देश में डाटा सिक्युरिटी का मामला अब राजनीतिक रंग लेता जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दल एक दूसरे पर यूजर्स के डाटा को थर्ड पार्टी तक पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं.
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फेसबुक मामले के बाद चर्चा में आए डाटा सिक्युरिटी मसले ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधिकारिक नमो ऐप को कटघरे में खड़ा कर दिया है. वेबसाइट आल्टन्यूज और स्थानीय मीडिया कंपनी एनडीटीवी का दावा है कि प्रधानमंत्री मोदी की इस ऐप के जरिये यूजर्स का निजी डाटा अमेरिकी की एक थर्ड कंपनी को भेजा जा रहा है. इस ऐप को अब तक 50 लाख बार एंड्रॉयड पर डाउनलोड किया जा चुका है. इस खुलासे के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. विपक्षी दल कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर बीजेपी की आलोचना करते हुए कई ट्वीट किए हैं. अपने एक ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी स्थिति का दुरुपयोग करते हुए लाखों भारतीयों के डाटा जुटाया है.
इस पूरे मामले ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचाया हुआ है. इसके पहले अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा था, "हाय! मेरा नाम नरेंद्र मोदी है. मैं भारत का प्रधानमंत्री हूं. जब आप मेरे आधिकारिक ऐप में साइनअप करते हैं तब मैं आपका सारा डाटा अमेरिकी कंपनियों में अपने दोस्तों को दे देता हूं."
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग इसकी निंदा कर रहे हैं.
वहीं बीजेपी ने अपनी सफाई में कहा है कि मोदी ऐप से जुटाए गए डाटा का प्रयोग सिर्फ विश्लेषण के लिए किया गया है. बीजेपी ने विपक्षी दल कांग्रेस पर पलटवार करते कहा है कि कांग्रेस की ऐप यूजर्स के डाटा को सिंगापुर की कंपनी के साथ साझा करती है. लेकिन कांग्रेस ने इस पूरे मामले से इनकार किया है.
दरअसल इस मामले के चर्चा में आने से ठीक पहले प्ले स्टोर से कांग्रेस पार्टी की ऐप को हटाया गया था. जिसके चलते बीजेपी को कांग्रेस पर पलटवार करने का मौका मिल गया है. यह पूरा मामला उस वक्त सामने आया है जब डाटा सिक्युरिटी दुनिया भर में संवेदनशील बना हुआ है.
एनडीटीवी के मुताबिक, एलियट एल्डरसन के नाम से ट्वीट करने वाले सुरक्षा शोधकर्ता ने शनिवार को कई ट्वीट कर कहा था कि नरेंद्र मोदी ऐप निजी यूजर डेटा को थर्ड पार्टी के डोमेन पर भेज रही है, जो एक अमेरिकी कंपनी का है. रविवार को अपने ट्वीट में एल्डरसन ने बताया कि इस ऐप ने उनके पिछले ट्वीट के बाद 'चुपके-से' अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव कर दिया है.
दुनिया की 10 असरदार राजनीतिक पार्टियां
हर देश का भविष्य, राजनीति पर निर्भर करता है. वहीं राजनीति का राजनीतिक दलों पर. फॉक्सन्यूजप्वाइंट डॉट कॉम बेवसाइट ने अपनी एक रिपोर्ट में इन 10 दलों को दुनिया में सबसे प्रभावी राजनीतिक दल माना है.
तस्वीर: Reuters/R. de Chowdhuri
वर्कर्स पार्टी, ब्राजील
वर्कर्स पार्टी ब्राजील की बड़ी पार्टीयों में से एक है जिसकी स्थापना साल 1980 में की गई थी. साल 2003-2016 के दौरान सत्ता पर काबिज रहे इस दल की लोकप्रियता न सिर्फ देश में बल्कि दुनिया में भी बढ़ी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्राजील की इस पार्टी के देश भर में तकरीबन 14 लाख सदस्य हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S. Moreira
भारतीय जनता पार्टी, भारत
साल 2014 के आम चुनावों में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में काबिज हुई भारतीय जनता पार्टी की सदस्य संख्या साल 2015 के आंकड़ों मुताबिक 8.8 करोड़ थी. बीजेपी ने सिर्फ भारत में केंद्र सरकार चला रही है बल्कि देश के 19 राज्यों में भी बीजेपी सरकार चला रही है.
