तालाबंदी को बढ़ाने को लेकर सभी राज्यों में सर्वसम्मति नहीं है. कुछ राज्य संक्रमण के कम मामलों के बावजूद तालाबंदी जारी रखना चाहते हैं तो कुछ अधिकतर गतिविधियां शुरू करना चाहते हैं. क्या निर्णय लेगी केंद्र सरकार?
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तालाबंदी का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त हो जाएगा. इस बीच केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए सभी कदमों से संकेत मिल रहा है कि कम से कम केंद्र सरकार और भी रियायतें देने के पक्ष में है ताकी तालाबंदी को जल्द ही पूरी तरह खत्म किया जा सके. लेकिन सभी राज्य सरकारों में इस विचार को लेकर सर्वसम्मति नहीं है. अलग अलग राज्यों ने रियायतों की अलग अलग सीमा तय की हुई है.
जैसे तेलंगाना ने तालाबंदी को 29 मई तक जारी रखने का फैसला ले लिया है, जबकी वहां 11 मई तक संक्रमण के कुल मामले सिर्फ 1196 हैं, जिनमें से 750 लोग ठीक भी हो गए हैं. मरने वालों की संख्या 30 है. और भी कई राज्य हैं जहां संक्रमण को लेकर हालत के अनुसार कदम उठाए जा रहे हैं. महाराष्ट्र ने अभी तक तालाबंदी को और आगे बढ़ाने की घोषणा तो नहीं की है, लेकिन हाल ही में दी गई कुछ रियायतें वापस ले ली हैं.
देश के बाकी हिस्सों की ही तरह, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी कंटेनमेंट इलाकों के अलावा बाकी हर जगह दुकानें खोलने की अनुमति दे दी गई थी. इनमें शराब की दुकानें भी थीं. लेकिन दुकानों पर भीड़ जुटने लगी और बीएमसी ने यह देखते हुए ढील वापस ले ली और दुकानों को फिर से बंद करा दिया. 22,171 कुल मामलों के साथ महाराष्ट्र अभी भी सबसे ज्यादा संक्रमण के मामलों वाला राज्य बना हुआ है. इनमें से 4,199 लोग ठीक हो चुके हैं और 832 लोग मारे जा चुके हैं.
संक्रमण के लिहाज से सभी राज्यों में दूसरे स्थान पर गुजरात है, जहां अभी तक कुल 8,194 मामले सामने आए हैं और 493 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 2,545 लोग ठीक तो हो चुके हैं, लेकिन नए मामलों की संख्या काबू में नहीं आ रही है. स्थिति को देखते हुए अहमदाबाद, गांधीनगर और सूरत जैसे बड़े शहरों में 15 मई तक पूर्ण तालाबंदी लागू है, जिसके तहत सिर्फ दवाओं और दूध की दुकानें खुली हुई हैं और बाकी सब बंद हैं.
तमिलनाडु में भी संक्रमण कम नहीं हो रहा है और अब यह राज्य चौथे से तीसरे नंबर पर आ गया है. यहां संक्रमण के कुल 7,204 मामले हो गए हैं. रविवार 10 मई को राज्य में एक ही दिन में 669 नए मामले सामने आए. लेकिन वहां तालाबंदी में काफी ढील दे दी गई है और उसे वापस लेने की भी कोई घोषणा नहीं हुई है. तमिलनाडु के पहले दिल्ली तीसरे स्थान पर थी. राष्ट्रीय राजधानी अब चौथे स्थान पर पहुंच तो गई है लेकिन यहां अभी भी संक्रमण का फैलाव चिंता का विषय बना हुआ है.
दिल्ली में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 6,923 हो गई. रविवार 10 मई को एक ही दिन में राज्य में 381 नए मामले सामने आए. लेकिन इसके बावजूद दिल्ली सरकार कंटेनमेंट इलाकों के बाहर तालाबंदी में और कड़ाई के पक्ष में नहीं है. बल्कि दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से अपील की है कि राजधानी में सिर्फ कंटेनमेंट इलाकों को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर सभी तरह की गतिविधियां की अनुमति दे दी जाए.
