दफ्तर के तनाव से दुखी दिल
२१ सितम्बर २०१२ब्रिटेन में हुए एक शोध के नतीजे ऐसा बताते हैं. मिका किविमेकी यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में प्रोफेसर हैं और उन्हीं की टीम ने यह रिसर्च किया है. किविमेकी का कहना है कि ज्यादा खतरा उन लोगों को है जो निचले स्तर पर काम करते हैं और जो कंपनी के लिए फैसले लेने वाले पद पर नहीं हैं, यानी जो बॉस की कुर्सी नहीं संभाल रहे, "इस तरह की नौकरी में आप पर काम का बहुत ज्यादा बोझ होता है और आप इसे बदल भी नहीं सकते क्योंकि आप जिस पद पर काम कर रहे हैं उसमें आप कारोबार चलाने के लिए फैसले नहीं लेते."
बनाया डाटाबेस
काम के तनाव और सेहत पर बुरे असर पर पहले भी कई शोध हो चुके हैं. किविमेकी का कहना है कि उन्होंने इस तरह के एक दर्जन से अधिक शोध इकट्ठा किए और उनके नतीजों की तुलना की. किविमेको की मानें तो उनके पास इस समय इस तरह का सबसे बड़ा डाटाबेस जमा हैं जिसमें करीब दो लाख लोगों के आंकडें दर्ज हैं. इस डाटाबेस में करीब साढ़े सात साल तक हर व्यक्ति पर ध्यान दिया गया है.
शोध की शुरुआत में हर व्यक्ति को एक फॉर्म भरने को कहा गया जिसमें उनकी नौकरी से जुड़े सवाल थे. शोध के दौरान पता चला कि 2356 लोगों को दिल का दौरा पड़ा है. निचले स्तर पर काम करने वाले लोगों में 23 प्रतिशत ज्यादा लोगों को दौरा पड़ा. दफ्तर में ओहदे के अलावा इन लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति और उनकी उम्र पर भी ध्यान दिया गया.
बदलती जीवनशैली
किविमेकी का कहना है कि दफ्तर में तनाव के कारण लोग अधिक सिगरेट पीने लगते हैं और कसरत करना कम कर देते हैं जो कि दिल के लिए बेहद हानिकारक साबित होता है, "ऐसा कहा जा सकता है कि लोगों की जीवनशैली बदल जाती है. दरसल तनाव की तुलना में खाने की बदलती हुई आदतें और सिगरेट दिल पर ज्यादा बुरा असर डालती हैं."
ड्यूसलडोर्फ की मीट फैक्टरी में काम करने वाले जनी पालतातिस इसका एक उदाहरण हैं. वह फैक्टरी पहुंचने के लिए रोज सुबह तीन बजे घर से निकलते हैं, "मैं इसलिए कुछ ना कुछ खाता रहता हूं ताकि जगा रह सकूं. मुझे कई घंटे काम करना होता है और जब छुट्टी हो जाती है तब मैं इतना थक जाता हूं कि कसरत करने की हिम्मत नहीं बचती. मैं जानता हूं यह मेरी सेहत के लिए ठीक नहीं है, लेकिन मैं क्या करूं? कंपनी और लोगों को नौकरी पर भी तो नहीं रख सकती." जनी बताते हैं कि फैक्टरी के मालिक को भी कुछ साल पहले दिल का दौरा पड़ा था.
डॉक्टरों की सलाह है कि स्वस्थ रहने के लिए तनाव के बावजूद सिगरेट का सहारा ना लें और किसी तरह कसरत के लिए थोड़ा सा वक्त जरूर निकालें.
रिपोर्टः जॉन ब्लाऊ/ ईशा भाटिया
संपादनः एन रंजन