दिल ढूंढ़ता है फ़ुर्सत के वे बीते दिन
३ अगस्त २०१०
30 से कम उम्र के 71 फ़ीसदी अमेरिकी युवाओं का कहना है कि अगर उनका बस चले, तो भविष्य के बदले वे बीते हुए समय में लौटना चाहेंगे. 60 फ़ीसदी की राय है कि आने वाला समय धुंधला होने जा रहा है. अधिकतर युवा मानते हैं कि उनके माता-पिता का दौर जितना अच्छा है, उनका अपना दौर उससे बदतर ही होगा.
सोसाइटी पत्रिका वैनिटी फ़ेयर और टीवी चैनल सीबीएस की ओर से संयुक्त सर्वेक्षण कराया गया. वैनिटी फ़ेयर के ऑनलाइन संपादक माइकेल होगन का कहना है कि बेरोज़गारी के इस दौर में युवा जब स्कूल की पढ़ाई के बाद रोज़गार की ज़िंदगी शुरू करना चाहते हैं, तो उन्हें पता चलता है कि नौकरी मिलने वाली नहीं है. इसलिए उन्हें बीता हुआ दौर कहीं बेहतर लगता है.
बुजुर्गों के बीच अतीत का आकर्षण इस बीच थोड़ा कम हो चुका है. 65 से ऊपर के सिर्फ़ 50 फ़ीसदी लोग बीते हुए दौर में लौटना चाहते हैं.
पूरे देश में 1,167 लोगों से इस सिलसिले में सवाल किए गए थे. और सवाल बहुरंगी थे. मसलन पूछा गया कि अगर आपको मौक़ा मिले, तो दुनिया छोड़ते वक्त आप क्या साथ ले जाना चाहेंगे. 47 फ़ीसदी लोग फ़ोटो एलबम साथ ले जाना चाहते थे, 25 फ़ीसदी कोई पालतू जानवर, और आई फ़ोन या ब्लैकबेरी? सिर्फ़ नौ फ़ीसदी.
आज के युवा भले ही अतीत की रुमानी याद में खोना चाहते हों, वे यह भी चाहते हैं कि भविष्यमुखी कामों के लिए फ़ायदा मिलना चाहिए. 33 फ़ीसदी की राय में इंटरनेट उद्यमियों की ऊंची सैलरी बिल्कुल ठीक है. 15 फ़ीसदी मानते हैं कि स्पोर्टस स्टार की आमदनी जायज़ है, जबकि 12 फ़ीसदी बैंक मैनेजरों की ऊंची आमदनी को भी सही मानते हैं.
और राजनीति में दिलचस्पी? ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन इन्हीं दिनों अमेरिका आए हुए थे. इसके बावजूद 75 फ़ीसदी को पता नहीं था कि डेविड कैमरन कौन हैं. बहुतों का कहना था कि वे अवतार फ़िल्म के डायरेक्टर हैं. उनका मतलब जेम्स कैमरून से था.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ए जमाल