तालिबान ने दो नाटो ठिकानों पर हमला किया
२८ अगस्त २०१०![](https://static.dw.com/image/2289861_800.webp)
खोस्त में चरमपंथियों ने नाटो के सैन्य ठिकाने पर हमला किया जिसके जवाब में आईसैफ सैनिकों ने गोलीबारी की. नाटो ने अपने बयान में कहा है कि हमले के दौरान 24 तालिबानी लड़ाके मारे गए जबकि कई पकड़े गए. तालिबान ने सैलेर्नो और कैंप चैपमैन पर हमले की जिम्मेदारी ली है. यहीं दिसंबर में 7 सीआईए एजेंट्स एक आत्मघाती बम हमले में मारे गए थे. बयान में कहा गया, "सैलेर्नो पर हुई गोलीबारी में 15 चरमपंथी जबकि चैपमैन में छह आतंकी मारे गए. पांच चरमपंथियों को आईसैफ सैनिकों ने गिरफ्तार कर लिया है."
बयान में कहा गया है कि चार सैनिक घायल हुए. इसके अलावा सात आत्मघाती जैकेट और कई बिना फटे बम भी बरामद किए गए. आईसैफ और नाटो के बयान में कहा गया, "गठबंधन सेना ने एक ट्रक पर हवाई हमला किया जिसमें तीन हमलावर थे. उन्होंने सैलेर्नो के फॉर्वर्ड ऑपरेटिंग बेस पर हमला किया. हक्कानी संगठन का मुदास्सिर इस हमले में मारा गया. मुदास्सिर सड़क किनारे फटने वाले बम बनाता था. उसका संगठन के सीनियर लोगों से भी पाकिस्तान में संपर्क था."
बताया जाता है कि मुदास्सिर एक इस्लामिक स्कूल में टीचर था जहां आत्मघाती बम हमलावरों को ट्रेनिंग दी जाती थी. नाटो के प्रवक्ता रफाएल टोरेस ने कहा, "हक्कानी नेटवर्क और उनके साथी नाटो के सैनिक ठिकानों पर पिछले महीनों में हुए हमलों में कोई बड़ा नुकसान नहीं कर सके हैं."
उधर तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद का कहना है कि 20 खुदकुश हमलावरों ने अमेरिकी खुफिया ठिकाने को निशाना बनाया जबकि बाकी आठ ने शहर में नाटो के सैनिक ठिकाने को. तालिबान का दावा है कि उसने इस हमले में 18 विदेशियों को मारा.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः वी कुमार