लोगों की लापरवाही के चलते इंग्लैंड की एक अहम सीवेज लाइन का 64 मीटर लंबा हिस्सा जाम है. बार बार मना करने के बावजूद हर तरह का कूड़ा करकट सीवेज में डाला गया.
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दक्षिण पश्चिमी इंग्लैंड की अहम सीवेज लाइन में 64 मीटर लंबा जाम लगा है. चर्बी, खाद्य तेल और बच्चों के डायपर फंसकर बड़े हिस्से को जाम कर चुके हैं. ये सारी चीजें मिलकर इतनी कड़ी हो गई हैं कि सीवेज लाइन पूरी तरह चोक हो चुकी है.
अधिकारियों ने जाम को "फैटबर्ग" नाम दिया है. साउथ वेस्ट वॉटर के अधिकारी एंड्र्यू रोआन्ट्री कहते हैं, "इस राक्षस को हमारे सीवेज से बाहर निकालने में आठ हफ्ते लगेंगे और यह काम बहुत ही चुनौती भरा होगा." आठ हफ्ते यानि अगले दो महीने तक सीवेज लाइन का यह हिस्सा बंद रहेगा.
रोआन्ट्री ने लोगों से एक बार फिर अपील की है कि वे टॉयलेट के फ्लश में ग्रीज, कुकिंग ऑयल और बच्चों के डायपर न बहाएं. रोआन्ट्री ने कहा, "फैटबर्ग को चारा न दें."
यह पहला मौका नहीं है कि जब इंग्लैंड में फैट की वजह से सीवेज सिस्टम बंद हुआ हो. 2017 में पूर्वी लंदन के व्हाइट चैपल इलाके के नीचे 250 मीटर लंबा जाम लगा था. वह जाम भी वसा युक्त पदार्थों और डायपरों के चलते लगा था. उसे हटाने में भी कई हफ्ते लग गए.
खाद्य तेल, मक्खन, मोटर ऑयल और ग्रीस जैसी हाई फैट प्रोडक्ट ठंडे पानी के संपर्क में आते ही ठोस होकर जम जाते हैं. डायपर जैसी चीजें पानी के संपर्क में आने पर फूल जाती हैं. ये सारी चीजें एक साथ मिलने पर पाइपों को बंद कर देती हैं.
आम तौर पर छोटे मोटे पाइप में जमे फैट को खौलते पानी से हटाया जा सकता है. लेकिन बड़ी सीवेज लाइन में डायपर और अन्य तरह की गंदगी के साथ मिले फैट को हटाने के लिए लाइन खोलनी ही पड़ती है. विषैले तत्वों और गैसों के कारण यह काम बेहद जोखिम भरा होता है.
ओएसजे/आरपी (एपी)
इन चीजों को कभी ना करें फ्लश
बाथरूम में इस्तेमाल होने वाली हर चीज को आप फ्लश नहीं कर सकते. ये पाइप में जा कर फंस जाती हैं और ड्रेनेक्स जैसे रसायनों का भी इन पर कोई असर नहीं होता. जानिए किन किन चीजों को फ्लश नहीं करना चाहिए.
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डायपर
बच्चों के डायपर इस तरह के प्लास्टिक से बने होते हैं, जो पानी के संपर्क में आने पर फैलता है. केवल एक डायपर ही आपकी पाइप को पूरी तरह ब्लॉक करने के लिए काफी है.
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सैनिटरी पैड
ठीक डायपर की ही तरह सैनिटरी पैड को भी फ्लश नहीं किया जा सकता. यह बात समझना मुश्किल नहीं है कि जहां लड़कियों के लिए बाजार से सैनिटरी पैड खरीद कर लाना ही इतना मुश्किल है, तो इस्तेमाल किए हुए को कूड़ेदान तक पहुंचाना उनके लिए कितना असहज होगा. लेकिन फिर भी इनकी जगह टॉयलेट में नहीं है.
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सिगरेट बट
छोटा सा दिखने वाला सिगरेट बट भी आपको बड़ी परेशानी दे सकता है. टॉयलेट में फेंक कर खूब सारा पानी बर्बाद करने की जगह इसे कूड़ेदान में फेंके.
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बैंड एड
पतली सी बैंड एड अधिकतर प्लास्टिक से बनी होती है जो कई सालों तक नहीं गलती. हालांकि कुछ कपड़े के भी होते हैं लेकिन ये भी नाली में जा कर अटक जाते हैं.
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घी, मक्खन, तेल
बचा हुआ खाना कहां फेंके? पुरानी हो चुकी दाल को तो शायद अब गाय भी ना खाए. तो क्या टॉयलेट में? ध्यान दें कि खाने में पड़ा घी, तेल टॉयलेट की पाइप में जा कर जम सकता है और उसे ब्लॉक कर सकता है.
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बाल
बाथरूम की पाइप को ब्लॉक करने में सबसे बड़ा हाथ बालों का ही होता है. अक्सर लोग नहाने के बाद इन्हें हटाना भूल जाते हैं, तो कुछ कंघी करने के बाद इन्हें टॉयलेट में फ्लश कर देते हैं.
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फ्लॉस
ठीक बालों की तरह डेंटल फ्लॉस यानि दांतों को साफ करने वाला धागा भी पाइप में अटक जाता है. यह प्लास्टिक का होता है और कूड़े के इर्दगिर्द उलझ जाता है.
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रुई और बड
आप सोच रहे होंगे कि भला इतनी हल्की सी रुई क्या नुकसान पहुंचा सकती है और फिर यह तो बनी भी कपास की होती है! दरअसल बाजार से चोट पर लगाने के लिए जो रुई हम खरीदते हैं, उसमें प्लास्टिक के छोटे छोटे कण मौजूद होते हैं, जिससे वह आसानी से नहीं घुल पाती.
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दवाई
एक्सपायर हो चुकी दवाओं को इधर उधर फेंकने की जगह लोग टॉयलेट में बहा देना पसंद करते हैं. उन्हें इस बात का अंदाजा ही नहीं होता कि इससे जमीन के नीचे मौजूद पानी में पल रहे जीव अपनी जान गंवा सकते हैं. इसका असर पूरे जलवायु पर पड़ता है.
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कंडोम
लेटैक्स का बना कंडोम भी प्लास्टिक की अन्य चीजों की तरह आपकी पाइपों को नुकसान पहुंचा सकता है. बाद में नाली खुलवाने की परेशानी से बेहतर है कि पहले ही इसे कूड़ेदान में फेंकें.