प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए उसे धोखेबाज, दोगली, झूठी और फरेबी पार्टी करार दिया. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर आजादी के बाद के 55 सालों तक देश व समाज को बांटने का आरोप लगाया.
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी आक्रामक अंदाज में दिखे. उन्होंने कांग्रेस की कार्यशैली को धोखेबाज बताया और कहा, "वे जो वादे करते हैं, उस पर उनका स्वयं का विश्वास नहीं होता है. यह ऐसी पार्टी है, जो जनता से ही नहीं, बल्कि नेता से भी धोखा करती है. धोखा करना उनके खून में है, रगों में है, यही कारण है कि देश की जनता उनके एक भी वादे पर भरोसा नहीं करती."
मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना पूछा, "नामदार बताएं कि सच्ची कांग्रेस केरल की है या मध्य प्रदेश की." मोदी ने कांग्रेस के बारे में कहा कि झूठ बोलने और फैलाने में उन्हें महारत हासिल हो गई है, "लोगों की आंख हाथ में धूल झोंकते हैं. पहले तो झूठ चल जाता था, मगर अब ऐसा नहीं है. लोग दूध और पानी के फर्क को समझते हैं. मतदाता चुप भले रहे मगर समझता सब है."
मोदी ने आगे कहा, "नामदार जब छिंदवाड़ा आते, तो यही कहते हैं कि मुख्यमंत्री आपका होगा और जब ग्वालियर जाते हैं, तो वहां कहते हैं कि मुख्यमंत्री आपका होगा. इनके आठ हिस्सों में आठ अलग-अलग मुख्यमंत्री के चेहरे बताते हैं. यही कारण है कि देश की जनता उन पर भरोसा नहीं करती. ऐसे लोग, जिनका चरित्र दोगुला हो, जिनकी कार्यशैली झूठ और फरेब से चलती हो, ऐसे लोगों को मध्य प्रदेश दे सकते हैं क्या?" मोदी ने यहां तक कहा कि सार्वजनिक जीवन में गलती हो सकती है लेकिन इसे स्वीकारने का साहस होना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने अपने तीखे तेवर से साबित कर दिया कि चुनावी मौसम शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस राज्य के मतदाताओं को उलझन में डालने के लिए गाय ले आई है. मैं कांग्रेस के वचन-पत्र में गाय के आने की न तो आलोचना करता हूं और न इसका बुरा मानता हूं. लेकिन कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि केरल और मध्य प्रदेश कांग्रेस में अंतर है क्या? दोनों कांग्रेस के नेता तो नामदार हैं, जो दिल्ली में बैठते हैं. कांग्रेस पर तो एक ही परिवार का कब्जा है."
कांग्रेस पर लगातार तंज कसते हुए उन्होंने कहा, "केरल में कांग्रेस के लोग गाय के बछड़े का मांस खाना सही बताते हैं. तब सवाल उठता है कि कौन-सी कांग्रेस सही है, केरल की या मध्य प्रदेश की? नामदार मतदाताओं को मूर्ख बनाने की भूल न करें, वह देश की जनता को सच भी बताएं."
कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस मुझसे क्यों डरती है? अफवाहें फैलाती है कि मैं नहीं आ रहा, देर से आऊंगा, झूठ व अफवाह फैलाना उनके चरित्र में है. वे ठीक उसी तरह झूठ बोलने का अभ्यास करते हैं, जिस तरह लोग व्यायाम करते हैं, यही कारण है कि उनके झूठ बोलने की क्षमता बढ़ती जा रही है."
कितने राज्यों में है बीजेपी की सरकार
कितने राज्यों में है बीजेपी और एनडीए की सरकार
केंद्र में 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद देश में भारतीय जनता पार्टी का दायरा लगातार बढ़ा है. डालते हैं एक नजर अभी कहां कहां बीजेपी और उसके सहयोगी सत्ता में हैं.
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उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में फरवरी-मार्च 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और 403 सदस्यों वाली विधानसभा में 325 सीटें जीतीं. इसके बाद फायरब्रांड हिंदू नेता योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री की गद्दी मिली.
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त्रिपुरा
2018 में त्रिपुरा में लेफ्ट का 25 साल पुराना किला ढहाते हुए बीजेपी गठबंधन को 43 सीटें मिली. वहीं कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्कसिस्ट) ने 16 सीटें जीतीं. 20 साल तक मुख्यमंत्री रहने के बाद मणिक सरकार की सत्ता से विदाई हुई और बिप्लव कुमार देब ने राज्य की कमान संभाली.
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मध्य प्रदेश
शिवराज सिंह चौहान को प्रशासन का लंबा अनुभव है. उन्हीं के हाथ में अभी मध्य प्रदेश की कमान है. इससे पहले वह 2005 से 2018 तक राज्य के मख्यमंत्री रहे. लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस सत्ता में आई. लेकिन दो साल के भीतर राजनीतिक दावपेंचों के दम पर शिवराज सिंह चौहान ने सत्ता में वापसी की.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
उत्तराखंड
उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी बीजेपी का झंडा लहर रहा है. 2017 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य की सत्ता में पांच साल बाद वापसी की. त्रिवेंद्र रावत को बतौर मुख्यमंत्री राज्य की कमान मिली. लेकिन आपसी खींचतान के बीच उन्हें 09 मार्च 2021 को इस्तीफा देना पड़ा.
