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नागपुर में कीवियों पर गेंदबाजों का कहर

२० नवम्बर २०१०

श्रीसंत की धार ईशांत की रफ्तार प्रज्ञान के वार और भज्जी की फुंफकार के आगे मेहमान टीम के पांव उखड़ गए और 51 पर 5 विकेट खोने वाले कीवी पूरे दिन में बस 148 रन ही बना सके और वह भी सात खिलाड़ियों के आउट होने पर.

तस्वीर: AP

नागपुर के विदर्भ स्टेडियम में दिन की शुरूआत अच्छी नहीं रही और बारिश के कारण खेल देर से शुरु हुआ. बहरहाल टॉस जीत कर मैच में बढ़त लेने की गरज से कप्तान वेटोरी ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. टीम के खाते में सिर्फ 11 रन ही जुड़े थे कि श्रीसंत ने छठे ओवर में गुप्तिल को विकेट के पीछे खड़े धोनी के हाथों में कैच करा दिया. दूसरी छोर पर मौजूद मैकिंटोश ने टेलर के साथ मिल कर पांच और रन जोड़े की नई गेंद के साथ श्रीसंत की धार का कहर फिर टूटा और गिल्लियां उड़ गईं.

उल्टा पड़ा फैसलातस्वीर: AP

इसके बाद आए राइडर ने टेलर के साथ संभल कर खेलना शुरु किया. न्यूजीलैंड का स्कोर 42 पर जैसे ही पहुंचा ईशांत की रफ्तार ने अपना जलवा दिखाया और टेलर एलबीडब्ल्यू से आउट हो गए. उनकी जगह लेने के लिए पहले ही टेस्ट मैच में शतक जमाने वाले विलियम्सन आए लेकिन खाता खोलने के पहले ही प्रज्ञान ने उन्हें सहवाग के हाथों कैच करा दिया. इसके बाद कप्तान वेटोरी भी महज तीन रन बनाकर ईशांत के शिकार बने. इन सबके बीच कोई टिका रहा तो वो थे राइडर. बाएं हाथ के बल्लेबाज जेसी राइडर ने 113 गेंदे खेल कर 59 रन बनाए और वो आज के टॉप स्कोरर रहे हालांकि उन्हें भी हरभजन ने मैच के 47वें ओवर में रैना के हाथों कैच करा दिया. दिन का खेल खत्म होने तक मैक्कुलम 34 और साउदी 7 रन बना कर क्रीज पर टिके हुए थे.

भारत की तरफ से सबसे सफल रहे श्रीसंत जिन्होंने महज 20 रन देकर 2 खिलाड़ियों को आउट किया. श्रीसंत, प्रज्ञान को भी दो दो विकेट मिले जबकि हरभजन ने केवल एक खिलाड़ी को आउट किया. भारत दौरे पर आई न्यूजीलैंड की टीम के साथ ये तीसरा और आखिरी टेस्ट है. पहले दो टेस्ट ड्रॉ होने के कारण सीरीज की हार जीत के फैसले का दारोमदार अब इसी मैच पर है.

प्रज्ञान ओझातस्वीर: AP

पिछले मैच में लचर रही टीम इंडिया की गेंदबाजी आज पूरे शबाब पर थी और ऐसा लग रहा था कि कप्तान धोनी के एक दिन पहले दिए बयान को ध्यान में रख कर मैदान में उतरी थी. धोनी ने कहा था कि गेंदबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा. हालांकि जहीर खान की गैरमौजूदगी में इस बात के आसार कम ही लग रहे थे कि गेंदबाजी में दम होगा. शायद यही वजह थी कि कप्तान वेटोरी ने पहले बल्लेबाजी करने की सोची पर कम से कम पहली पारी के लिए तो उनका फैसला उल्टा पड़ ही गया.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः एस गौड़

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