दक्षिण अफ्रीका में नस्लवादी शासन के दौरान अश्वेत लोगों को कोई अधिकार नहीं थे. अब श्वेत किसान आरोप लगा रहे हैं कि उनके साथ अन्याय हो रहा है. क्या सहमति से भूमि सुधार संभव है?
तस्वीर: DW/T. Andrews
विज्ञापन
Farmers brace, activists push as land hearings begin in South Africa