तस्वीर: Reuters/R. de Chowdhuri
यूनाइटेड रशिया, रूस
साल 2016 के चुनावों में देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी यूनाइटेड रशिया को आम चुनावों में भारी जीत मिली थी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इस पार्टी की सदस्यता 20 लाख लोगों से भी ज्यादा के पास है. पार्टी के नेता और राष्ट्रपति पुतिन ने छह सालों के अगले कार्यकाल के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है
तस्वीर: AP
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारत
साल 1885 में स्थापित की गई भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भारत की सबसे पुरानी पार्टियों में से एक है. पार्टी लंबे समय तक देश की सत्ता पर काबिज रही है. करीब 2 करोड़ लोगों के पास पार्टी की सदस्यता है. हालांकि साल 2014-15 के आम चुनावों में पार्टी को करारी हार झेलनी पड़ी
तस्वीर: picture-alliance/AP
क्रिश्चिन डेमोक्रेटिक यूनियन ऑफ जर्मनी, जर्मनी
जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल की पार्टी दुनिया के एक अहम लिबरल कंजरवेटिव पार्टी मानी जाती है. पार्टी की स्थापना साल 1945 में हुई थी. देश में इसकी सदस्यता तकरीबन 4.46 लाख लोगों के पास है. साल 2017 के आम चुनावों में पार्टी की लोकप्रियता में कुछ कमी आई है.
तस्वीर: Reuters/H. Hanschke
कंजरवेटिव पार्टी, ब्रिटेन
ब्रिटेन में सत्ता में काबिज कंजरवेटिव पार्टी की स्थापना साल 1834 में हुए थी. वर्तमान में पार्टी की नेता टेरिजा मे देश की प्रधानमंत्री हैं. पार्टी के देश में 8 हजार में ज्यादा काउंसलर है और इसकी कुल सदस्य संख्या 1.49 लाख है.
तस्वीर: Reuters/H. McKay
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना, चीन
कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना साल 1921 में हुई थी. यह पार्टी न सिर्फ देश की बल्कि सदस्य संख्या के हिसाब से दुनिया की दूसरी बड़ी पार्टी है. पार्टी के सदस्यों की संख्या तकरीबन 8.8 करोड़ है.
तस्वीर: Getty Images/China Photos
सोशलिस्ट पार्टी, फ्रांस
फ्रांस की इस सोशलिस्ट पार्टी देश की बड़ी पार्टियों में से एक है. इसके करीब 70 लोग सदस्य है. साल 1980 में पार्टी पहली बार सत्ता में आई थी.
तस्वीर: Reuters/R. Duvignau
डेमोक्रेटिक पार्टी, अमेरिका
अमेरिका के प्रमुख राजनीतिक दल, डेमोक्रेटिक पार्टी को अमेरिकी आधुनिक इतिहास का सबसे पुराना राजनीतिक दल माना जाता है. इसकी स्थापना साल 1828 में हुई थी. बराक ओबामा, हिलेरी क्लिंटन इसी पार्टी से जुड़े हैं. पार्टी के दुनिया में करीब 4.1 करोड़ सदस्य हैं.
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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ, पाकिस्तान
पाकिस्तान के इस राजनीतिक दल की स्थापना साल 1996 में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने की थी. पार्टी ने साल 2002 के आम चुनावों में एक सीट ही हासिल की थी वहीं साल 2008 के चुनावों का बॉयकॉट किया था. पार्टी के दुनिया भर में 1.1 करोड़ सदस्य हैं.