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तुर्की की ईयू सदस्यता पर सहमति नहीं

३१ अक्टूबर २०१२

हजारों तुर्क अल्पसंख्यकों के विरोध प्रदर्शन के बीच तुर्की के प्रधानमंत्री रेचेप तैयप एरदोआन ने बर्लिन में जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल से भेंट की, लेकिन यूरोपीय संघ में तुर्की की सदस्यता पर बात आगे नहीं बढ़ी.

तस्वीर: Getty Images

तुर्क प्रधानमंत्री के दौरे पर सीरिया से भी ज्यादा महत्वपूर्ण यूरोपीय संघ में तुर्की की सदस्यता का मुद्दा था. सदस्यता की बातचीत अटकी पड़ी है और मैर्केल और एरदोआन की बातचीत के बावजूद इसमें कोई प्रगति नहीं हुई. दूसरी ओर तुर्क प्रधानमंत्री भी साइप्रस के मुद्दे पर अड़े हुए हैं. साइप्रस को दक्षिण साइप्रस बताते हुए एरदोआन ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "दक्षिण साइप्रस का यूरोपीय संघ में लिया जाना एक गलती थी. और यह गलती और बढ़ रही है."

अंकारा यूरोपीय संघ का पूर्ण सदस्य बनना चाहता है, लेकिन साइप्रस को मान्यता नहीं देता और अपने नियंत्रण वाले उत्तरी साइप्रस और ग्रीक साइप्रस के बीच की सीमा खोलने से मना कर रहा है. एरदोआन ने कहा, "हम उत्तरी साइप्रस को देश के रूप में मान्यता देते हैं." वहां अनुमानतः 30,000 तुर्क सैनिक तैनात हैं. एरदोआन ने शिकायत की कि तुर्की को यूरोपीय संघ की बैठकों में नहीं बुलाया जाता है.

प्रेस कॉन्फ्रेंसतस्वीर: Getty Images

चांसलर अंगेला मैर्केल ने एरदोआन को सदस्यता की ईमानदार वार्ता का आश्वासन दिया और दोस्ताना जर्मन तुर्क संबंधों की बात की. अपनी सीडीयू पार्टी के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने पार्टी का रुख दुहराया जो तुर्की को यूरोपीय संघ का पूर्ण सदस्य नहीं बल्कि विशेष अधिकार वाला सहयोगी बनाना चाहती है. मैर्केल ने इस पर जोर दिया कि सदस्यता की बातचीत बिना किसी तय नतीजे के की जा रही है. वे अगले साल तुर्की के दौरे पर जाएंगी.

एरदोआन के खिलाफ करीब 2,000 लोगों ने चांसलर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. जर्मनी के शिया अलवी समुदाय के महासचिव अली दोगान ने कहा कि एरदोआन मानवाधिकारों का तिरस्कार करते हैं और कुर्दों तथा दूसरे विश्वास वालों के दुश्मन हैं. जर्मनी में कुर्दों की बड़ी आबादी रहती है, जिन्हें तुर्की में समान अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं.

विभाजित साइप्रसतस्वीर: DW/B.Riegert

चांसलर के साथ बातचीत में एरदोआन ने जर्मनी में रहने वाले तुर्क मूल के करीब 30 लाख लोगों को दुहरी नागरिकता देने का समर्थन किया. अब तक जर्मनी में रहने वाले विदेशी मां-बाप के बच्चों को 18 से 23 की उम्र में चुनना पड़ता है कि वे जर्मन नागरिकता चाहते हैं या अपने मां-बाप की नागरिकता चाहते हैं.

अंकारा के दौरे पर गईं जर्मन कानून मंत्री सबीने लौएटहौएजर श्नारेनबर्गर ने तुर्की में अभिव्यक्ति और प्रेस की आजादी में कमियों की शिकायत की है और जांच के दौरान लंबी गिरफ्तारी जैसी प्रक्रिया की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया में खामियां सदस्यता वार्ता में बाधा डाल रही हैं. इसके विपरीत विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने तुर्की और ईयू के बीच नजदीकी की वकालत की. उन्होंने कहा वार्ता में ठहराव अच्छा नहीं है.

इस बीच तुर्की और जर्मनी दोनों देशों में दो जर्मन-तुर्क यूनिवर्सिटी बनाने के विचार को आगे बढ़ाना चाहते हैं. मैर्केल ने कहा कि इस सिलसिले में विदेश मंत्रियों और शिक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत होगी. एरदोआन ने उम्मीद जताई कि अगले साल मैर्केल के तुर्की दौरे पर इसकी आधारशिला रखी जा सकेगी.

एमजे/एएम (डीपीए)

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