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'तेंदुलकर के बिना जीत सकता है भारत'

३१ दिसम्बर २०१०

जीत के लिए अब टीम इंडिया सिर्फ सचिन तेंदुलकर पर निर्भर नहीं है. भारत उनके बिना भी मैच जीत सकता है, यह मानना है पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम का. अकरम के मुताबिक भारतीय टीम अब यूनिट की तरह खेल रही है.

तस्वीर: AP

डरबन में भारत की जीत से मुग्ध वसीम अकरम ने टीम इंडिया के पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, ''10 साल पहले हम सचिन को आउट करने में लगे रहते थे. हमें पता था कि अगर सचिन को आउट कर दिया तो भारत खत्म हो जाएगा. लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है. अब अगर विपक्षी टीम भारत को आसानी से हराना चाहती है तो उसे टीम इंडिया के हर बल्लेबाज को आउट करना होगा.''

उनके मुताबिक ऐसा सिर्फ पाकिस्तान के गेंदबाज ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के गेंदबाज सोचते थे कि बस सचिन को आउट कर लो, भारत हार जाएगा. अकरम कहते हैं कि डरबन टेस्ट की दोनों पारियों में सचिन का बल्ला नहीं चला, लेकिन फिर भी भारत जीत गया. इससे पता चलता है कि टीम इंडिया अब सिर्फ सचिन के सहारे जीत नहीं ढूंढती हैं. वनडे में 46 और टेस्ट में 50 शतक लगा चुके तेंदुलकर टीम के अहम खिलाड़ी हैं लेकिन भारत उनके बिना भी काम चला लेता है.

रिकॉर्डों का मतलब तेंदुलकरतस्वीर: AP

न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गए वनडे सीरीज भी इस बात की गवाह हैं. तेंदुलकर, धोनी, सहवाग और जहीर खान के बिना टीम इंडिया ने सीरीज 5-0 से जीती.

एक स्पोर्ट्स चैनल के कार्यक्रम के दौरान सचिन और भारत की बात करते हुए अकरम ने अपने तर्क को मजबूती देने के लिए कई बातों का हवाला दिया. उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और जहीर खान का जिक्र किया. कभी स्विंग के सुल्तान कहे जाने वाले गेंदबाज ने कहा, ''जहीर की वापसी ने टीम के मनोबल को बढ़ाया दिया. मैं मानता हूं कि जहीर मौजूदा दौर में सबसे बेहतरीन गेंदबाज हैं. वह हमेशा विकेट लेते रहते हैं. काउंटी क्रिकेट खेलने की वजह से उनकी गेंदबाजी निखरी है. वह नई और पुरानी दोनों तरह की गेंद से शानदार गेंदबाजी करते हैं.''

डरबन में लक्ष्मण की वेरी वेरी स्पेशल पारी की तारीफ में उन्होंने कहा, ''लक्ष्मण सबसे अगली श्रेणी के खिलाड़ी हैं. द्रविड़ और वो अनुभव, प्रवाह और प्रतिभा का बेजोड़ मिश्रण हैं. लक्ष्मण का स्वभाव गजब का है. जब सख्त जरूरत होती है तो वह माकूल प्रदर्शन करते हैं. उनका ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि जब भी टीम गहरे संकट में फंसी तब लक्ष्मण का बल्ला चला. वह पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ भी बड़ी साझेदारियां कर जाते हैं. मेरी राय में वह दुनिया के शीर्ष चार बल्लेबाजों में आते हैं.''

कई सालों तक दुनिया के सबसे चोटी के गेंदबाज रहे अकरम ने भारतीय टीम भी खूब तारीफ की है. उन्होंने भारत को ही नंबर वन का सही हकदार भी बताया. क्रिकेटर से कमेंट्रेटर बने अकरम ने कहा, ''मुझे लगता है कि भारतीय टीम में कई खूबियां भरी हुई हैं. नेतृत्व, लगातार सधा प्रदर्शन और आत्मविश्वास ये सारी बातें टीम इंडिया में दिखाई पड़ती हैं. वह दुनिया की नंबर एक टीम है और डरबन की जीत ने साबित कर दिया है कि भारत इसका हकदार है. मैं और कई लोग पहले यह सोच रहे थे कि दक्षिण अफ्रीका दौरे में भारत संघर्ष करेगा लेकिन नहीं, भारतीय टीम ने हम सबको गलत साबित कर दिया.''

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एन रंजन

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