धोनी ने कंपनी को भेजा कानूनी नोटिस
१९ मई २०१०टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बिजनेस मैनेजर प्रतीक सेन ने बताया कि हेल्थकेयर कंपनी सुजाता बायोटेक ने 2008 के बाद से कोई फीस नहीं दी है. इसके बाद उन्होंने कानूनी रास्ता अपनाया है.
सेन ने बताया, "शुरुआत में टोकन राशि देने के बाद कंपनी ने धोनी को बची हुई फीस नहीं दी है. इसलिए हमने उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है."
माइंडस्पोर्स्टस मैस्ट्रोज के निदेशक सेन का कहना है कि फीस नहीं देने के बावजूद कंपनी धोनी के नाम का इस्तेमाल कर रही है और अपने उत्पादों पर उनकी तस्वीरें छाप रही है. उन्होंने कहा, "जब उन्होंने फीस ही नहीं दी है, तो वे अपना उत्पाद बेचने के लिए धोनी के नाम का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं."
धोनी ने इस कंपनी के साथ खांसी की दवा 'निवारण 90' और 'मेमोरी वीटा' के विज्ञापन के लिए समझौता किया था. बताया जाता है कि कंपनी ने धोनी को बकाये के साढ़े पांच करोड़ रुपये नहीं दिए हैं.
कंपनी ने इस सिलसिले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. धोनी लगभग 22 कंपनियों के लिए इश्तेहार करते हैं. समझा जाता है कि सिर्फ विज्ञापन से ही वह हर साल 80 करोड़ रुपये कमा लेते हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः महेश झा