को अब तक धारदार दांतों वाली बर्बर शिकारी माना जाता था. यह मछली कुछ ही मिनटों के भीतर इंसान या दूसरे जीवों का कंकाल में बदलने के लिए मशहूर थी. लेकिन ब्राजील में अमेजन के वर्षावनों में पिरान्हा की एक नई प्रजाति सामने आई है जो पूरी तरह शाकाहारी है. पौधे खाने वाली इस मछली को मिलोप्लस जोरोय नाम दिया गया है.
तस्वीर: CC-BY-Douglas Bastos
टैरेनटुला कंट्री सिंगर
टैरेनटुला या काले बालों वाली मकड़ी को भी 2016 में खोजा गया. इसे अमेरिकी वैज्ञानिकों ने खोजा. इसका नाम मशहूर गायक जॉन कैश से प्रेरित होकर टैरेनटुला कंट्री सिंगर रखा गया. यह मकड़ी कैलीफोर्निया जेल के उस कमरे में मिली जहां जॉन कैश ने एक गाना रिकॉर्ड किया था.
तस्वीर: CC-BY-Chris A. Hamilton
भारत का ट्री फ्रॉग
2016 में मेंढकों की कई प्रजातियां खोजी गईं. इनमें से प्रमुख है पेड़ों पर रहने वाला भारत का फ्रांकिक्सालस जेरडोनी मेंढक. माना जाता था कि यह 137 साल पहले विलुप्त हो चुका है. लेकिन पेड़ों में बने छेदों में रहने वाला यह मेंढक उत्तर भारत में मिला. तस्वीर में मादा ट्री मेंढक अंडों के साथ है.