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बिहार
बिहार में नीतीश कुमार एनडीए सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं. हालिया चुनाव में उन्होंने बीजेपी के साथ मिल कर चुनाव लड़ा. इससे पिछले चुनाव में वह आरजेडी के साथ थे. 2020 के चुनाव में आरजेडी 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी. लेकिन 74 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही बीजेपी ने नीतीश कुमार की जेडीयू के साथ मिलकर सरकार बनाई, जिसे 43 सीटें मिलीं.
तस्वीर: AP
गोवा
गोवा में प्रमोद सावंत बीजेपी सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने मनोहर पर्रिकर (फोटो में) के निधन के बाद 2019 में यह पद संभाला. 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद पर्रिकर ने केंद्र में रक्षा मंत्री का पद छोड़ मुख्यमंत्री पद संभाला था.
पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में 2017 में पहली बार बीजेपी की सरकार बनी है जिसका नेतृत्व पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी एन बीरेन सिंह कर रहे हैं. वह राज्य के 12वें मुख्यमंत्री हैं. इस राज्य में भी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार नहीं बना पाई.
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हिमाचल प्रदेश
नवंबर 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज कर भारतीय जनता पार्टी सत्ता में वापसी की. हालांकि पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी घोषित किए गए प्रेम कुमार धूमल चुनाव हार गए. इसके बाद जयराम ठाकुर राज्य सरकार का नेतृत्व संभाला.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
कर्नाटक
2018 में हुए विधानसभा चुनावों में कर्नाटक में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी. 2018 में वो बहुमत साबित नहीं कर पाए. 2019 में कांग्रेस-जेडीएस के 15 विधायकों के इस्तीफे होने के कारण बीेजेपी बहुमत के आंकड़े तक पहुंच गई. येदियुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री हैं.
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हरियाणा
बीजेपी के मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने 2014 के चुनावों में पार्टी को मिले स्पष्ट बहुमत के बाद सरकार बनाई थी. 2019 में बीजेपी को हरियाणा में बहुमत नहीं मिला लेकिन जेजेपी के साथ गठबंधन कर उन्होंने सरकार बनाई. संघ से जुड़े रहे खट्टर प्रधानमंत्री मोदी के करीबी समझे जाते हैं.
तस्वीर: Getty Images/M. Sharma
गुजरात
गुजरात में 1998 से लगातार भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. प्रधानमंत्री पद संभालने से पहले नरेंद्र मोदी 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे. फिलहाल राज्य सरकार की कमान बीजेपी के विजय रुपाणी के हाथों में है.
तस्वीर: Reuters
असम
असम में बीजेपी के सर्बानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं. 2016 में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 86 सीटें जीतकर राज्य में एक दशक से चले आ रहे कांग्रेस के शासन का अंत किया. अब राज्य में फिर विधानसभा चुनाव की तैयारी हो रही है.
तस्वीर: Imago/Hindustan Times
अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू मुख्यमंत्री हैं जो दिसंबर 2016 में भाजपा में शामिल हुए. सियासी उठापटक के बीच पहले पेमा खांडू कांग्रेस छोड़ पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश में शामिल हुए और फिर बीजेपी में चले गए.
तस्वीर: Getty Images/AFP/T. Mustafa
नागालैंड
नागालैंड में फरवरी 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में एनडीए की कामयाबी के बाद नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के नेता नेफियू रियो ने मुख्यमंत्री पद संभाला. इससे पहले भी वह 2008 से 2014 तक और 2003 से 2008 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं.
तस्वीर: IANS
मेघालय
2018 में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद सरकार बनाने से चूक गई. एनपीपी नेता कॉनराड संगमा ने बीजेपी और अन्य दलों के साथ मिल कर सरकार का गठन किया. कॉनराड संगमा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा के बेटे हैं.
तस्वीर: IANS
सिक्किम
सिक्किम की विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी का एक भी विधायक नहीं है. लेकिन राज्य में सत्ताधारी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है. इस तरह सिक्किम भी उन राज्यों की सूची में आ जाता है जहां बीजेपी और उसके सहयोगियों की सरकारें हैं.
तस्वीर: DW/Zeljka Telisman
मिजोरम
मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट की सरकार है. वहां जोरामथंगा मुख्यमंत्री हैं. बीजेपी की वहां एक सीट है लेकिन वो जोरामथंगा की सरकार का समर्थन करती है.
तस्वीर: IANS
2019 की टक्कर
इस तरह भारत के कुल 28 राज्यों में से 16 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी या उसके सहयोगियों की सरकारें हैं. हाल के सालों में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे राज्य उसके हाथ से फिसले हैं. फिर भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता के आगे कोई नहीं टिकता.
