तायवान के लू येन सुन से हारे रॉडिक
२९ जून २०१०15 साल बाद किसी एशियाई ने ग्रैंड स्लैम के एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है. ताइवान के लू येन सून से पहले 1995 में जापान के शूजा मात्सुका ने ऐसा किया था. चौथे दौर में लू ने खिताब के बड़े दावेदारों में एक एंडी रॉडिक को 4-6, 7-6,7-6,6-7 और 9-7 से शिकस्त दी. रॉडिक ने गेम को अपनी तरफ करने के लिए काफी पसीना बहाया लेकिन लू के आगे सब बेकार साबित हुए. इससे पहले ग्रैंड स्लैम में चार बार लू को पहले दौर में ही वापस होना पड़ा था.
लू ने अपनी जीत अपने पिता को समर्पित की जिनकी 10 साल पहले मौत हो गई. लू ने कहा "मुझे उम्मीद है कि वो आसमान से इस मैच को देख रहे होंगे. जीतने के बाद सबसे पहले मैंने आकाश की तरफ देखा और कहा कि ये जीत आपके लिए है."
रॉडिक के लिए सोमवार का दिन जहां कठिन रहा वहीं खिताब के दूसरे दावेदार रोज़र फेडरर ने बड़ी आसानी से केवल 1 घंटे 25 मिनट में ही अपना मैच जीत लिया. फेडरर ने आस्ट्रिया के युरगन मेलज़र को सीधे सेटों में 6-3,6-2 और 6-3 से हराया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः एम गोपालकृष्णन