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नया मौसम, नया फैशन

१० मार्च २०११

यूरोप में ठाट-बाट जाड़े में नहीं, जाड़े के बाद शुरू होती है. धूपहले मौसम में खासकर महिलाओं के कपड़े घटने लगते हैं, और इस बार पुरुषों की पोशाक की दुनिया पर उनके फैशन का हमला हो रहा है.

तस्वीर: picture alliance/abaca

युवा महिलाएं अक्सर पुरुषों की तरह शॉर्टस् पहनती हैं और लोग मानते हैं कि उनमें उनकी देहयष्टि निखरती है. इस बार वसंत के फैशन में ऐसी पोशाकों का बोलबाला है. वैसे तो वे अपने पति या जीवनसाथी की अलमारी से ही शॉर्टस् निकालकर पहन सकती हैं, लेकिन कायदे के फैशन के लिए कायदे के कपड़े बनाए जाने चाहिए.

लगभग तीन साल पहले कैटी होल्म्स ने बॉयफ्रेंड नामक बैगी जीन्स में सबके सामने आकर तहलका मचा दिया था. तब से जीन्स कलेक्शन में महिलाओं के लिए बैगी ट्राउजर्स का सिलसिला चल पड़ा है. लेकिन मामला अब जीन्स तक रुका नहीं है. मारलीन डीटरिष और कोको चैनल की परंपरा का पालन करते हुए फैशन की दुनिया में छाने वाली युवतियां अब पुरुषों की तरह सूट-बूट में आ रही हैं. लेकिन पति का सूट या पुरुषों की दुकान से खरीदा गया सूट? कतई नहीं. उनके फैशन के लिए सूट तो उनके फिगर के मुताबिक बनाना लाजमी है.

तस्वीर: picture-alliance/ZB

हैम्बर्ग की मारिया हांस कहती हैं, "महिलाओं के फिगर के मुताबिक सूट के तमाम नए कलेक्शन अब आ रहे हैं. सिर्फ उनका आइडिया पुरुषों के सूट से आया है." और फ्रैंकफर्ट के फैशन एडवाइजर आंद्रेयास रोजे कहते हैं कि पुरुषों और महिलाओं के फैशन से कट, मेटिरियल और बनावट मिलाए जा रहे हैं. और इनमें से उभरता है एक नया स्टाइल.

और इस साल का सबसे लोकप्रिय स्टाइल? जर्मनी की डिजाइनर जिल्के गैरलॉफ कहती हैं, "सफेद शर्ट और उसके साथ ढीला-ढाला ब्लेजर." इस सिलसिले में रोजे का सुझाव है एक लंबा ढीला सफेद शर्ट, कमर में बेल्ट से बंधा हुआ, टांगें खुली हुई - जो देखने में एक छोटी सी फ्रॉक सी लगे. जिल्के गैरलॉफ कहती हैं कि ब्लेजर काफी बड़ा होना चाहिए, लेकिन उनमें से कंधे झांकने चाहिए. बेशक यह आइडिया पुरुषों के स्पोर्टस् कोट से लिया गया है, लेकिन यह ड्रेस है फेमिनिन.

तस्वीर: picture-alliance / chromorange

फैशन की दुनिया में थोड़ी हिम्मती महिलाओं के लिए ओवरऑल आया है, रंग-बिरंगा और गला थोड़ा ज्यादा ही खुला हुआ, और पैंट का हिस्सा काफी चौड़ा सा. रोजे कहती हैं कि इसमें से एक अनोखी अदा उभरती है.

कहते हैं, किसी भी फैशन को अपनाने वाली पहली महिला और आखिरी महिला हमेशा कुछ अजीब लगती है. सबसे बड़ी बात है कि फैशन महिलाओं को पसंद आना चाहिए - पुरुषों को भी पसंद आ जाए, तो किसे एतराज हो सकता है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: महेश झा

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