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दिल्ली में कम हुआ ऑक्सीजन का संकट

चारु कार्तिकेय
१४ मई २०२१

दिल्ली में महीने भर से जारी ऑक्सीजन की आपूर्ति का संकट अब कम हो रहा है, लेकिन दूसरे कई राज्यों में स्थिति अभी भी खराब है. गोवा के एक अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से दो दिनों में कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई.

Weltspiegel | Indien Corona-Situation Warten auf Sauerstoff
तस्वीर: Prakash Singh/AFP

दिल्ली में रोजाना सामने आने वाले संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है जिससे राष्ट्रीय राजधानी की हालत कुछ सुधर रही है. इससे अस्पतालों पर दबाव भी कम हुआ है और ऑक्सीजन का संकट भी थम गया है. उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जानकारी दी है कि पिछले एक महीने में जब दिल्ली में संक्रमण की ताजा लहर अपने चरम पर थी तब दिल्ली में रोज 700 मेट्रिक टन (एमटी) ऑक्सीजन की जरूरत थी, लेकिन अब यह गिर कर 582 एमटी पर आ गई है.

दिल्ली में गुरुवार 13 मई को 73,675 सैंपलों की जांच की गई जिनमें से 10,489 सैंपल कोविड पॉजिटिव पाए गए. पाजिटिविटी दर 14.24 प्रतिशत दर्ज की गई और 308 लोगों की मौत हो गई. लहर के चरम पर 80,000 सैंपलों की जांच की गई थी, जिनमें से करीब 27,000 सैंपल पॉजिटिव पाए गए थे. पॉजिटिविटी दर 36 प्रतिशत पर पहुंच गई थी. हालांकि देश के सभी हिस्सों की हालत ऐसी नहीं है. कई राज्यों में ताजा लहर अभी भी थमी नहीं है और अस्पतालों में बिस्तरों, दवाओं और ऑक्सीजन की उपलब्धता का भारी संकट जारी है.

कई राज्यों में ऑक्सीजन का संकट

गोवा के सबसे बड़े कोविड अस्पताल जीएमसीएच में गुरूवार को ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से 13 मरीजों की मौत हो गई. इसके दो दिन पहले इसी अस्पताल में 26 मरीजों की मृत्यु हुई थी और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि संभव है ये जानें ऑक्सीजन की कमी होने से गई हों. यह सब तब हो रहा है जब बम्बई हाई कोर्ट में गोवा के ऑक्सीजन संकट को लेकर सुनवाई चल रही है. एक ही दिन पहले अदालत ने राज्य सरकार को हिदायत दी थी कि वो सुनिश्चित करे कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी की जान ना जाए.

बीते एक महीने में दिल्ली में ऑक्सीजन का भयावह संकट देखने को मिला.तस्वीर: Sanjeev Verma/Hindustan Times/imago images

गोवा के अलावा और भी कई राज्यों में ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है. इनमें कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल जैसे दक्षिण भारत के राज्य शामिल हैं.  तमिलनाडु में सरकार ने ऑक्सीजन के नपे-तुले इस्तेमाल के दिशा-निर्देश जारी किए हैं. केरल के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से राज्य का ऑक्सीजन कोटा बढ़ाने का आग्रह किया है. तमिलनाडु और आंध्र ने भी केंद्र सरकार से मदद मांगी है.

टीकाकरण सुधारने की कोशिश

इस बीच टीकों की भी उपलब्धता बढ़ाने के लिए अलग अलग उपायों पर विचार किया जा रहा है. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा है कि कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने अपने टीके के बड़ी मात्रा में उत्पादन के लिए उसका फॉर्मूला दूसरी कंपनियों के साथ साझा करने के सुझाव को मान लिया है. एक समाचार वार्ता में पॉल ने बताया कि इस टीके को बनाने के लिए सिर्फ बायो सुरक्षा स्तर 3 (बीएसएल 3) प्रयोगशालाओं का ही इस्तेमाल होता है और ऐसी प्रयोगशालाएं सभी कंपनियों के पास नहीं हैं. उन्होंने टीका बनाने की इच्छुक कंपनियों को खुला निमंत्रण दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार कंपनियों को साथ मिल कर टीका बनाने में पूरा सहयोग देगी.

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