स्पष्ट है कि तालाबंदी के संबंध में अलग अलग राज्य सरकारों का अलग अलग मत है. देखना होगा कि प्रधानमंत्री और सभी मुख्यमंत्रियों के बीच सर्वसम्मति उभर कर आती है या नहीं.
कोरोना महामारी के कारण लंबी तालाबंदी के बाद दुनियाभर के कई देश धीरे-धीरे पाबंदियों में ढील दे रहे हैं. कई देशों में लंबी तालाबंदी के बाद जिंदगी सामान्य हो रही है. कई देशों में लॉकडाउन खत्म होने से लोग काम पर लौट रहे हैं.
तस्वीर: DW/R. Sharma
इटली
9 हफ्ते बाद लोगों को तालाबंदी में थोड़ी ढील मिली है. देश के नागरिकों को बाहर घूमने और रिश्तेदारों के यहां जाने की इजाजत है. 40 लाख लोग निर्माण कार्य और फैक्ट्रियां में काम पर लौट गए हैं. हालांकि आइसक्रीम पार्लर और बार अभी खोलने की इजाजत नहीं है. लोगों के लिए मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य है.
तस्वीर: Reuters/R. Casilli
जर्मनी
जर्मनी भी हालात सामान्य करने में जुट गया है. देश के कुछ स्कूल और व्यापारिक केंद्र 4 मई से खुल गए हैं. नाई की दुकानें करीब दो महीने बाद खुल गई हैं. सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सख्त पाबंदी लगाई थी. रविवार को लोग नदी किनारे टहलते नजर आए.
तस्वीर: DW/R. Sharma
स्पेन
स्पेन ने भी लॉकडाउन में ढील दे दी है. यहां सोमवार 4 मई से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में फेस मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. 48 दिनों के लॉकडाउन के बाद शनिवार को लोग घरों से बाहर निकले और कसरत की. स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 18 मार्च के बाद पहली बार देश में कोविड-19 से सबसे कम मौत हुई है.
तस्वीर: Reuters/J. Medina
हंगरी
स्लोवेनिया, पोलैंड और हंगरी में सार्वजनिक स्थलों और व्यवसायों को आंशिक रूप से दोबारा खोलने की इजाजत दी गई है. हंगरी में सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क अनिवार्य है. लेकिन कई पाबंदियां 4 मई से हटा ली गई हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/A. Kisbenedek
भारत
भारत में लॉकडाउन का तीसरा चरण 4 मई से लागू हो गया है. सरकार ने कुछ गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत दी है और कुछ गतिविधियां अब भी बंद हैं. देश की राजधानी दिल्ली में सरकारी और निजी दफ्तर खुल गए हैं. निजी दफ्तरों में 33 फीसदी अधिकतम कर्मचारी होंगे.
तस्वीर: Deepalaya
ईरान
ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने बीते दिनों ऐलान कर दिया था कि 4 मई से देश के बड़े हिस्सों में मस्जिदें दोबारा खोल दी जाएंगी. ईरान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.
तस्वीर: IBNA
मलेशिया
मलेशिया में कई व्यापारिक केंद्र खुल गए हैं. मलेशिया सरकार ने कोरोना वायरस के कारण प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ बिजनेस केंद्रों का खोलने का फैसला किया है. हालांकि इस कदम के बाद से सार्वजनिक रुख बंट गया है. लोगों का कहना है कि इस तरह से बिजनेस केंद्र खोलने से वायरस तेजी से फैल सकता है.
तस्वीर: Reuters/Lim Huey Teng
वियतनाम
वियतनाम में 4 मई को छात्र तीन महीने बाद स्कूल लौटे. स्कूल आने पर उनके शरीर का तापमान मापा गया और फिर उसके बाद उन्हें स्कूल में दाखिल होने दिया गया. एक छात्र ने कहा, "मुझे बहुत खुशी हो रही है. घर पर रहना बहुत उबाऊ है."
तस्वीर: picture-alliance/dpa/H. Dinh
दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में भी लोग घरों से बाहर निकले और बाजार और रेस्तरां में जाकर मन पसंद काम किया. हालांकि लोग एहतियात बरतने के लिए मास्क पहनना और अन्य जरूरी सावधानी बरत रहे हैं.