तस्वीर: DW/A. Anil Chatterjee
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मोदी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को उद्योगपति बताया और आरोप लगाया कि वह राजनीति तो छिंदवाड़ा से करते हैं मगर दुकानें गाजियाबाद और नागपुर में खोल रखी है. उन्होंने कहा, "नौ बार से सांसद, 50 साल कांग्रेस की सरकार के साथ रहे और एक परिवार के सबसे बड़े दरबारी कमलनाथ जब तक नामदार को प्रणाम न करें, तो उनका दिन शुरू नहीं होता. अगर उन्होंने यही जीवन क्षेत्र की जनता के लिए लगा दिया होता, तो आज पूरे प्रदेश में उनका सम्मान होता."
प्रधानमंत्री ने एक वीडियो का भी जिक्र किया जिसमें कमलनाथ कह रहे हैं कि "चोर, गुंडों से भी परहेज नहीं है, उन्हें सिर्फ चुनाव जीतने वाला उम्मीदवार चाहिए और उस पर मुहर लगाई दिल्ली में बैठे नामदार ने." यह जिक्र हुए प्रधानमंत्री ने सवाल उठाया कि क्या जनता ऐसे लोगों को प्रदेश की कमान सौंपेगी.
इंदौर की सभा में मोदी ने देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों का ब्योरा दिया और कहा, "अब तक देश में जो सरकारें आईं, उन्होंने पर्यटन के क्षेत्र में कुछ भी नहीं किया. वर्तमान सरकार ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाकर पर्यटन की दिशा में बड़ा काम किया है." उन्होंने कांग्रेस पर "देश को लड़ाओ, समाज को बांटो और राज करो" की नीति पर काम करने का आरोप लगाया.
छिंदवाड़ा में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया कि प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने पर विकास का काम और तेजी से होगा.
वहीं कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के इस भाषण के बाद कहा है कि मोदी अपशब्दों का इस्तेमाल कर राजनीति के स्तर को गिरा रहे हैं और इसके लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.
आईएएनएस/आईबी
इन राज्यों में हैं गैर बीजेपी सरकारें
इन राज्यों में हैं गैर बीजेपी सरकारें
भारतीय जनता पार्टी पूरे भारत पर छाने को बेताब है. लेकिन कई राज्य अब भी ऐसे हैं जहां गैर बीजेपी सरकारें चल रही हैं. चलिए डालते हैं इन्हीं पर एक नजर.
तस्वीर: DW/S. Bandopadhyay
पंजाब
पंजाब अब देश का अकेला ऐसा अहम राज्य है जहां कांग्रेस सत्ता में है. राज्य की कमान मुख्यमंत्री अमिरंदर सिंह के हाथों में है. पंजाब में बीजेपी का अकाली दल के साथ गठबंधन है.
तस्वीर: Imago/Hindustan Times
कर्नाटक
मई 2018 के विधानसभा चुनावों में किसी दल को बहुमत नहीं मिला. राज्यपाल ने सबसे पहले बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया. लेकिन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने विश्वासमत से पहले ही इस्तीफा दे दिया. इसके बाद कांग्रेस और जनता दल (एस) गठबंधन सरकार बनाने का न्यौता मिला.
तस्वीर: UNI
केरल
केरल में पी विजयन के नेतृत्व में वामपंथी सरकार चल रही है. कांग्रेस राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी है. बीजेपी भी वहां कदम जमाने की कोशिश कर रही है.
तस्वीर: imago/ZUMA Press
तमिलनाडु
तमिलनाडु में एआईएडीएमके की सरकार का नेतृत्व मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी के हाथ में है. करुणानिधि की डीएमके पार्टी एआईएडीएमके की प्रतिद्वंद्वी है.
तस्वीर: Imago/Westend61
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी टीडीपी पार्टी ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन से नाता तोड़ा है. चंद्रबाबू नायडू राज्य के मुख्यमंत्री हैं.
तेलंगाना
तेलंगाना में टीआरएस की सरकार का नेतृत्व पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव कर रहे हैं. वह 2019 के आम चुनाव के पहले गैर बीजेपी गैर कांग्रेसी विपक्षी एकता की कोशिशों में भी जुटे हैं.
तस्वीर: DW/S. Bandopadhyay
ओडिशा
नवीन पटनायक के नेतृत्व में ओडिशा में 2000 से बीजू जनता दल की सरकार चल रही है. वहां विपक्षी पार्टियों में बीजेपी का स्थान कांग्रेस के बाद आता है.
तस्वीर: UNI
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी काफी जोर लगा रही है. लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की राज्य पर मजबूत पकड़ है, जो 2011 से सत्ता में हैं.
तस्वीर: DW
मिजोरम
कांग्रेस सरकार का नेतृत्व ललथनहवला कर रहे हैं. 2008 से वह मुख्यमंत्री पद पर हैं. 40 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 34 सदस्य हैं.
तस्वीर: IANS/PIB
पुडुचेरी
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में भी इस समय कांग्रेस की सरकार है जिसका नेतृत्व वी नारायणसामी (फोटो में दाएं) कर रहे हैं. तीस सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 17 सदस्य हैं.