चिनावट को हटाया गया
७ मई २०१४थाई कैबिनेट ने नए अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर निवात्तुमरोंग बूनसोंगपाइसान को चुना है. वे यिंगलुक सरकार में वाणिज्य मंत्री थे. माना जा रहा है कि चिनावट को हटाए जाने से उनके समर्थकों में और गुस्सा फैलेगा. हालांकि सरकार के बचने के कारण थोड़ी राहत मिल सकती है. थाईलैंड में काफी समय से राजनीतिक अशांति का माहौल है. करीब छह महीने से थाईलैंड में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं.
जज ने फैसला सुनाते हुए कहा कि यिंगलुक ने 2011 में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख का तबादला दूसरे पद पर किया ताकि उनके रिश्तेदार को इसका फायदा मिले. "दोषी थाविल प्लीनस्री के तबादले में शामिल थी. उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद प्रमुख के पद से इसलिए दूसरी जगह भेजा गया ताकि प्रीवपांग डामापोंग को नया पद दिया जा सके. प्रीवपांग दोषी के रिश्तेदार हैं. दोषी ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए काम किया. ये तबादला देश के हित में नहीं किया गया था."
पहले कुछ कानून विशेषज्ञों का मानना था कि पूरी सरकार को उनके दोषी साबित होने पर हटाया जा सकता है. दिसंबर में संसद के निचले सदन को भंग कर दिया गया था क्योंकि यिंगलुक ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए मध्यावधि चुनावों की घोषणा की थी. तबसे वह सीमित शक्ति के साथ सरकार चला रही हैं. फरवरी के चुनावों को बाद में संवैधानिक अदालत ने अमान्य घोषित कर दिया था.
थाईलैंड में शहरों में रहने वाले मध्यवर्ग और गांवों में रहने वाले लोगों के बीच बड़ी खाई है. और वहां की पूरी राजनीति इसी मुद्दे पर चलती है. यिंगलुक और उनके निर्वासन में रह रहे भाई थकसिन चिनावट के समर्थक गांवों में हैं. थकसिन को 2006 में सेना ने हटा दिया था और 2008 में उन्हें सत्ता के दुरुपयोग का दोषी पाया गया. तब से जेल जाने से बचने के लिए वह निर्वासन में रह रहे हैं. यिंगलुक के समर्थकों का कहना है कि संवैधानिक अदालत अक्सर पूर्वाग्रह के साथ सरकार के विरोध में फैसला लेती है.
एएम/एमजे (रॉयटर्स, डीपीए)