1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

ईरान के गैसोलीन से क्यों खुश है वेनेजुएला

२६ मई २०२०

वेनेजुएला के अधिकारियों ने सोमवार को गैसोलीन से भरे ईरानी टैंकर के पहुंचने का खूब जश्न मनाया. तेल से लबालब वेनेजुएला आखिर ईरान से तेल खरीद कर क्यों खुश हो रहा है?

Venezuela Ankunft des iranischen Öltankers Fortune
तस्वीर: Reuters/Miraflores Palace

दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला को इस वक्त ईंधन की बहुत जरूरत है. वेनेजुएला के ऊर्जा मंत्री तारिक अल अइसामी ने ट्वीट किया है, "हम आगे बढ़ते और जीतते रहेंगे." वेनेजुएला के सरकारी टीवी चैनल पर कैरेबियाई सागर से आए टैंकर की तस्वीरें दिखाई गईं. उनके ऊपर आकाश में वेनेजुएला के लड़ाकू जहाज गश्त लगाते नजर आए.

अल अईसामी ने ट्वीटर पर एक तस्वीर डाली है जिसमें टैंकर के पीछे उगता सूरज नजर आ रहा है. दुनिया में तेल के सबसे बड़े भंडारों में शामिल होने के बावजूद देश में पेट्रोलियम की भारी कमी है. वेनेजुएला और ईरान दोनों देशों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के प्रशासन ने सख्त प्रतिबंध लगा रखा है. इन प्रतिबंधों को दरकिनार कर ईरान से यहां गैसोलीन पहुंचा है. इसके साथ ही दोनों देश आपसी संबंधों के एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं.

ईरान से गैसोलीन लेकर वेनेजुएला पहुंचा टैंकर फॉर्चुन अकेला नहीं है. उसके पीछे चार और टैंकर भी आ रहे हैं जिनके अगले कुछ दिनों में यहां पहुंचने की उम्मीद है. मियामी के इंवेस्टमेंट फर्म काराकस कैपिटल मार्केट्स के रूस डैलन का कहना है कि ईरानी जहाज का पहुंचना वेनेजुएला के लिए एक बड़ी जीत है. पहले टैंकर में करीब 1.1 करोड़ गैलन गैसोलीन है. वेनेजुएला में महज 50 लाख कारें हैं. डैलन ने कहा, "वेनेजुएला में दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार है. बावजूद इसके वह करोड़ों गैलन गैसोलीन एक और दूसरे नाकाम देश से आयात कर रहा है जो धरती के एक दूसरे छोर पर है."

तस्वीर: Reuters/Miraflores Palace

वेनेजुएला में दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरियों में एक है लेकिन मरम्मत नहीं हो पाने की वजह से वह बेकार पड़ी है. दो दशक पहले मादुरो के पूर्ववर्ती ह्यूगो चावेज ने समाजवादी क्रांति के जरिए देश की बागडोर अपने हाथ में संभाली. उस वक्त यह देश जितना तेल पैदा करता था उसका एक बहुत छोटा हिस्सा ही आज पैदा कर पा रहा है.

आलोचक भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन को देश के आर्थिक संकट का कारण बताते हैं. बड़ी संख्या में वेनेजुएला के लोग देश छोड़ कर जा रहे हैं ताकि गरीबी, अपराध और बुनियादी जरूरतों की किल्लत से मुक्ति पा सकें. गैसोलीन की वेनेजुएला में बीते कई सालों से भारी कमी है. हाल के दिनों में यह संकट फैल कर राजधानी काराकास पर भी छा गया है. अमेरिका की आपत्तियों के बावजूद पहला शिप ईरान से बड़ी आसानी से यहां पहुंच गया. कैरेबियाई सागर में मौजूद अमेरिकी गश्ती जहाजों ने उनके रास्ते में कोई बाधा नहीं डाली.

बड़े भंडार के बावजूद वेनेज्वेला में तेल की बड़ी किल्लत हैतस्वीर: picture-alliance/AP Photo/M. Delacroix

मादुरो ने रविवार को ईरानी राष्ट्रपति हसन रोहानी, सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह खमेनेई और ईरानी लोगों के प्रति आभार जताया है. उनका कहना है कि ईरान और वेनेजुएला को दूसरे देशों की तरह ही आपस में कारोबार करने का अधिकार है. मादुरो ने कहा, "हम दो विद्रोही देश, क्रांतिकारी देश हैं जो कभी भी अमेरिकी साम्राज्यवाद के खिलाफ नहीं झुकेंगे. वेनेजुएला के पास इस दुनिया में दोस्त हैं और बहादुर दोस्त हैं."

अमेरिका का कहना है कि ईरान और वेनेजुएला दोनों जगहों पर दमनकारी सरकारें हैं. हाल ही में अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकालो मादुरो की गिरफ्तारी पर 1.5 करोड़ यूरो के ईनाम की भी घोषणा की है. अमेरिका ने मादुरो पर नशीली दवाओं की तस्करी का आरोप लगाया है. अमेरिका मादुरो पर अत्यधिक दबाव बनाने की नीति पर चल रहा है. उसने विपक्षी नेता खुआन गुआईदो को वेनेजुएला के नेता के तौर पर मान्यता भी दे दी है. अमेरिका के साथ करीब 60 और देश मादुरो के चुनाव को फर्जी करार देने के साथ ही गुआईदो की तरफदारी कर रहे हैं. मादुरो के विरोधियों के चुनाव में उतरने पर रोक लगा दी गई थी.

वेनेजुएला के भीतर भी तनाव बढ़ रहा है. देश के मुख्य अभियोजक ने समोवार को मादुरो का समर्थन करने वाली सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि वह गुआईदो की पार्टी पॉपुलर विल को आतंकवादी संगठन घोषित करने के मसले पर फैसला सुनाए.

एनआर/आईबी (एपी)

__________________________

हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें