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धोनी का चैपल को करारा जवाब

१३ जनवरी २०१०

कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर इयान चैपल के उस बयान से सख़्त लहज़े में असहमति ज़ाहिर की है जिसमें चैपल ने कहा था कि भारत के पास अच्छे गेंदबाज़ों की कमी है और टीम टॉप पर ज़्यादा देर नहीं टिकेगी.

तस्वीर: AP

धोनी ने अपने गेंदबाज़ों का बचाव किया और चैपल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बेवजह इतने कठोर हो रहे हैं. "चैपल के इस बयान को निष्पक्ष नहीं कहा जाएगा. मैं मानता हूं कि भारतीय गेंदबाज़ फ़िलहाल संघर्ष करते नज़र आ रहे हैं लेकिन यह भी सच है कि हम टेस्ट की नंबर वन टीम इन्हीं गेंदबाज़ों की मदद से बने हैं. नंबर वन बनने में सिर्फ़ बल्लेबाज़ों का ही योगदान नहीं है."

इयान चैपलतस्वीर: AP

धोनी के मुताबिक़ बॉलर्स अगर संघर्ष कर रहे हैं तो इसका मतलब यह नहीं निकाला जाना चाहिए कि एक रात में ही वे असाधारण से साधारण बन गए हैं. "कभी बल्लेबाज़ों को ख़राब दौर से गुज़रना पड़ता है और कभी गेंदबाज़ के करियर में मुश्किल दिन आते हैं. लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि भारत के पास अच्छे गेंदबाज़ों की कमी है. हम नंबर वन टेस्ट टीम लंबे समय तक बने रह कर इस बात को साबित कर के दिखाएंगे."

दिलचस्प बात यह है कि फ़ाइनल से एक दिन पहले श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा कह रहे थे कि भारत की ख़राब गेंदबाज़ी का टीम फ़ायदा उठाना चाहेगी. लेकिन सीरीज़ जीतने के बाद संगकारा ने धोनी के सुर में सुर मिलाया और कहा कि भारत के पास बेहतरीन गेंदबाज़ हैं.

ज़हीर और श्रीसंत तेज़ गेंदबाज़ की कमी को पूरा करते हैं जबकि हरभजन सिंह स्पिनर के रूप में कमान संभाले हैं. संगकारा ने कहा कि टीम को आलोचकों का सामना करना पड़ता ही है लेकिन उन्हें ग़लत ठहराना खिलाड़ियों के हाथ में ही होता है.

भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल के भाई इयान चैपल ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टीमें सिर्फ़ अपनी सलामी बल्लेबाज़ों की साझेदारियों के बूते महान नहीं बनती. इसके अलावा भी कई अहम चीज़ें मायने रखती हैं.

भारतीय टीम में संतुलन पर सवाल खड़े करते हुए चैपल ने यहां तक कह डाला कि भारतीय क्रिकेट टीम में फ़िलहाल एक भी मैच जिताऊ गेंदबाज़ नहीं है. इसलिए वह लंबे समय के लिए भारत को नंबर वन टीम नहीं मानेंगे."

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए कुमार

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