1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

तुर्की ने दी लीबियाई नेता गद्दाफी को गारंटी

११ जून २०११

लीबिया की राजधानी त्रिपोली से 160 किलोमीटर दूर ज्लितान में गद्दाफी समर्थक सैनिकों और विद्रोहियों में लड़ाई छिड़ गई है जबकि नाटो सदस्य तुर्की ने कहा है कि उसने गद्दाफी को लीबिया छोड़ने में मदद की गारंटी दी है.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

लीबिया में गतिरोध को तोड़ने के लिए विश्व सत्ताओं ने मिश्रित संकेत दिए हैं. रूस मेलमिलाप में मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहा है तो तुर्की के प्रधानमंत्री तय्यप एरदोआन ने कहा है कि उन्होंने गद्दाफी को लीबिया छोड़ने की स्थिति में गारंटी की पेशकश की है लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है. कूटनीति के थमाव के बीच विद्रोहियों का कहना है कि नए मोर्चों पर लड़ाई भड़क रही है.

तेज हुई लड़ाई

बेनगाजी में विद्रोही प्रशासन के सैनिक प्रवक्ता अहमद बानी ने कहा है कि गुरुवार को ज्लितान में लड़ाई शुरू हो गई जो शुक्रवार को भी जारी रही. गद्दाफी की सेना ने 22 विद्रोहियों को मार डाला. ज्लितान उन शहरों में है जो विद्रोही नियंत्रण वाले मिसराता और राजधानी त्रिपोली के बीच सरकारी कब्जे में है. यदि उस पर विद्रोहियों का नियंत्रण हो जाता है तो इससे राजधानी में भी गद्दाफी विरोधी आंदोलन के फैलने में मदद मिलेगी.

बानी ने आरोप लगाया है, "बड़ी संख्या में सैनिकों ने ज्लितान को सभी दिशाओं से घेर रखा है और उसके निवासियों को धमकी दे रहे हैं कि यदि वे समर्पण नहीं करते हैं तो उनकी औरतों से बलात्कार किया जाएगा." बानी का कहना है कि शहर के कुछ हिस्से विद्रोहियों के कब्जे में हैं.

तेज हुई लड़ाईतस्वीर: picture alliance/dpa

विद्रोहियों का कहना है कि बुधवार को हुए विरोध प्रदर्शन के बाद पुराने रोमन शहर गदामिस पर भी हमला हुआ है. विद्रोहियों के प्रवक्ता जूमा इब्राहिम ने कहा है, "प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गद्दाफी के सैनिक गदामिस पर गोलाबारी कर रहे हैं." गद्दाफी ने 1990 के दशक में पुराने शहर से लोगों को हटाकर आधुनिक घरों में बसा दिया था. यह साफ नहीं है कि हमले का लक्ष्य पुराने शहर में मरुभूमि का मोती कहे जाने वाले घर तो नहीं हैं. इन खबरों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है और गद्दाफी सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

उधर गोदी नगर मिसराता की नाकेबंदी जारी है. हेकमा अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा है कि सरकारी सैनिकों की गोलीबारी में शुक्रवार को 31 लोग मारे गए हैं और 110 घायल हुए हैं.

कूटनीतिक कोशिशें

रूस के मध्यस्थता प्रयासों के बीच नाटो सदस्य तुर्की ने कहा है कि गद्दाफी के सामने देश छोड़ने के अलावा कोई चारा नहीं है और उसने गद्दाफी को बाहर निकलने की पेशकश की है. तुर्क प्रधानमंत्री ने कहा है, "हमने उनसे कहा है कि वे जहां जाना चाहते हैं, वहां जाने में उसमें हम उनकी मदद करेंगे. जवाब मिलने पर हम सहयोगियों से बात करेंगे."

गद्दाफी ने विद्रोहियों को अल कायदा आतंकवादी की संज्ञा दी है और आरोप लगाया है कि विदेशी हस्तक्षेप का लक्ष्य देश के तेल पर कब्जा करना है. शुक्रवार को बेनगाजी जाने वाले रूस के अफ्रीका दूत मिखाइल मार्गेलोव ने कहा है कि जैसे ही नाटो अपने लीबियाई नो फ्लाइ जोन के जरिए उन्हें कॉरीडोर उपलब्ध कराता है वे त्रिपोली जाएंगे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: ओ सिंह

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें