तालाबंदी के चौथे चरण में महामारी से लड़ाई की जिम्मेदारी अब राज्य सरकारों के कंधों पर आ गई है. राज्य सरकारें अब अपने हिसाब से रियायतें लागू कर सकती हैं, और महामारी पर काबू पाने की जिम्मेदारी भी अब ज्यादा उनकी ही होगी.
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देश भर में लागू तालाबंदी के चौथे चरण में कोविड-19 महामारी से लड़ाई की रणनीति में एक बड़ा बदलाव किया गया है. केंद्र सरकार की तरफ से प्रतिबंधों में और ढील तो दी ही गई है, लेकिन बड़ा बदलाव यह है कि महामारी से लड़ाई की जिम्मेदारी अब केंद्र से राज्य सरकारों के कंधों पर आ गई है. इसका मतलब राज्य सरकारें अब अपने हिसाब से प्रतिबंध और रियायतें तो लागू कर ही सकती हैं, लेकिन महामारी पर काबू पाने की जिम्मेदारी भी अब उनकी ही होगी.
यही कारण है कि चौथे चरण में लाल, नारंगी और हरे इलाकों की पहचान और सीमाबंदी का महत्वपूर्ण फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ दिया गया है. यह दिल्ली सरकार जैसी कई सरकारों की मांग थी जिसे केंद्र सरकार ने मान लिया है. अब राज्य यह फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं कि कहां कौन कौन सी गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं. अभी तक लाल इलाकों में आवश्यक सेवाओं के अलावा और किसी भी गतिविधि की अनुमति नहीं थी.
अब अगर राज्य सरकारें सिर्फ चुनिंदा स्थानों को लाल इलाका घोषित कर देंगे तो आवश्यक के अलावा अन्य गतिविधियां भी ज्यादा स्थानों पर शुरू हो जाएंगी. इस चरण में केंद्र सरकार ने बाजार खोलने की और राज्य के अंदर बसें चलाने की भी इजाजत दे दी है जो राज्य सरकारें के ऊपर निर्भर करता है. मेट्रो रेल, उड़ानें और साधारण ट्रेनें अभी भी भी नहीं चलेंगी. शिक्षण संस्थान, होटल, रेस्तरां, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्विमिंग पूल इत्यादि अभी भी बंद रहेंगे.
स्टेडियमों को खोला जा सकता है लेकिन वहां दर्शकों को बुलाने की अनुमति नहीं है. बड़े सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की अभी भी अनुमति नहीं है. सभी धार्मिक संस्थान भी बंद रहेंगे. शाम सात बजे से सुबह के सात बजे तक रात्रि कर्फ्यू अभी भी पूरे देश में जारी रहेगा. तमिलनाडु, महाराष्ट्र और पंजाब जैसे राज्यों ने केंद्र सरकार से पहले ही तालाबंदी को 31 मई तक बढ़ा दिया था.
दिल्ली जैसे राज्य और रियायतें देने के पक्ष में हैं. लेकिन जानकारों को यह चिंता भी हो रही है कि कहीं ज्यादा रियायतें देने से संक्रमण के फैलने में तेजी तो नहीं आ रही है. सोमवार 18 मई के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 24 घंटों में 5,242 नए मामले सामने आए हैं. यह अभी तक एक दिन में आंकड़ों में आने वाली सबसे बड़ी उछाल है. कुल मामलों के राज्यवार आंकड़ों में महाराष्ट्र अभी भी सबसे आगे है. उसके बाद नंबर है गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली का है. महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 2,347 नए मामले सामने आए हैं, दिल्ली में 721 और तमिलनाडु में 639.
कोरोना महामारी के कारण लंबी तालाबंदी के बाद दुनियाभर के कई देश धीरे-धीरे पाबंदियों में ढील दे रहे हैं. कई देशों में लंबी तालाबंदी के बाद जिंदगी सामान्य हो रही है. कई देशों में लॉकडाउन खत्म होने से लोग काम पर लौट रहे हैं.
तस्वीर: DW/R. Sharma
इटली
9 हफ्ते बाद लोगों को तालाबंदी में थोड़ी ढील मिली है. देश के नागरिकों को बाहर घूमने और रिश्तेदारों के यहां जाने की इजाजत है. 40 लाख लोग निर्माण कार्य और फैक्ट्रियां में काम पर लौट गए हैं. हालांकि आइसक्रीम पार्लर और बार अभी खोलने की इजाजत नहीं है. लोगों के लिए मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य है.
तस्वीर: Reuters/R. Casilli
जर्मनी
जर्मनी भी हालात सामान्य करने में जुट गया है. देश के कुछ स्कूल और व्यापारिक केंद्र 4 मई से खुल गए हैं. नाई की दुकानें करीब दो महीने बाद खुल गई हैं. सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सख्त पाबंदी लगाई थी. रविवार को लोग नदी किनारे टहलते नजर आए.
तस्वीर: DW/R. Sharma
स्पेन
स्पेन ने भी लॉकडाउन में ढील दे दी है. यहां सोमवार 4 मई से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में फेस मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. 48 दिनों के लॉकडाउन के बाद शनिवार को लोग घरों से बाहर निकले और कसरत की. स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 18 मार्च के बाद पहली बार देश में कोविड-19 से सबसे कम मौत हुई है.
तस्वीर: Reuters/J. Medina
हंगरी
स्लोवेनिया, पोलैंड और हंगरी में सार्वजनिक स्थलों और व्यवसायों को आंशिक रूप से दोबारा खोलने की इजाजत दी गई है. हंगरी में सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क अनिवार्य है. लेकिन कई पाबंदियां 4 मई से हटा ली गई हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/A. Kisbenedek
भारत
भारत में लॉकडाउन का तीसरा चरण 4 मई से लागू हो गया है. सरकार ने कुछ गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत दी है और कुछ गतिविधियां अब भी बंद हैं. देश की राजधानी दिल्ली में सरकारी और निजी दफ्तर खुल गए हैं. निजी दफ्तरों में 33 फीसदी अधिकतम कर्मचारी होंगे.
तस्वीर: Deepalaya
ईरान
ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने बीते दिनों ऐलान कर दिया था कि 4 मई से देश के बड़े हिस्सों में मस्जिदें दोबारा खोल दी जाएंगी. ईरान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.
तस्वीर: IBNA
मलेशिया
मलेशिया में कई व्यापारिक केंद्र खुल गए हैं. मलेशिया सरकार ने कोरोना वायरस के कारण प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ बिजनेस केंद्रों का खोलने का फैसला किया है. हालांकि इस कदम के बाद से सार्वजनिक रुख बंट गया है. लोगों का कहना है कि इस तरह से बिजनेस केंद्र खोलने से वायरस तेजी से फैल सकता है.
तस्वीर: Reuters/Lim Huey Teng
वियतनाम
वियतनाम में 4 मई को छात्र तीन महीने बाद स्कूल लौटे. स्कूल आने पर उनके शरीर का तापमान मापा गया और फिर उसके बाद उन्हें स्कूल में दाखिल होने दिया गया. एक छात्र ने कहा, "मुझे बहुत खुशी हो रही है. घर पर रहना बहुत उबाऊ है."
तस्वीर: picture-alliance/dpa/H. Dinh
दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में भी लोग घरों से बाहर निकले और बाजार और रेस्तरां में जाकर मन पसंद काम किया. हालांकि लोग एहतियात बरतने के लिए मास्क पहनना और अन्य जरूरी सावधानी बरत रहे हैं.