दुनिया में हत्याएं घटीं
१० अप्रैल २०१४संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट में इन आंकड़ों का जिक्र किया गया है. इसके मुताबिक 2012 में दुनिया भर में 4, 37,000 लोगों की हत्या हुई, जो साल 2010 के 4,68,000 से कम है. चार साल पहले पहली बार इस तरह के आंकड़ों को जमा किया गया था.
मध्य अमेरिका और दक्षिणी अफ्रीका में प्रत्येक 1000 व्यक्तियों पर 26 से 30 लोगों की हत्या हो जाती है, जो दुनिया के दूसरे हिस्सों से बहुत ज्यादा अनुपात है. मारे गए ज्यादातर लोग 30 साल से कम उम्र के थे. चौंकाने वाली बात यह भी है कि कुल मारे गए लोगों में 80 फीसदी पुरुष थे.
संयुक्त राष्ट्र के ड्रग और अपराध विभाग ने इन आंकड़ों को जारी किया है. इस इकाई के यान लुक लेमाहियू ने वियाना में बताया, "इस बात को समझना बहुत जरूरी है कि किस तरह अपराध से दुनिया भर के देशों को नुकसान हो रहा है. खास तौर पर इससे युवा पुरुषों का नुकसान हो रहा है लेकिन महिलाओं पर भी खासा असर पड़ रहा है."
देखा गया है कि आम तौर पर अनजान लोग मर्दों की हत्या करते हैं, जबकि महिलाओं की हत्या में किसी जानने वाले का हाथ होता है. लेमाहियू के मुताबिक, "महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक जगह घर ही है."
उत्तर और लातिन अमेरिका में गैंगवार में 30 फीसदी हत्याएं हुईं, जबकि ऐसी घटनाओं में एशिया, यूरोप और ओसियाना इलाकों में एक फीसदी से भी कम लोगों की जान गई. इन जगहों पर ज्यादातर घरेलू हिंसा की वजह से हत्याएं हुईं.
हर 10 हत्याओं में से चार में बंदूकों का इस्तेमाल हुआ. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट बताती है कि सिर्फ 43 फीसदी हत्याओं में ही हत्यारों को सजा मिली.
एजेए/ओएसजे (एएफपी)