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डॉर्टमुंड चौथे नंबर पर लुढ़का

२३ दिसम्बर २०१३

यूरोप की सबसे मजबूत टीम बन कर उभरी बायर्न म्यूनिख ने जर्मन लीग मुकाबलों में सर्दियों की छुट्टी से पहले अपनी बढ़त और मजबूत कर ली है. जबकि पिछले साल के विजेता डॉर्टमुंड को चौथे नंबर पर खिसकना पड़ा है.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

क्रिसमस का मौसम मोएंशनग्लादबाख के लिए अच्छी सौगात लेकर आया, जब उन्हें अंक तालिका में तीसरे नंबर की जगह मिल गई. उन्होंने वोल्फ्सबुर्ग के खिलाफ मुकाबला 2-2 ड्रॉ किया. इसके साथ ही मौजूदा सीजन का पहला सत्र पूरा हुआ. इस दौरान 17 मैचों में मोचेंनग्लादबाख 33 अंकों के साथ तीसरे नंबर पर पहुंचा, जो पहले नंबर पर चल रही बायर्न म्यूनिख के 44 अंकों से बहुत कम है. बीच में बायर लेवरकूजन की टीम है, जिसके पास 37 अंक हैं. खास बात यह कि बवेरिया की टीम ने सिर्फ 16 मैचों में 44 अंक हासिल किए हैं.

वोल्फ्सबुर्ग और मोएंशनग्लादबाख के मुकाबले में पहले 10 मिनट तक दोनों टीमें एक दूसरे पर जोर आजमाइश करती रहीं. वोल्फ्सबुर्ग की ओर से ढेरों प्रयास हुए लेकिन ग्लादबाख के गोलकीपर मार्क आंद्रे टेर श्टीगन ने इन कोशिशों पर पानी फेर दिया. जैसे जैसे मैच आगे बढ़ा, उनकी टीम ने मैच में पकड़ बना ली और 30वें मिनट में उनकी ओर से माक्स क्रूजे ने गोल दाग दिया.

ब्रेक के बाद 53वें मिनट में वोल्फ्सबुर्ग की ओर से डिएगो ने एक गोल कर अपनी टीम को मैच में वापसी कराई. लेकिन अगले पांच मिनट में ही ब्राजील के मिडफील्डर रफाएल ने सीजन में नौवां गोल कर मोएंशनग्लादबाख को आगे ला दिया. ग्लादबाख की ये बढ़त बरकरार रह पाती, अगर मैच के 65वें मिनट में वे युआन आरांगो के एक खूबसूरत फ्री किक को रोक पाते. इस तरह मुकाबला ड्रॉ रहा और टीम ने अंक तालिका में तीसरा स्थान हासिल कर लिया. प्रतिद्वंद्वी वोल्फ्सबुर्ग अब डॉर्टमुंड से एक स्थान नीचे यानी पांचवें नंबर पर है.

वोल्फ्सबुर्ग और मोंचेनग्लाडबाख के बीच हुई खूब जोर आजमाइशतस्वीर: Getty Images/AFP

लेवरकूजेन और डॉर्टमुंड का संघर्ष

सीजन का 17वां मैच लेवरकूजेन और डॉर्टमुंड दोनों ही भूलना चाहेंगे. जहां एक ओर लेवरकूजेन के खिलाड़ी ब्रेमेन के खिलाफ मुकाबले में थके मांदे दिखाई दिए, वहीं दूसरी ओर डॉर्टमुंड को अपने खिलाड़ियों के घायल होने का खामियाजा भुगतना पड़ा.

डॉर्टमुंड ने अपने स्टार खिलाड़ियों के घायल होने की वजह से मारियान सार और एरिक डुर्म को टीम में शामिल किया. मैच के आठवें मिनट में ही इन खिलाड़ियों की अनुभवहीनता का खामियाजा डॉर्टमुंड को भुगतना पड़ा जब विरोधी हैर्था बर्लिन के मार्को रॉयस ने बॉक्स के कोने से बिल्कुल निशाने पर एक शॉट खेला. डॉर्टमुंड के कोच युर्गेन क्लॉप इसका जवाब देने के लिए हैर्था की टीम में रह चुके खिलाड़ी लूकास को सार की जगह पर ले आए लेकिन वो भी डॉर्टमुंड की लड़खड़ाती पारी को संभाल नहीं पाए.

"हमें अपनी पुरानी सोच वापस लानी होगी और मुझे लगता है कि हम ऐसा कर सकेंगे," हार से साफ तौर पर चिढ़े हुए क्लॉप ने पत्रकारों के कहा. "अगर हम ऐसा कर पाए तो 2013 के इस घटिया अंत को 2014 की एक शानदार शुरुआत में बदल पाएंगे."

ब्रेमेन के हाथों लेवरकूजेन की हार

दूसरे स्थान पर बने लेवरकूजेन के खिलाड़ी काफी आत्मविश्वास के साथ ब्रेमेन पहुंचे. लेकिन मेजबान की ओर से सेबास्टियन प्रोडल की वापसी ने उनके सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी. मैदान में थके मांदे दिख रहे लेवरकूजेन के खिलाड़ी सांतियागो गार्सिया की ओर से गोल की कोशिशों को रोक नहीं पाई और मैच खत्म होने के पंद्रह मिनट पहले ब्रेमेन ने 1-0 से मैच जीत लिया. हालांकि तालिका में वह 11वें नंबर पर है.

ब्रेमेन ने 1-0 से लेवरकूजेन को हरायातस्वीर: picture-alliance/dpa

शनिवार को हुए मुकाबले में न्यूरेम्बर्ग और शाल्के की टीमों ने एक भी गोल नहीं किया और मैच ड्रॉ रहा. न्यूरेम्बर्ग बुंडेसलीगा का पहला क्लब बन गया है जिसने पहले 17 में से एक भी मैच नहीं जीता है. इस सत्र का एक मैच बच गया है, जो बायर्न म्यूनिख और श्टुटगार्ट के बीच खेला जाना है. यह मैच 29 जनवरी को होगा. शनिवार को म्यूनिख की टीम 'क्लब वर्ल्ड कप' में खेल रही थी, जिसकी वजह से यह मुकाबला नहीं हो पाया. हालांकि म्यूनिख ने मराकेश में खेला गया फाइनल मुकाबला जरूर जीत लिया.

24 जनवरी, 2014 से जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा का दूसरा सत्र शुरू होगा, 18वें मैच के साथ.

आरआर/एजेए (एएफपी, डीपीए)

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