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ड्रॉ कर खुश हनोवर

२७ अगस्त २०१२

रविवार को हुए इकलौते बुंडेसलीगा मैच में हनोवर और शाल्के को 2-2 के स्कोर पर संतोष करना पड़ा. सुस्ती से भरे पहले हाफ की भरपाई बेहद तेज दूसरे हाफ से हुई.

तस्वीर: AFP/Getty Images

एक तो शाल्के अपने घर से दूर खेल रहा था, दूसरा उनके मेजबान ने एक्स्ट्रा मैच प्रैक्टिस कर रखी थी. तो कुल मिला कर शाल्के के लिए थोड़ी मुश्किल थी. हनोवर ने यूरोपा लीग क्वालिफिकेशन में व्रोक्लाव के खिलाफ शानदार 5-3 की जीत हासिल की थी.

लेकिन रॉयल ब्लू जर्सी में खेलने वाली शाल्के टीम कहीं भी कमजोर नहीं दिखाई दी. पहले हाफ में टीम ने कई मौके खोए. सातवें मिनट की किक भी गोल में नहीं पहुंची. किराकोस पापादोपुलोस का शॉट रोक दिया गया तो रोमान नॉय श्टैटर की किक गोल से ऊपर चली गई. वहीं हनोवर भी यूरोपियाई खेल वाले फॉर्म को इस मैच में नहीं पा सका.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

हनोवर के कोच मिरको स्लोमका ने सीजन के पहले कहा था कि उनके क्लब की इकलौती कमजोरी मिडफील्ड में मौके तैयार करना है. कल के मैच में पहले 45 मिनट के दौरान कहीं भी ऐसा नहीं लगा कि इस कमजोरी से पार पाने का तरीका स्लोमका ने ढूंढ लिया हो.

हालांकि गोल पहला हनोवर का ही हुआ. हाफ टाइम के ठीक पहले 43वें मिनट में बाएं से आई क्रिस्टियान पांडेर की किक से फेलिपे को गेंद मिली, उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए हनोवर के लिए हेड किया और बुंडेसलीगा में अपना पहला गोल भी.

अलग खेल

सेकंड हाफ शुरू होने के साथ ही शाल्के के क्लास यान हुंटेलार और लेविस होल्टबाय ने अपना हुनर दिखाया और 12 मिनट के अंदर दो गोल दाग दिए. सेकंड हाफ के 25 मिनट तक शाल्के खेल अपनी शर्तों पर खेल रहा था. 59वें मिनट में भी उन्हें मौका मिला होल्टबाय ने यह मिस कर दिया हालांकि इसके चार ही मिनट बाद गोल करके भरपाई भी कर दी. इस समय शाल्के 2-1 से आगे था. फिर शाल्के की स्पीड कम हो गई और हनोवर के स्लोमका ने टीम में निर्णायक बदलाव किया. उन्होंने 77वें मिनट में चोटिल फिलिपे की जगह आद्रियान निकी को भेजा. अपनी पहली किक में निकी ने 80वें मिनट में गोल दागा. और स्कोर 2-2 से बराबर हो गया.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

अंतिम स्कोर शाल्के के लिए बहुत दुखद था क्योंकि उसने मैच को अधिकतर समय अपनी मुट्ठी में रखा था. होल्टबाय ने कहा, "मुझे बहुत दुख हो रहा है, हमने अच्छे मौके बनाए. खेल में दबदबा बनाए रखा. हमने दो गोल मूर्खतापूर्ण तरीके से दे दिए. लेकिन टीम अच्छा खेली."

रिपोर्टः बेन नाइट/आभा मोंढे

संपादनः निखिल रंजन

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