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दबाब में अर्जेंटीना के कोच बतिस्ता का इस्तीफा

२६ जुलाई २०११

कोपा अमेरिका कप जीत नहीं पाने का खामियाजा अर्जेंटीना के कोच को अपने पद से इस्तीफा देकर चुकाना पड़ा. 18 साल से अर्जेंटीना को इस कप का इंतजार था लेकिन उसका यह सपना सच नहीं हो पाया.

कोच का इस्तीफातस्वीर: dapd

विफल अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कोच सर्गियो बतिस्ता ने इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रीय टीम को मिली नाकामी के बाद अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन (एएफए) पहचान के संकट से जूझ रही है. एसोसिएशन ने कोच बतिस्ता के इस्तीफे का एलान किया. उरुग्वे ने क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना को हराकर कोपा कप से बाहर का रास्ता दिखा दिया.

पहचान का संकट

एएफए के प्रवक्ता एर्नेस्टो चेक्वेस बियालो ने पत्रकार वार्ता में कहा, "राष्ट्रीय टीम कमीशन ने उनका करार निरस्त करने का फैसला किया है. बतिस्ता को निकाला नहीं गया है. बतिस्ता ने राष्ट्रीय टीम के प्रमुख के रूप में अपने भविष्य पर विचार करने के लिए एएफए के सामने अपना पक्ष रखा था." बियालो ने यह भी बताया कि रोमानिया और अर्जेंटीना के बीच होने वाले 10 अगस्त के दोस्ताना मैच को रद्द कर दिया गया है. बियालो ने बताया, "राष्ट्रीय टीम कमीशन अर्जेंटीना टीम के सभी स्तर के कोचिंग स्टाफ का मूल्यांकन कर रही है. इसके लिए कोई समयसीमा नहीं है. कोई हड़ब़ड़ी नहीं. कोई जल्दबाजी नहीं है (नए कोच के नाम पर). एक प्रक्रिया के तहत सोच विचार और अध्ययन किया जाएगा."

तस्वीर: AP/Montage DW

18 साल से जीत का इंतजार

राष्ट्रीय टीम के निदेशक कार्लोस बिलार्डो की कुर्सी भी खतरे में पड़ गई है. बिलार्डो की कोचिंग में मेक्सिको ने 1986 में वर्ल्ड कप जीता था. मीडिया में अर्जेंटीना फुटबॉल टीम की विफलता के कारण नाराजगी है. एएफए पर दबाव है कि वह सालों से पिछड़ी हुई अर्जेंटीना की टीम को पतन के गर्त में से बचाए. एएफए बोर्ड के सदस्यों की तरफ से बतिस्ता के कोच बने रहने पर सवाल उठाए जाने के बाद मीडिया में यह मुद्दा काफी उठा था. 48 वर्षीय बतिस्ता पिछले एक साल से टीम के कोच थे. डिएगो मैराडोना को नया करार नहीं दिए जाने पर उन्हें अंतरिम कोच बनाया गया था. मैराडोना के कोच रहते हुए अर्जेंटीना फुटबॉल वर्ल्ड कप 2010 के क्वार्टर फाइनल में हार गया था.

अर्जेंटीना का क्या होगा

बतिस्ता के साथ अर्जेंटीना टीम का करार ब्राजील में होने वाले 2014 के वर्ल्ड कप तक का था. बतिस्ता ने संकल्प लिया था कि मेसी के साथ मिलकर वह कप जीतने वाली टीम तैयार करेंगे. बतिस्ता ने कोपा अमेरिका कप जिताने का वादा नहीं किया था लेकिन उन्होंने कहा था कि मेजबान देश के रूप में अर्जेंटीना का दायित्व था कि वह कप जीते. बस्तिता को भरोसा था कि जीत उनकी ही होगी. इससे पहले दो फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना को हार मिल चुकी है. पिछले 18 सालों में अर्जेंटीना ने कोई बड़ा खिताबी मुकाबला नहीं जीता है. 1993 में उसने आखिरी बार कोपा अमेरिका कप जीता था.

रिपोर्ट:रॉयटर्स/आमिर अंसारी

संपादन: आभा एम

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